रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 234 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 24 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *24/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* कितने अच्छे लोग यहाँ, रहते थे इस गाँव में, दिल के बड़े दयालु। यदाकदा आती... 0 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 23 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *23/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* महज औपचारिकता है, अब तो इस संबंध में, ढीला है हर बंध। बातों मे मिठास... 2 13 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 22 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *22/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* जिस घर रोगी पड़ा रहे, परेशान सब लोग हों, खर्चे से सब तंग। सबके मन... 1 13 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 21 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *21/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* हमने जाना अब पूरा, कैसा यह व्यक्तित्व है, कितना है संभ्रान्त। कहाँ दिखावा करता है,... 16 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 20 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *20/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* है अथाह वात्सल्य भरा, हिंद महासागर सदृश, ममता की प्रतिरूप। महा कारुणिक भाव भरे, शब्दों... 32 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 19 Nov 2024 · 1 min read जो व्यक्ति आपको पसंद नहीं है, उसके विषय में सोच विचार कर एक जो व्यक्ति आपको पसंद नहीं है, उसके विषय में सोच विचार कर एक पल भी नष्ट नहीं कीजिए ! --- ननकी Quote Writer 20 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 19 Nov 2024 · 1 min read खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत न खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत नहीं होते...! --- ननकी Quote Writer 17 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 19 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *19/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* ध्रुवीकरण है आवश्यक, सर्व मतान्तर एक हो, रहे संघ संलग्न। फूट विविधताओं में है, यह... 19 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 18 Nov 2024 · 1 min read ख़ूबसूरती का असली सौंदर्य व्यक्ति की आत्मा के साथ होता है, न ख़ूबसूरती का असली सौंदर्य व्यक्ति की आत्मा के साथ होता है, न कि उनके बाहरी रूप में। --- ननकी Quote Writer 24 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 18 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *18/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* सदुपयोग मोबाइल का, ज्ञानार्जन के ही लिए, करना सीखो यार। विध्वंसक कई एप्स हैं, इनसे... 19 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 17 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *17/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* वो अधिकार जताते हैं, उनके ही हैं सिर्फ हम, शून्य रहा कर्तव्य। अपनी ही जिद... 25 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 16 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *16/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* भारतीय छंदों की है, मनमोहक गति गेयता, लय सुंदर मधुकोष। मात्रात्मक संयोजन प्रिय, अति दुर्लभ... 21 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 14 Nov 2024 · 1 min read मुझे पता है तू जलता है। मुझे पता है तू जलता है। खुद को ज्यादा ही छलता है।। काबू कर चलित विचारों को, तू सूरज सा अब ढलता है।। --- ननकी 14/11/2024 Quote Writer 27 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 14 Nov 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *14/11/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* विकलांग। अभिशाप नहीं, ईश्वर का नया स्वांग।। वंदित मन दर्शन कर। तुझे देखने आया है धरा पर वो प्यारा लीलापुरुषोत्तम लीलाधर।। *(2)-... 23 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 13 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *13/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* ये कैसे मन सनक भरा, कोई बदला ले रहा, अब तक हूँ अंजान। मुझे याद... 38 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 7 Nov 2024 · 1 min read अब ज्यादा तंग मत कर । अब ज्यादा तंग मत कर । हुए बहुत संग मत कर।। मेरा जो भी हश्र होगा, तू मन बेरंग मत कर।। --- ननकी 07/11/2024 Quote Writer 34 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 7 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *07/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* क्रोध मुक्त जीवन रखिए, सदा नियंत्रित मन रहे, आत्म तत्व में लीन। सदा सजगता कायम... 38 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 6 Nov 2024 · 1 min read अब चिंतित मन से उबरना