Rahul Prasad Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rahul Prasad 27 May 2021 · 2 min read बरसात हर इंसान के जीवन में जज्बातों में होती है बरसात आठ पहर की किसी घड़ी में अपने मन होती बरसात l अगर अकेले ऊब गया है संग लेले थोड़ी बरसात... Hindi · कविता 1 1 290 Share Rahul Prasad 23 May 2021 · 2 min read बरसात - आपौ: दिव्यम बरसात - आपौ: दिव्यम प्रकृति का सूखा हुआ हर एक शरीर सुख, आनंद, तपिश, दुःख और पीर बूंदों के ताबड़तोड़ चला कर तीर सब कुछ गीला कर देती है बरसात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 3 313 Share Rahul Prasad 23 May 2021 · 3 min read हम पूछे सवाल गांव गांव हर शहर गली क्यूँ फैला मौत का जाल? हर जन मन बेहद चिंतित है हम किससे पूछे सवाल? आखिर क्यूँ है बुरा हाल? और कौन है जिम्मेदार ?... Hindi · कविता 1 486 Share Rahul Prasad 23 May 2021 · 3 min read अधिकार और अत्याचार *** एक ओर अधिकार दूजे ओर अत्याचार **** एक ओर अधिकार खड़ा है, दूजे ओर अत्याचार बड़ा है l अधिकारों और अत्याचारों के मध्य, जीवन सूना, हर हर्ष स्तब्ध! मिले... Hindi · कविता 2 543 Share