रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 340 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 15 Jul 2025 · 1 min read हँसने के बहाने बहुत हैं। हँसने के बहाने बहुत हैं। अनछुए तराने बहुत हैं।। कोई भी तुमसा नहीं है, तुम्हारे फसाने बहुत हैं।। --- ननकी Quote Writer 127 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 15 Jul 2025 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *15/07/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* पटरानी। सब देख रहे, जाती रोज लेने पानी।। राजा नौकर बना फिरता। लोकतांत्रिक व्यवस्था का जादू, समूह संग कटघरे में है दिखता।।... 96 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 14 Jul 2025 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *14/07/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* मैं सारथी। कृत संकल्पित, विजय पथ का पथी।। द्रोह लहू में नहीं है मेरे। नमक का कर्ज चुकाना है शेष, मुझसा कहाँ... 14 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 13 Jul 2025 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *13/07/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* चेतावनी। पढ़ते सब हैं, मन से हो तनातनी।। ये मेरे लिए नहीं शायद। नजरअंदाज कर बढ़ जाते, करने लगते वो दूसरी कवायद।।... 226 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 12 Jul 2025 · 1 min read तू समर्थ बन। तू समर्थ बन। शुभ अर्थ बन।। संसार में, मत व्यर्थ बन।। --डॉ रामनाथ साहू 'ननकी' Quote Writer 1 3 22 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 12 Jul 2025 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *12/07/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* ये बेचैनी। अनवरत ही, ठोंकते रहते छैनी।। आहत ये सारा अस्तित्व है। व्यथा-कथा को कह देने के लिए, जागता अंतर्मन से कोई... 2 3 21 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 11 Jul 2025 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *11/07/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* यायावरी। है पसंद मुझे, सदा मेरी बिरादरी।। जिसको असभ्य कहता है। निष्कपट हृदय का प्रतीक है, शाम ढले एक छत पर रहता... 2 3 312 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 8 Jul 2025 · 1 min read सपनों को साकार करो नर, सपनों को साकार करो नर, इस पर तेरा अधिकार है। सफल हुए हैं जो भी अब तक, उन्हें पूजता संसार है।। --- डॉ. रामनाथ साहू 'ननकी' Quote Writer 2 2 259 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 8 Jul 2025 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *08/07/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* आनाकानी आनाकानी। वो करते रहे। सोची समझी नादानी लेकिन हम ये जानते थे। कुछ न कुछ अच्छा भी वो करेंगे उन्हें इसीलिए... 1 2 258 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 7 Jul 2025 · 1 min read *साम्ब षट्पदी---* *साम्ब षट्पदी---* *07/07/2024* *(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत* आज्ञाकारी। पत्नी मुझे मिली, भारतीय थी संस्कारी।। मुझमें अनेक दोष रहे। नास्तिकता की रही गहरी छाप, समझाते चली गई अब कौन कहे... 2 4 382 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 6 Jul 2025 · 1 min read उस चाँद को छूना आवश्यक नहीं, औकात में रह, दूर से ही देख कर स उस चाँद को छूना आवश्यक नहीं, औकात में रह, दूर से ही देख कर संतुष्ट हो। --- ननकी Quote Writer 1 2 28 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 6 Jul 2025 · 1 min read *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *06/07/2025* रूठे हो कई दिनों से जिंदगी बदहाल सी है सुनो, मान लो मेरी बात बस एक बार मुस्कुरा दो। कर्ज से दबा हुआ हूँ मैं सामने बड़ी... 2 3 380 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 5 Jul 2025 · 1 min read कल तक जो अंजान रहे वो आज हमारे हैं। कल तक जो अंजान रहे वो आज हमारे हैं। इस बेमतलब की दुनिया में सबसे प्यारे हैं।। ~ ननकी" Quote Writer 2 4 482 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 5 Jul 2025 · 1 min read *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *05/07/2025* जी भर गया नसीहत सुनकर ये तो उनकी पुरानी आदत है किरदार है ही इस तरह का उनका घर फूँक दिया था रोशनी के लिए। जब तक... 1 3 40 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 3 Jul 2025 · 1 min read *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *03/07/2025* तन समर्पित मन समर्पित ये जीवन तुमको सौंप दिया कुछ भी शेष नहीं अब मेरा और बताओ क्या दे दूँ। ये जो जीवन की किताब है हर... 1 4 402 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 2 Jul 2025 · 1 min read *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *02/07/2025* पति अधेड़ बीमार ग्रस्त ऐसी कोई पूँजी नहीं है जो इलाज पर लगा सकूँ मुझे किसका इंतजार है मसीहे का या मौत का। मैं चल तो रहा... 