कवि रमेशराज Tag: गीत 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि रमेशराज 30 Apr 2017 · 1 min read रमेशराज के दो लोकगीत – लोकगीत-1. “ डिजीटल कर ले लांगुरिया “ ------------------------------------------------------ दाल डिजीटल हो गयी, उसके सँग में प्याज चकाचौंध में आ गये फल सब्जी भी आज, मुख पै आये दुःख के भाव... Hindi · गीत 458 Share कवि रमेशराज 30 Apr 2017 · 2 min read नंगा चालीसा [ रमेशराज ] लुच्चे छिनरे सिरफिरे रहें तुम्हारे साथ, तुम घूमो हर नीच के डाल हाथ में हाथ | नमो नमो नंगे महाराजा, लाज सबै पर तुम्हें न लाजा ||1|| झूठ तुम्हारे पांव... Hindi · गीत 687 Share कवि रमेशराज 30 Apr 2017 · 4 min read रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत धर्म का मतलब नहीं, ‘काटो गला’—1 -------------------------------------------- गोलियों से गात छलनी यूं न कर प्यार के जज़्बात छलनी यूं न कर। इस तरह तू दुष्ट मत चाकू चला धर्म का... Hindi · गीत 507 Share कवि रमेशराज 30 Apr 2017 · 6 min read रमेशराज के समसामयिक गीत ।। आज हमारे चाकू यारो ।। ---------------------------------------- बिना ध्येय के रक्तपात को आतुर बन बैठे, आज हमारे चाकू यारो हम पर तन बैठे । हमने छुरियों को समझाया उनका कत्ल... Hindi · गीत 375 Share कवि रमेशराज 30 Apr 2017 · 4 min read रमेशराज के विरोधरस के गीत -गीत- मैं नेता हूं +रमेशराज ------------------------------------------ कहीं तुम्हें भी चिपका दूंगा कोई पद भी दिलवा दूंगा एक लाख केवल लेता हूं। मैं नेता हूं।। मेरी सारी झूठी बातें जैसे मरुथल... Hindi · गीत 317 Share कवि रमेशराज 30 Apr 2017 · 5 min read रमेशराज के 12 प्रेमगीत खेत गुलाबों के---1 ---------------------------------- फिर चाहे जीवन-भर मिलते किस्से घावों के एक उम्र तो जी लेते हम बिना तनावों के। मैने चाहा था वसंत का मीठा-सा सपना, जिस पर मैं... Hindi · गीत 493 Share कवि रमेशराज 30 Apr 2017 · 4 min read रमेशराज के नवगीत वैरागीपन पास बुलाये---1 ---------------------------------------- अभिमन्यु की तरह लड़ा मैं प्रश्नों के हर चक्रव्यूह से, पहिया थाम हुए हाथ में टूटे विश्वासों के रथ का। आसमान छूने निकले यूं अंधे मरियल... Hindi · गीत 320 Share कवि रमेशराज 5 Feb 2017 · 8 min read रमेशराज के चर्चित राष्ट्रीय बालगीत बाल-गीत || हमें वतन प्राणों से प्यारा || -------------------------------------- भारत की क्यारी-क्यारी पर इसकी महकी फुलवारी पर, इसके खेतों, खलिहानों पर इसकी मोहक मुस्कानों पर, जन्मसिद्ध अधिकार हमारा। हमें वतन... Hindi · गीत 439 Share कवि रमेशराज 5 Feb 2017 · 4 min read रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत ।। तिरंगा लहराए ।। ---------------------------------------- देश रहे खुशहाल, तिरंगा लहराए चमके माँ का भाल,तिरंगा लहराए। आजादी का पर्व मनायें हम हँसकर कुछ भी हो हर हाल तिरंगा लहराए। व्यर्थ न... Hindi · गीत 421 Share कवि रमेशराज 5 Feb 2017 · 7 min read रमेशराज के त्योहार एवं अवसरविशेष के बालगीत || रावण || ------------------------ बीस भुजाएं, दस मुख वाला बड़ा अजब और बड़ा निराला एक साथ में दस-दस लड्डू झट खा जाता होगा रावण। बंद करके पलकें चालीसों फैला करके... Hindi · गीत 568 Share कवि रमेशराज 8 Nov 2016 · 6 min read लोककवि रामचरन गुप्त के पूर्व में चीन-पाकिस्तान से भारत के हुए युद्ध के दौरान रचे गये युद्ध-गीत कवि रमेशराज के पिता स्व. श्री 'लोककवि रामचरन गुप्त ' का चर्चित 'लोकगीत'—1. || पापी पाकिस्तान मान || ---------------------------------------------------------------- ओ पापी मक्कार रे, गलै न तेरी दार रे भारत माँ... Hindi · गीत 457 Share