49
posts
कभी फुरसत से सोचूंँगी
Ranjana Verma
कोई पूछे की ग़म है क्या?
Ranjana Verma
कोई उसके जैसा
Ranjana Verma
वादा तो किया था
Ranjana Verma
उसने
Ranjana Verma
कभी
Ranjana Verma
बादलों के घर
Ranjana Verma
कहीं पहुंचने
Ranjana Verma
प्रेम
Ranjana Verma
कहा तुमने कभी देखो प्रेम तुमसे ही है जाना
Ranjana Verma
कभी जब ग्रीष्म ऋतु में
Ranjana Verma
है एक डोर
Ranjana Verma
जिसे ये पता ही नहीं क्या मोहब्बत
Ranjana Verma
कभी किताब से गुज़रे
Ranjana Verma
मैं
Ranjana Verma
जब याद मैं आऊंँ...
Ranjana Verma
तुम्हें आती नहीं क्या याद की हिचकी..!
Ranjana Verma
जो दिल के पास रहते हैं
Ranjana Verma
अभी उम्मीद की खिड़की खुलेगी..
Ranjana Verma
कहीं भी जाइए
Ranjana Verma
कभी चुपचाप धीरे से हमारे दर पे आ जाना
Ranjana Verma
जहांँ कुछ भी नहीं दिखता ..!
Ranjana Verma
एक दिन
Ranjana Verma
फूल कितना ही ख़ूबसूरत हो
Ranjana Verma
कहाँ-कहाँ नहीं ढूंढ़ा तुमको
Ranjana Verma
शब्द सारे ही लौट आए हैं
Ranjana Verma
तुम्हारा प्यार साथ था गोया
Ranjana Verma
एक दिन
Ranjana Verma
साथ जब चाहा था
Ranjana Verma
भले हमें ना पड़े सुनाई
Ranjana Verma
ज़िंदगी के सारे पृष्ठ
Ranjana Verma
आईने झूठ तो बोलेंगे नहीं
Ranjana Verma
कोई भी रंग उस पर क्या चढ़ेगा..!
Ranjana Verma
एक दिन !
Ranjana Verma
तुम जोर थे
Ranjana Verma
प्रेम में सब कुछ सहज है
Ranjana Verma
जो गए छोड़कर तुमको गोया
Ranjana Verma
यकीं मुझको नहीं
Ranjana Verma
रंग जीवन के
Ranjana Verma
तपन ऐसी रखो
Ranjana Verma
जाने कितने ख़त
Ranjana Verma
सुबह की आहटें
Ranjana Verma
तुम भोर हो!
Ranjana Verma
बहुत समय बाद !
Ranjana Verma
जब उदास होना
Ranjana Verma
साक्षरता
Ranjana Verma
भूल गए..!
Ranjana Verma
प्रेम पत्र
Ranjana Verma
जीवन
Ranjana Verma