Ram Naresh 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ram Naresh 19 Jan 2017 · 1 min read आ गई वर्षा प्यारी हरी-भरी हरियाली लेकर, आ गई वर्षा प्यारी। काले-काले बादल घिरे हुए हैं, देखो कैसी छटा निराली। रिमझिम-रिमझिम बरस रहा है, धरती पर फैली हरियाली। छायी है नभ तक अंधियारी।। आ... Hindi · कविता 2 540 Share Ram Naresh 18 Jan 2017 · 1 min read हिमालय की छटा ये हिमालय की छटा है,शीश पर हिम की जटा है। ऊँचा खड़ा हिमालय आकाश चूमता है। फूलों की वादियो में,ख़ुशबू को सूँघता है। कल-कल निनाद के स्वर से,गीत गूँजता है।... Hindi · कविता 1 378 Share