Phoolchandra Rajak Tag: मुक्तक 100 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Phoolchandra Rajak 14 May 2023 · 1 min read मां के बिन बिन मां के तेरा कोई बाजूद ना था। लेकिन आज भी याद नहीं है तुझे मां कौन थी। एक दिन तू जिस मां का बेटा था, लेकिन आज भूल कर... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 1 449 Share Phoolchandra Rajak 8 May 2022 · 1 min read मां की वंदना हे माता, पिता तुम्हारे चरणों में कोटि कोटि नमन है। अहसान मुझ पर इतना कि, मैं जिंदगी भर लौटा सकता नही। बस, प्रार्थना और वंदन करता ही रहूं यह एक... Hindi · मुक्तक 1 1 303 Share Phoolchandra Rajak 11 Apr 2022 · 1 min read कुछ बातें! कुछ बातें हमेशा शेयर नहीं कर सकते हैं। गोपनीयता को हम हमेशा बरकरार रखते हैं। जिंदगी दिल्लगी नही हो सकती है। तुमसे प्यार बहुत करते हैं,पर कह नहीं सकते हैं।... Hindi · मुक्तक 260 Share Phoolchandra Rajak 7 Apr 2022 · 1 min read वक्त कभी रुकता नहीं? वक़्त कभी रुकता नहीं है,चाहे कैसा भी गुजर रहा हो। हवा कभी रुकती नहीं, चाहें मौसम बदल रहा हो। सूरज कभी रुकता नही, चाहें तूफान चल रहा हो। धरती कभी... Hindi · मुक्तक 1 1 369 Share Phoolchandra Rajak 21 Mar 2022 · 1 min read कविता दिवस! करुणा से कविता, और कविता से करुणा से दोनों ही घायल होते हैं। दोनों हंसते भी साथ, साथ और साथ, साथ ही रोते हैं। कविता सहृदय में बसती है। लयो,... Hindi · मुक्तक 2 438 Share Phoolchandra Rajak 16 Mar 2022 · 1 min read माता-पिता का अहसान। जीवन में माता-पिता का अहसान हमेशा रहेगा। तू माने ना माने , तेरे साथ चलेगा। कर्ज कभी भी नही तू, नहीं उतार सकेंगा। तुझे पाल पोष कर इतना बड़ा किया।... Hindi · मुक्तक 1 1 345 Share Phoolchandra Rajak 6 Mar 2022 · 1 min read पेड़ की संवेदना। मैं प्राणवायु तुम्हें, देता हूं। तुमसे कब? कुछ मांगता। फिर भी तुम मुझे, काटते रहते हो! मैं तुम्हारे लिए सब कुछ सहता रहता हूं। तुम्हें मीठे, मीठे फल खिलाता रहता... Hindi · मुक्तक 3 2 392 Share Phoolchandra Rajak 20 Feb 2022 · 1 min read मानव जीवन का सार। समझले ,समझले, समझकर मानव जीवन का सार। नहीं हो जायेगा सब कुछ बेकार।आया था इस तन में, तलाश ले मोक्ष द्वार। पछताओगे बाद में,जब निकल जायेगा इतवार। हमेशा रत रहता... Hindi · मुक्तक 2 1 518 Share Phoolchandra Rajak 19 Feb 2022 · 1 min read अपने विचार! अलग हो सकते हैं, अपने अपने विचार।-------------------पर!अलग नहीं हो सकता है, जीवन का सार।----------------+-----+---शब्द खत्म नहीं सकते हैं, फिर बन जाता है ज्ञान -विज्ञान।------------------------------यंत्र,तंत्र, और मंत्र से ये दुनिया चलती... Hindi · मुक्तक 2 1 367 Share Phoolchandra Rajak 14 Feb 2022 · 1 min read प्रेम दिवस? यह प्रेम दिवस नहीं,प्रेम विवश है!----------एक मात्र इजहार करने का बस है।---------पशिचमी देशों का चलन है, और मन का पागन पन है। संस्कृति का हनन है।--------प्रेम दिवस नही ,प्रेम विवश... Hindi · मुक्तक 2 626 Share Phoolchandra Rajak 10 Feb 2022 · 1 min read कैसे ये नारा लिखूं? प्रार्थना लिखूं,या शिकायत लिखूं।