Rahul Prasad 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rahul Prasad 23 May 2021 · 3 min read अधिकार और अत्याचार *** एक ओर अधिकार दूजे ओर अत्याचार **** एक ओर अधिकार खड़ा है, दूजे ओर अत्याचार बड़ा है l अधिकारों और अत्याचारों के मध्य, जीवन सूना, हर हर्ष स्तब्ध! मिले... Hindi · कविता 2 507 Share Rahul Prasad 23 May 2021 · 3 min read हे इंसान अब तो तू संभल जा हे इंसान अब तो तू संभल जा क्या लगी तुझे बीमारी? क्यूँ लगी तुझे बीमारी! जिसके कारण तू ऐसे चहकता है, उसे ही क्यूँ देता गाली l कर ले.. कर... Hindi · कव्वाली 1 634 Share Rahul Prasad 23 May 2021 · 2 min read बरसात - आपौ: दिव्यम बरसात - आपौ: दिव्यम प्रकृति का सूखा हुआ हर एक शरीर सुख, आनंद, तपिश, दुःख और पीर बूंदों के ताबड़तोड़ चला कर तीर सब कुछ गीला कर देती है बरसात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 3 276 Share Rahul Prasad 27 May 2021 · 2 min read बरसात हर इंसान के जीवन में जज्बातों में होती है बरसात आठ पहर की किसी घड़ी में अपने मन होती बरसात l अगर अकेले ऊब गया है संग लेले थोड़ी बरसात... Hindi · कविता 1 1 247 Share Rahul Prasad 23 May 2021 · 2 min read मेरे राष्ट्र का सम्मान : वैश्विक प्रेरणा अभिव्यक्ति गीत बना वक्त निर्दयी कई जाने हैं गई! हिंदुस्तान का मेरे, सम्मान ले गई! यह रोग पराए चीन से फैला हुआ जिसका असर बहुत विषैला l संक्रमण फैला लगा मौत का... Hindi · गीत 254 Share Rahul Prasad 23 May 2021 · 3 min read हम पूछे सवाल गांव गांव हर शहर गली क्यूँ फैला मौत का जाल? हर जन मन बेहद चिंतित है हम किससे पूछे सवाल? आखिर क्यूँ है बुरा हाल? और कौन है जिम्मेदार ?... Hindi · कविता 1 427 Share Rahul Prasad 23 May 2021 · 3 min read *** यारों जरा देखो, अब तो जरा सोचो *** यारों जरा सोचो अब तो जरा सोचो रोग ये देखो, आपस में दूरियाँ देखो गजब की यहां, हुई मजबूरियाँ देखो दिलो दिमाग का सबके बुरा हाल है? बहुत कुछ था... Hindi · गीत 266 Share Rahul Prasad 23 May 2021 · 2 min read बंद बंद सब बंद बंद सब हो रहा देखो बंद! बंद बंद सब बंद बंद, सब हो रहा देखो बंद! गर कुछ अभी रह गया बाकी वो भी पड़ा है अब मंद l रोजी बची हैं कुछ चंद हुए रोजगार... Hindi · गीत 263 Share