प्रदीप तिवारी 'धवल' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रदीप तिवारी 'धवल' 22 Apr 2017 · 1 min read आत्मबल जहाँ अनुशासनों से युक्त, व्यक्तित्व होता है वहां ही कर्म पूजा में निहित, नेतृत्व होता है असंभव लक्ष्य भी संभव बने, हर कार्य पूरित हो प्रेम -सद्भाव हो तो ह्रदय... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 733 Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 12 Dec 2016 · 1 min read नोटबंदी - वरदान या अभिशाप आम जन हूँ नोटबंदी ने सताया मोदी जी तारीख दस है पर पगार न पाया मोदी जी, मन की बातों को बिछाता,ओढ़ता,खाता रहा हूँ, पेट में है गैस वादों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 2k Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 26 Nov 2016 · 1 min read हर एक शख्स समय का गुलाम होता है हर एक शख्स समय का गुलाम होता है कभी तिनका भी उड़ता आसमान होता है . हमने देखा है उन्हें फुटपाथ पर सोते हुए जिनका शहर में बड़ा सा मकान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 570 Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 26 Nov 2016 · 1 min read जबान से लगी चोट कभी ठीक नहीं होती आओ मेरी आवारगी में तुम भी शामिल हो जाओ, पाप, पुण्य, सुख, दुःख की यहाँ सीख नहीं होती . लड़ लो, झगड़ लो खूब, पीट लो अपनों को, क्योंकि जबान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 506 Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 25 Nov 2016 · 1 min read आखिरी दम तलक नहीं बुझती आखिरी दम तलक नहीं बुझती हवस मेरी सुलह नहीं करती जब से जन्मा हूँ बटोरता ही रहा संग्रह की प्रवृति नहीं मिटती अगली पीढ़ी नकारा ही होगी मन से शंका... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 568 Share