Raj Kumar Jaiswal Language: Hindi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Raj Kumar Jaiswal 23 May 2021 · 1 min read वर्षा-वर्णन नदी नदी उमड़ पड़ी, घुमड़ पड़ी घटा-घटा। जोर-शोर हो रहा, चमक-दमक रही छटा। घोर-घाम-ताप-थाम, शाम फिर से घिर चला। काली रात गोद में, मुदित मन तिमिर चला। रात ने जो... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 3 528 Share