2 3 380 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 1 Jul 2025 · 1 min read *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *30/06/2025* वाणी में संयम नहीं हैं दृष्टिकोण दूषित हो चला नजरिया सकरात्मक नहीं क्या यही आधुनिकता है। सनातन भावों का खंडन आध्यात्मिकता पर विश्वास नहीं व्यर्थ प्रलाप मग्न... 3 3 408 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 30 Jun 2025 · 1 min read मेरा इंसान होना ही मेरी बड़ी उपलब्धि है। कीट, पतंग तो नहीं ब मेरा इंसान होना ही मेरी बड़ी उपलब्धि है। कीट, पतंग तो नहीं बनाया, ये उसकी कृपा है। अब ये मेरी सोच है कि मैं अपने अंदर के इंसान को मरने... Quote Writer 1 2 29 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 30 Jun 2025 · 1 min read मेरी मौन साधना का ही परिणाम है तू। मेरी मौन साधना का ही परिणाम है तू। Quote Writer 34 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 30 Jun 2025 · 1 min read *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *30/06/2025* जिसे कभी नहीं देखा मैंने उसका नाम सभी लेते हैं जगत में एक सबसे प्यारा मेरा प्रियतम आराध्य है। अदृश्य प्रेरणा पुंजों का स्वामी अप्रत्यक्ष मुझे वह... 29 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 29 Jun 2025 · 1 min read ग्रहों पर जाने मानव कभी अंतरदृष्टि से अपने अंदर में व्यापक अ ग्रहों पर जाने मानव कभी अंतरदृष्टि से अपने अंदर में व्यापक अनंत आकाश का विचरण कर। ~ डॉ रामनाथ साहू "ननकी" Quote Writer 1 1 36 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 29 Jun 2025 · 1 min read *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *29/06/2025* भटकता रहा जीवन भर इस द्वार से उस द्वार तक कहीं तो करा दे कोई मुझे जिसे उपनिषद कहते आत्मबोध। एकाग्रता मन को मिले ऐसा कोई उपाय... 2 1 549 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 28 Jun 2025 · 1 min read *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *28/06/2025* कोई नहीं सुनता है मेरी अनदेखा किया जा रहा हूँ कोई प्रतिक्रिया नहीं होती इतनी शिकायत के बाद भी। वो हमसे शिकायत करते हैं हम उनसे शिकायत... 2 5 23 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 27 Jun 2025 · 1 min read *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *27/06/2025* असमंजस की स्थिति में है युवा योग्यता कुचली जा रही है अब अवसर सब बंद कर दिये गये उर्जित मन होने लगा दिग्भ्रान्त। कौन से गलत कर्म... 2 3 29 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 25 Jun 2025 · 1 min read *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *नवनिधि क्षणिकाएँ---* *22/06/2025* विरह पीड़ा से पीड़ित व्याकुल मन प्रियतमा को परोक्ष पाकर रुदन करे सारी शिकायतें समाप्त हो जाती हैं तपती धरती को वर्षा की बूँदें मिलती ज्यों। अरे... 1 2 551 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 24 Jun 2025 · 1 min read नवनिधि क्षणिकाएँ--- नवनिधि क्षणिकाएँ--- 23/06/2025 अनिर्वचनीय हृदय की भावना है जीवन भर की अटूट साधना है आँसूओं की स्याही से लिखी जाने वाली एक अनंत छंदबद्ध कविता है प्रेम। धरती और आकाश... 2 4 390 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 23 Jun 2025 · 1 min read नवनिधि क्षणिकाएँ--- नवनिधि क्षणिकाएँ--- 23/06/2025 किसी को कमजोर देखकर आसपास बड़े चालक होने का घमंड पाल रखे हो तुमको शायद ये पता तो होगा जरूर हर शेर को सवा शेर मिल ही... 1 3 337 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 22 Jun 2025 · 1 min read नवनिधि क्षणिकाएँ--- नवनिधि क्षणिकाएँ--- 22/06/2025 बड़े उत्सुक है जानने के लिए मैं ऐसा क्यों रहता हूँ हर पल गुस्से से भरा हुआ मैं उस वक्त खुद से लड़ रहा होता हूँ। ये... 2 3 371 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 20 Jun 2025 · 1 min read नवनिधि क्षणिकाएँ---ं नवनिधि क्षणिकाएँ---ं 20/06/2025 तलुवे चाटने वाले सिंहासनारूढ़ हुए गला कटाने वाले लुप्त हैं इतिहास से। चाटुकारिता की भी हद है दोमुँहे सर्प की तरह थे तुम इधर भी राम उधर... 1 2 496 Share रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.) 19 Jun 2025 · 1 min read नवनिधि क्षणिकाएँ--- नवनिधि क्षणिकाएँ--- 19/06/2025 बचपन की यादें भुलाये नहीं भूलते अब आते हैं सपनों में बच्चों में निहारता हूँ खुद को। वो शरारतों का दौर सारी बदमाशियां स्मृतियों में कैद हैं... 2 2 29 Share Page 1 Next