Ranjit Tiwari Language: Hindi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Ranjit Tiwari 19 Oct 2022 · 1 min read अपना अपना आवेश.... स्वच्छ नहीं विचारों के वेश बदल रहा परिवेश समावेश दिखता नहीं --- बस अपना अपना आवेश .!! स्वार्थ यहां परमार्थ कहां भावार्थ नहीं यथार्थ कहां निजता चरम लुप्त करम सुयोगता... Hindi 1 215 Share