सीखिए। अब चिंतित मन से उबरना सीखिए। यहाँ मुश्किलों से निकलना सीखिए।। जिंदगी दुबारा नहीं मिलने वाली, मृत्यु के सीने में मचलना सीखिए।। --- ननकी 06/11/2024 Quote Writer 37 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 6 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *06/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* अगर सुता संस्कारित हो, कुल गौरव में वृद्धि हो, बढ़े जनक का मान। रहे सुशिक्षित... 31 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 5 Nov 2024 · 1 min read कभी परिश्रम का मत करो दिखावा। कभी परिश्रम का मत करो दिखावा। उसे फैलने तो दो बनकर लावा।। जब नई तपिश से संसार मिलेगा, कोई नहीं होगा तुम्हारे अलावा।। --- ननकी 05/11/2024 Quote Writer 28 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 5 Nov 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *05/11/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* अमानत। दी है जो तुमने, कर रहा हिफाजत।। मालूम है जरूर आओगे। इसे देखने के लिए एक दिन, सलामत पाकर भी खुश... 22 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 4 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *04/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* बच्चों का कोना रखना, जहाँ बनो बच्चा कभी, करो शरारत खूब। अपनी जिज्ञासा पालो, पूछो... 23 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 4 Nov 2024 · 1 min read अपना पथ स्वयं बनाओ। अपना पथ स्वयं बनाओ। कर कीर्तिमान दिखलाओ।। उत्साहित रहो हमेशा, अब ऐसी युक्ति लगाओ।। --- ननकी 04/11/2024 Quote Writer 29 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 3 Nov 2024 · 1 min read अगर कोई इच्छा हो राहें भी मिल जाती है। अगर कोई इच्छा हो राहें भी मिल जाती है। समय साक्षी होता है कृतियाँ मुस्काती है।। सकारात्मकता को जीवन का मित्र बना लो, भविष से सभी अंतर्भावना बतियाती है।। ---... Quote Writer 36 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 3 Nov 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *03/11/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* प्रवृत्तियाँ। अकसर देती, अति बुरी विकृतियां।। अधोगति की ये संकेतक। ये अजीब सी बात है कदाचित, उर्ध्वगामी की भी यही हैं प्रिय... 29 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 2 Nov 2024 · 1 min read रात अभी अलसाई है, जरा ठहरो। रात अभी अलसाई है, जरा ठहरो। उसने ली अंगडाई है, जरा ठहरो।। बस यूँ ही रूका रहे मंजर साकी, बची हुई कविताई है, जरा ठहरो।। --- ननकी 02/11/2024 Quote Writer 35 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 2 Nov 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *02/11/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* चाहत होती सदा बड़ी, मिलता है जिस योग्य हो, करते रहे विलाप। अपनी योग्यता बढ़ाने... 32 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 1 Nov 2024 · 1 min read तुमने तोड़ा मौन, बातचीत तुम ही करो। तुमने तोड़ा मौन, बातचीत तुम ही करो। मैं होता हूँ कौन, तुमको है गहरी समझ।। बहुत दिनों के बाद, पिछला पन्ना देखकर, हुआ स्मरण पौन, तीन तिहाई रौंदते।। --- ननकी... Quote Writer 33 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 1 Nov 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *01/11/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* दीपावली। दीपों का त्योहार, आओ गायें गीतावली।। समृद्धि दें माँ हरिवल्लभा। हर जन सुख वैभव को पायें, आत्म दीप्त हों सभी मानस... 32 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 31 Oct 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *31/10/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* जीवन है बहता पानी, रोक सका कोई नहीं, है अनंत उद्वेग। बड़े बड़े चट्टानों को,... 36 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 30 Oct 2024 · 1 min read ढोल पीटते हो स्वांग रचाकर। ढोल पीटते हो स्वांग रचाकर। खूब रिझाते हो नाच दिखाकर।। इतराते हो जो समय तुम्हारा है, कोई लूटेगा आँख लड़ाकर।। --- ननकी 30/10/2024 Quote Writer 25 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 30 Oct 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *30/10/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* चमकीला। बनो ध्रुवतारा, कार्य हो ऐसा गर्वीला।। सामान्य नहीं बनो विशेष। तुम्हें शीघ्र देखने को आतुर हों, विधाता यहाँ आये बदलकर वेष।।... 28 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 29 Oct 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *29/10/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* तेरा मेरा साथ रहे, जैसे चंदा चाँदनी, रहते हर पल साथ। जीवन की आपाधापी, कभी... 