-------+मुझे बता मेरे दोस्त अब!क्या लिखूं?-----चारो तरफ दीपकों की भरमार है।---------ले किन दिखाई कुछ दे नही रहा।----+-+-उजाला लिखूं या अंधेरा लिखूं।---------+अब मुझे बता मेरे दोस्त क्या लिखूं।------हंसने... Hindi · मुक्तक 2 2 340 Share Phoolchandra Rajak 7 Feb 2022 · 1 min read दूसरों को भी जगाइये । लिखिये और पढ़िए,पर! दूसरों का गुलाम न बनिये। शिक्षा का महत्व समझिये। अपनी ऊर्जा का दोहन करिये।------+-------कभी पिछलग्गू मत बनिये। अपनी बुद्धि का इस्तेमाल भी करिये। पैसा हां पैसा मत... Hindi · मुक्तक 1 1 354 Share Phoolchandra Rajak 6 Feb 2022 · 1 min read स्वर कोकिला लता जी। स्वर कोकिला मरी नही,अमर हो गई है।----------अब! केवल दूसरे जगत में ट्रांसफर हो गई है।--------------------------+-+--+-स्वरो से भर दी सब की झोली।रही न कोई खाली।आप चलीं सब छोड़,अमरतत्व में विलीन हो... Hindi · मुक्तक 1 367 Share Phoolchandra Rajak 19 Jan 2022 · 1 min read प्रभू जी से प्रार्थना। प्रभू जी करो जीवों का उद्धार।--------+---विकल है सारे प्रानी,यह कैसी रचना तुम्हार।--प्रभू करौ जीवों का उद्धार।--------भूल,प्यास, सर्दी, गर्मी,सहते दुख अपार ।शरण नही देता है ,मानव जाये किसके द्वार।।प्रभू-------------------------------------सुख में नही... Hindi · मुक्तक 1 1 509 Share Phoolchandra Rajak 15 Jan 2022 · 1 min read तुमसे एक सवाल? क्यो नही आ रहा ,खून में उबाल। जिंदा किसलिए है ,यह मलाल।-----------------क्या गया!भूल जो कर आया था वादे!------लेकर जन्म मनुष्य का , और करता जीव हलाल?--------------------------तुमसे एक सवाल? सत्य धर्म... Hindi · मुक्तक 510 Share Phoolchandra Rajak 12 Jan 2022 · 1 min read युवा दिवस पर विशेष। आज का युवा,बन गया नकल निधान ।---न बचा बल और बना न बुद्धि मान।--------युवा राष्ट्र निर्माण की इकाई है, पर नही पहचान।----गलत आदतों का होता,हर दम शिकार------*----------------------------नही चिंता करता है,... Hindi · मुक्तक 1 3 309 Share Phoolchandra Rajak 11 Jan 2022 · 1 min read ज्ञानवान मानव। ज्ञानवान मानव हमेशा दूसरों के लिए जीतें रहते हैं।------------परहित अपना धर्म समझकर करते रहते हैं।--------------------नही किसी से भय खाते,न भयभीत रहते हैं। हमेशा सत्य के मार्ग पर चलते रहते हैं।... Hindi · मुक्तक 2 490 Share Phoolchandra Rajak 10 Jan 2022 · 1 min read धन्यवाद आपका! धन्यवाद में छुपी शक्ति को पहचानना तुम। कृतज्ञता प्रकट कर, मुश्किलों से बचना तुम।--------------------------------नही दोष देखना किसी के, शिकायत से बचना तुम।------कितनी भी मुश्किल आ जाये,जरा न घबराना तुम।-----------------जिदंगी के... Hindi · मुक्तक 4 4 452 Share Phoolchandra Rajak 8 Jan 2022 · 1 min read आओ हम सब मिलकर। आओ हम सब मिलकर के संघर्ष करें।---गरीब, और गोमाता का दुखड़ा हरे।---------मानव तन में आकर कुछ तो पुण्य करें।---तुम भूल चुके हो अपनी करनी और कथनी।--कुछ धर्म का मार्ग बना... Hindi · मुक्तक 2 2 583 Share Phoolchandra Rajak 6 Jan 2022 · 1 min read सुविचार। जीवन तथ्यों और घटनाओं पर आधारित नहीं है।