ramprasad lilhare Tag: ग़ज़ल/गीतिका 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ramprasad lilhare 19 Oct 2017 · 2 min read "वस्तु चीन की मत अपनाना " वस्तु चीन की मत अपनाना मात्रा संख्या -30 समान्त -आना पदान्त -अबकी बार दिवाली में वस्तु चीन की मत अपनाना अबकी बार दिवाली में। मिट्टी के तुम दीप जलाना अबकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 300 Share ramprasad lilhare 19 Sep 2017 · 1 min read "सब अपने लिए फ़कत कुर्सी ढूंढते हैं " मूफ़लिसी में भी रहबरी ढूंढते हैं। बैवकुफ़ हैं वो जो जिंदगी ढूंढते हैं। रहबसर चाहते हैं सभी उजालों में। कुछ एेसे हैं जो तीरगी ढूंढते हैं। मालूमात हैं कि सब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 280 Share ramprasad lilhare 7 Jun 2017 · 1 min read "अब तो यहाँ चारों ओर फ़कत पथराव दिखता हैं " "अब तो यहाँ चारों ओर फ़कत पथराव दिखता हैं " अब तो चारों ओर बस बिखराव दिखता हैं। फ़कत अपनों का अपनों से टकराव दिखता हैं। मरहम नज़र नहीं आता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share ramprasad lilhare 20 May 2017 · 1 min read "जख्म को हमारे न यूँ हवा दीजिए " "जख्म को हमारे न यूँ हवा दीजिए " जख्म को हमारे न यूँ हवा दीजिए। टूट जायेंगे हम न एेसी खता कीजिए। मोहब्बत की है हमने कोई खता नहीं की।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 276 Share ramprasad lilhare 4 Apr 2017 · 1 min read "मैं शिक्षक हूँ "(गज़ल/गीतिका) "मैं शिक्षक हूँ"(गज़ल/गीतिका) शिक्षक हूँ मैं मैं शिक्षा की अलख जगाता हूँ जीवन को जीने की मैं बुनियाद बनाता हूँ। बेमेल सुरों को सजा मैं साज़ बनाता हूँ नादान परिंदों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2k Share