Saloni Raj 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Saloni Raj 21 Feb 2022 · 1 min read जब बेटी जा रही थी जब बेटी जा रही थी माँ रो रही थी | मैंने पिता को ढुंढा, वो विरह का क्षण बर्दाश्त न कर पाने की शक्ति के कारण पता नहीं कहाँ चला... Hindi · संस्मरण 319 Share Saloni Raj 12 Feb 2022 · 1 min read कितनी अच्छी किताब क्यों खाली बैठे हो जनाब देखो पढ़ने को कितनी किताब | इसमें है साइंस की आवाज कुछ में हैं, कहानियां मजेदार | तो कुछ में है, ज्ञान का भंडार किताबों... Hindi · कविता 433 Share Saloni Raj 11 Feb 2022 · 1 min read खोज रहे हम नीर चांद और मंगल पर जाकर खोज रहे हम नीर सूख रही जो धरती उसकी नहीं सुन रहे पीर जल से ही मानव, पशु, पक्षी फूलों के उधान जल संकट गहराया... Hindi · गीत 184 Share Saloni Raj 5 Feb 2022 · 1 min read माँ सरस्वती कमल पर शोभती माता कहाँ वीणा बजाती हो.... कहाँ तु हंस पर बैठी मधुर संगीत गाती हो जिधर मैं दृष्टि करती हूँ, उधर तुम बैठीं रहती हो... कमल पर शोभती... Hindi · गीत 361 Share Saloni Raj 4 Feb 2022 · 1 min read पानी हैंडपंप और ट्यूबवेल सूखे धरती बनी अलाव रे, दादा जी ने पेड़ लगाए हमने सारे काट दिए, न ई पौधे न लगी एक भी, सूखी चूनर धानी रे | गंगा... Hindi · गीत 264 Share Saloni Raj 2 Feb 2022 · 1 min read नया सवेरा नया सवेरा आशा का संचार करेगा | हमको हर बाधा से निश्चित पार करेगा || कल ये आंधी भी उतरेगी, कल ये मौसम भी निखरेगा | रंग खुशी का फिर... Hindi · गीत 1 392 Share Saloni Raj 1 Feb 2022 · 1 min read हमारे आंगन की सब लड़कियां लड़कियां खेलती थीं - गाती थीं अब नहीं गाती हैं बच्चियां, उलझ जाती हैं गोरैया - सी जाल में खेलती नहीं हैं लड़कियां... अक्सर उनके बुत तोड़ने की कोशिश होती... Hindi · कविता 328 Share Saloni Raj 1 Feb 2022 · 1 min read बारिश हवा का रुख कहीं और का है या शायद बादलों की तबियत नासाज़ है बदला है मौसम का मिजाज या बरखा का मूड ख़राब है बस चंद रोज और हमारे... Hindi · कविता 1 416 Share Saloni Raj 1 Feb 2022 · 1 min read वक़्त तारीखें गुजरेगी साल गुजर जायेंगे रातें यूं ही बीतेंगी और दिन यूं ही ढल जायेंगे कोई कितना रोके इनको ये कहां रूक पायेंगे अपनी धुन के ये हैं पक्के ये... Hindi · कविता 1 2 302 Share Saloni Raj 31 Jan 2022 · 1 min read पिता का लौटना वे लौटते हैं लेकिन दिखते नहीं बोलते हैं बिना ध्वनि और स्वर के मैं नहीं कह सकता, पहले क्या होता है मेरा यह कहना : पिता यूं करते या उनका... Hindi · कविता 2 176 Share Saloni Raj 31 Jan 2022 · 1 min read चीटियाँ कभी नहीं देखा - चीटियों को एक - दूसरे पर झपटा मारते हुए न ही कभी देखा - उन्हें आपस में लड़ते- झगड़ते - भिड़ते..... चीटियों ने कभी किसी का... Hindi · कविता 145 Share