यह व्यक्ति के दिलों में उठने वाले विचारों के तूफान पर आधारित होता है।---जीतो ऐसे, जैसे कि तुम्हें इसकी आदत हो।हारो जैसे कि,... Hindi · मुक्तक 1 306 Share Phoolchandra Rajak 3 Jan 2022 · 1 min read मेरी आस्था। मैं जहां भी देखता हूं, वहां तुम्हें ही पाता हूं।समस्त जीवों में प्रभू के दर्शन करता हूं। कभी नहीं निहारता पत्थर को, मैं अपनी आस्था को मानवता से जोड़ता हूं।... Hindi · मुक्तक 1 1 362 Share Phoolchandra Rajak 28 Dec 2021 · 1 min read जीतें तो सभी! जीतें तो सभी है,पर!लक्ष्य विहीन होते हैं।मानव की देह में रहकर,हम राक्षस की तरह जीते हैं।अमृत को छोड़कर , सभी जहर का प्याला पीते हैं।भूरी भूरी प्रसंशा के दिवाने होते... Hindi · मुक्तक 2 289 Share Phoolchandra Rajak 17 Dec 2021 · 1 min read मोबाइल कैसा? मोबाइल बच्चों के लिए ,खेल का मैदान बन गया है! उपयोग अगर समझदारी से करो, तो ज्ञान बन गया है। कालेज में पढ़ने वाले बच्चों के लिए, शैतान बन गया... Hindi · मुक्तक 1 1 312 Share Phoolchandra Rajak 16 Dec 2021 · 1 min read लानत है जिंदगानी! हम ज्यादातर दोहराते, हैं इतिहास।---------उसकी को नया रूप देकर, बनाते हैं खासमखास।----------++++++++++++जरुरत है कुछ नया करने की, और तुम ढर्रे उछाल रहें हो।------अरे तुम्हारी कब समझ में आयेगी, तुम खाक... Hindi · मुक्तक 2 4 594 Share Phoolchandra Rajak 14 Dec 2021 · 1 min read चमत्कार को नमस्कार! चमत्कार को नमस्कार है। यही जमाने का आधार है। बन गया है, यही मानव का व्यवहार है। सीधे साधे को दुनिया क्या पहचाने।वह दुष्ट और दुराचारी ,को ही सन्माने।कीमत नही... Hindi · मुक्तक 1 1 342 Share Phoolchandra Rajak 12 Dec 2021 · 1 min read इसे रोको! रोक सकते हो तो इसे रोको? ये भीड़ कहां जा रही हैं?क्षण भंगुर सुख की प्राप्ति हेतु सारा सर्वस्व न्यौछावर किये जा रही है।रोक सकते हो तो रोको इसे, असत्य... Hindi · मुक्तक 1 1 261 Share Phoolchandra Rajak 12 Dec 2021 · 1 min read मेरी वीरता! मेरी वीरता पुकार रही है। दुष्टों से जंग करने के लिए कह रही है। दुष्टों से जंग करने के लिए हथियार चाहिए। दुष्टों से जंग करने के लिए लक्ष्मण जैसा... Hindi · मुक्तक 2 2 314 Share Phoolchandra Rajak 3 Dec 2021 · 1 min read सांठ-- गांठ सांठ -गांठ के खेल से मिल जाता है,पुस्तकार।बजने लगती है, तालियां मच जाता हा- हा-कार। कुछ यहां की और कुछ वहां की, चोरी कर लाता है। बिना कुछ किए ही... Hindi · मुक्तक 2 2 384 Share Phoolchandra Rajak 24 Nov 2021 · 1 min read किसान! किसान भारत की शान। लेकिन हमको नही पहचान।आज नही बन सका महान। पर ! दुनिया का इसके बिना नही चलता खान,पान।दिन रात मेहनत करता है, करता श्रमदान। फिर भी हमेशा... Hindi · मुक्तक 2 2 435 Share Phoolchandra Rajak 22 Nov 2021 · 1 min read हीरे की पहचान! हीरे को कौन पसंद करता है।जो पत्थर दिल बन जाता है।हीरा भी एक पत्थर ही होता है।बस! अपनी खास चमक के कारण हीरा कहलाता है।हीरा कौन जानता,पहचानता है।उसका उपयोग चंद... Hindi · मुक्तक 2 2 497 Share Page 1 Next