अतुल कुमार राय 14 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अतुल कुमार राय 24 Dec 2016 · 1 min read हिदायत "मयस्सर जो कुर्सी है उसका अब तो वाजिब इस्तेमाल कर लो ऐ साहिब-ए-सद्र, शाम सियासत की बदसलूक न हो अंधेरी रात हुई गर तो ढल जाएगी।।" Hindi · शेर 1 220 Share अतुल कुमार राय 15 Dec 2016 · 1 min read चलते-चलते छोड़ गये सफर में हमसफर,गुमराह हो गये तिनके का सहारा ही सही सहारा तो था। आवारगी के चर्चे मशहूर जब हुए, दिल कह उठा कम से कम आवारा तो था।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 244 Share अतुल कुमार राय 15 Dec 2016 · 1 min read एक अहम सवाल...? मर जाती है भूख से वो जब बाजार गर्म न हो, गर बिक जाए सौदा क्यूँ सुकूँ से खा न पाती वो। मयस्सर चाँदनी लेकिन अँधेरा जिन्दगी में है, दरिया_ए_अश्क... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 292 Share अतुल कुमार राय 6 Dec 2016 · 1 min read आवाज उसकी रुसवाई ही थी जो कलम ने सचबयानी को मजबूर कर दिया। मस्तमलंग फिरता रहा अब लेकिन खुद पर खुद को मगरूर कर दिया। चोट दी हुयी उसकी यूँ दिलों... Hindi · शेर 1 2 399 Share अतुल कुमार राय 6 Dec 2016 · 1 min read आइना सब चेहरे बेचेहरे हो गये जब, आईना समाज से रूठा और टूट गया। पाशविक प्रवृत्ति चरमोत्कर्ष पर पहुँची, इंसाँ का अपने अक्श से जब दामन छूट गया।। Hindi · शेर 1 241 Share अतुल कुमार राय 6 Dec 2016 · 1 min read चेतावनी कब तलक जियोगे गुमनाम रहकर जिन्दगी जाया हो जाएगी। रात भी मुँह मोड़ अँधेरे से सुबह में उजाले का साया हो जाएगी। तोड़ जंजीरें झूठे रिश्तों की,अब मरना छोड़ किश्तों... Hindi · शेर 1 208 Share अतुल कुमार राय 6 Dec 2016 · 1 min read गरीब की खुशी दुखों के ढेर से खुशी माँ के आँचल में छानता हूँ। मयस्सर इक औरत जिन्दगी में,खूबसूरत उपहार मानता हूँ। चाहत नही खुशी के लिए मिले सौगात में खिलौने मंहगे बहुत... Hindi · शेर 1 251 Share अतुल कुमार राय 6 Dec 2016 · 1 min read शायरी १. आज चाँदनी सहमी सहमी सा क्यूँ है, शमा फिजा की ठहरी ठहरी सी क्यूँ है, नया यार मिला तुझे जो अजीज मेरा था ऐ रक़ीब, शायद पलकों पर इसीलिए... Hindi · शेर 1 525 Share अतुल कुमार राय 5 Dec 2016 · 1 min read दास्तान-ए-सफ़र-ए-ज़िन्दगानी ‘ऋतु’आ चुकी कब की ,‘शीत’अब आयी है। सोचकर समझकर बहुत डरकर भी,लिखने को कलम उठायी है।। अश्क सूख गये चुभन तीखी धुंधला गये धुंध में, मैने जब भी जमाने को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share अतुल कुमार राय 5 Dec 2016 · 1 min read लहू को उबलने तो दो मौत का गर बुलावा भी आए तो क्या, फिर न कहना कभी भी संभलने तो दो। जंग-ए-मैदान मे बाँध सर पे कफन, पाँव सीमा तरफ अब निकलने तो दो। तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 189 Share अतुल कुमार राय 5 Dec 2016 · 1 min read बस यूँ ही तुम रात चाँद की चाँदनी हो,मैं सुबह से पहले भोर प्रिये! मीठी धुन हो संगीत की तुम,मैं धड़कते दिल का शोर प्रिये! तू बरसते सावन की फुहार,मैं बदरी बस घनघोर... Hindi · कविता 465 Share अतुल कुमार राय 5 Dec 2016 · 1 min read वाकया खुले केश अधरों पर लाली/शोभित बिंदी माथे पर, बंजर जमीं पर मुद्दतों बाद/बारिश आयी हो जैसे! पीली साड़ी श्वेत बदन का/कर रहे बखूबी थे श्रृंगार, नाक पे गुस्सा तीखी नजर/कयामत... Hindi · कविता 324 Share अतुल कुमार राय 5 Dec 2016 · 1 min read बेवफा इश्क के दरिया मे/डुबोया हूँ खुद को खुद ही, तन्हाई मे भी रो सकूँ/मिले ऐसे हालात नही! थी वफा जब तक/खुद को जुगनू ही समझा किए अना की जंग मे/मयस्सर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 440 Share अतुल कुमार राय 5 Dec 2016 · 1 min read माँ ये ओस की बूँदे पत्तों पर,गिर-गिर कर जब ली अंगड़ाई। पलकें जो खुली ख्वाबों के बाद,ऐ माँ बस तू ही याद आई।। पेड़ों की डलिया सिसकी हैं,पंक्षी वीरानी पर रोये,... Hindi · कविता 218 Share