राजेश बन्छोर Language: Hindi 57 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 राजेश बन्छोर 2 May 2017 · 1 min read " साथी चल " ********************* साथी चल कुछ कर दिखलाएँ अमन-चैन के गीत सुनाएँ शोषण, घुसखोरी, गद्दारी अन्याय, अनाचार, भ्रष्टाचारी गली-गली नफरत का जहर द्वार-द्वार मच रहा कहर मिलकर आओ दूर भगाएँ साथी चल... Hindi · कविता 410 Share राजेश बन्छोर 2 May 2017 · 1 min read "मजदूर" अपनी सांसों में उर्जा भरकर निर्माण जो करता नवयुग का औरों को सुख-सुविधा देकर करे सामना हर दुख का जो रूके अगर, रूक जाए दुनिया सारे जग का रीढ़ वही... Hindi · कविता 791 Share राजेश बन्छोर 2 Mar 2017 · 1 min read एका त्योहार दीवाली सा हर दिन लगे और दशहरे सी रात ! होली जैसी दोपहरी हो रोज खुशी की बात !! पर आज दीया जले आगजनी सा राम राज में रावण पलता... Hindi · कविता 658 Share राजेश बन्छोर 30 Jan 2017 · 1 min read "अमर शहीद" अन्याय हुआ शोले उठे अब सभी शोर रूक जाएँगे ! सात दशक आजादी के जैसे फिर बहार चमन में आएँगे !! शहीद हुए जो मातृभूमि पर यही शब्द रह जाएँगे... Hindi · कविता 560 Share राजेश बन्छोर 29 Jan 2017 · 1 min read "कारगिल" ललकार हमें न ए जालिम अब हमें नहीं सहना है ! खबरदार ए सरहदपार कश्मीर हमारा अपना है !! मत दोहरा इतिहास भूल से इतिहास नया बनाके देख ! यारी... Hindi · कविता 673 Share राजेश बन्छोर 29 Jan 2017 · 1 min read "नन्हा फूल" फूल खिलते रहेंगे यह सोचकर खुश था मगर दुख इस बात का, कि रौंदी जा रही मासूम कलियाँ Hindi · शेर 1 667 Share राजेश बन्छोर 29 Jan 2017 · 1 min read आखिर ऐसा क्यों ? बढ़ रहे बलात्कारी ! चीख रही भारत की नारी !! आज के मायावी राक्षसों से भगवान भी घबराता है ! इसलिए द्रोपदी की लाज बचाने कोई कृष्ण नहीं आता है... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 3 1 1k Share Previous Page 2