40 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 29 Oct 2024 · 1 min read मन के दीये जलाओ रे। मन के दीये जलाओ रे। अंतस तम को मिटाओ रे।। ज्ञानार्जन कर महक जाओ, ये तुम करके दिखाओ रे।। --- ननकी 29/10/2024 Quote Writer 1 1 43 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 28 Oct 2024 · 1 min read अपने दीपक आप बनो, अब करो उजाला। अपने दीपक आप बनो, अब करो उजाला। अंतर्मन करो सफाई, पड़ा हुआ ताला।। जब होगा जीवन उजला, सच्ची दीवाली, वैचारिक सुख पाओगे, गूँथ ज्ञान माला।। --- ननकी 28/10/2024 Quote Writer 43 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 28 Oct 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *28/10/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* प्रकाशक। करता इशारा, यह भी है संवाहक।। वैचारिक मंथन करिए, गुण दोष की हो स्वस्थ विवेचना प्रशंसापत्र को चार शब्दों से भरिए।।... 28 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 27 Oct 2024 · 1 min read मन पायेगा कब विश्रांति। मन पायेगा कब विश्रांति। दमकेगी कब मेरी कांति।। उस दिवस प्रतीक्षा हो खत्म, जब मिले परम मुझको शांति।। --- ननकी 27/10/2024 Quote Writer 31 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 27 Oct 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *27/10/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* दीपोत्सव की बेला में, आज मिटा अंतः तमस, कर कोशिश हे मित्र। अज्ञानी मन भटक... 42 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 26 Oct 2024 · 1 min read कुछ गीत लिखें कविताई करें। कुछ गीत लिखें कविताई करें। कुछ तो हरकत लरिकाई करें।। कठिन नहीं कुछ सरल बनो सखा, कभी कहीं पर चतुराई करें।। --- ननकी 26/10/2024 Quote Writer 32 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 26 Oct 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *26/10/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* वाचस्पति। अनुसंधान में, दिखलाता महारति।। नये आयाम सदा गढ़ता। संग्रहण एवं संवर्धन कर, निश्चित लक्ष्य की ओर हमेशा बढ़ता।। *(2)- प्रथम-द्वितीय, तृतीय-चतुर्थ,... 35 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 25 Oct 2024 · 1 min read जिंदगी बेहया हो गई। जिंदगी बेहया हो गई। दर्द ही अब दवा हो गई।। क्या हुआ कब हुआ क्यों हुआ, ताजगी ही दफा हो गई।। --- ननकी 25/10/2024 Quote Writer 28 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 25 Oct 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *25/10/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* मुझको छूना मुश्किल अब, द्रुतगामी रफ्तार है, कोशिश करो हजार। ये मेरा प्रण सुनो सखा,... 38 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 24 Oct 2024 · 1 min read बहुत दूर जा चुके बिछड़कर, कभी नहीं फिर आने को। बहुत दूर जा चुके बिछड़कर, कभी नहीं फिर आने को। अब तक इच्छा मरी नहीं है, आओ मुझे सताने को।। अंजाना बनकर ही मिल लो, दिल को सुकून आ जाये।... Quote Writer 32 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 24 Oct 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *24/10/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* अन्वेषण। करता छंदों का, देता कोई आमंत्रण।। लक्ष्य यही जीवन पथ का, कोई दूसरा मुझे भाता ही नहीं, उनको सारथी पाया जीवन... 41 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 23 Oct 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *23/10/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* मेरी छवि अब अलग रहे, प्रतियोगिता से दूर हूँ, मेरे अपने ध्येय। भीड़ छोड़कर चलता... 30 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 23 Oct 2024 · 1 min read ये शराफत छोड़िए अब। ये शराफत छोड़िए अब। बंधनों को तोडिए अब।। कौन कब तक राह देखे, वक्त को ही मोड़िए अब।। --- ननकी 23/10/2024 Quote Writer 36 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 22 Oct 2024 · 1 min read मुझे किसी की भी जागीर नहीं चाहिए। मुझे किसी की भी जागीर नहीं चाहिए। अब कोई रोती तस्वीर नहीं चाहिए।। अब इन पाँवों पर डालो मत बेड़ियाँ, मुझे वही जूठी तदबीर नहीं चाहिए।। --- ननकी 22/10/2024 Quote Writer 34 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 22 Oct 2024 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *22/10/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* कर्ज़दार। सदा परेशान, घर का है कर्णधार।। आमदनी कम खर्चे ज्यादा। निम्नवर्गीय होना भी अभिशाप, यमराज सा है लेनदार का तगादा।। *(2)-... 41 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 21 Oct 2024 · 1 min read सोना ही रहना उचित नहीं, आओ हम कुंदन में ढलें। सोना ही रहना उचित नहीं, आओ हम कुंदन में ढलें। सुख सुविधाओं के लत छोड़ें, साहस की भट्टी में जलें।। वह जीना भी क्या जीना है, जिसने लक्ष्य छुआ ही... Quote Writer 33 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 21 Oct 2024 · 1 min read *मनः संवाद----* *मनः संवाद----* *21/10/2024* *मन दण्डक -- नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)* *यति-- (14,13,11) पदांत-- Sl* अनपढ़ से भी सीखा है, बड़े ज्ञान की बात यह, करिए कर्म महान। खेतों में... 36 Share Page 1 Next