प्रदीप तिवारी 'धवल' Tag: कविता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रदीप तिवारी 'धवल' 18 Dec 2020 · 1 min read कोरोना चालीसा कोरोना चालीसा दोहा श्री वीणा वादिनि सुमिर, बरनउँ हृदय विचार । कोरोना सी व्याधि का, नहीं कोई उपचार ।। संकट में है मनुजता, जीर्ण – क्षीण पतवार । कुटिल विषाणु... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 30 90 1k Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 7 Sep 2017 · 1 min read औरत औरत औरत, जितना धरती होती है उससे ज्यादा अम्बर होती है, ऊंचाइयों में पहाड़ होती है, गहराई में समंदर होती है. वो जगत नियंता की जननी, सृष्टि में सबसे सुन्दर... Hindi · कविता 530 Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 5 Apr 2017 · 2 min read सुसाइड नोट सुनो ! मेरे प्राण संकट में हैं, मैं धीरे धीरे मर रहा हूँ जबकि मेरे पास सब कुछ है, बिजली के खम्भे, तार, ट्रांसफार्मर, बल्ब, पंखा, वाशिंग मशीन, टी वी,... Hindi · कविता 541 Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 5 Mar 2017 · 1 min read नशा ! तुम्हारा सर्वनाश हो नशा ! तुम्हारा सर्वनाश हो, तुम सबसे बढ़के पिशाच हो. अच्छे भले मनुज फँस जाएँ, तेरे हुस्न पर मर मिट जाएँ, उलझन से मुक्ती पाने को, तेरी शरण व्यथित आने... Hindi · कविता 1k Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 10 Feb 2017 · 1 min read तुम तुम अकुलाते मेघों की गड़गड़ाहट अरण्य में मयूरों का कलरव आकाश से जीवनी बरसात धरती की बुझती प्यास खेतों में बिछी गहरी हरियाली अपरिचिता के केशों में अटकी बूँदें जब... Hindi · कविता 954 Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 9 Feb 2017 · 1 min read तुम जीवन सार हो जब तुम्हारा विहग मन उड़ जायेगा प्रेम तरुवर की मधुरतम छाँव को कामनाओं का बड़ा उद्यान बनकर बाँध लूँगा मैं तुम्हारे पांव को ज्यों भटकते अक्षरों को जोड़कर शब्द बनता... Hindi · कविता 880 Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 5 Jan 2017 · 2 min read कोटा का विलाप कोटा का विलाप जब स्व के अतृप्त अधूरे सपनों को तुम्हारी माँ की कोख में रोपा था, तब कहीं जाकर के तुम्हारा निश्छल सुकोमल मुखड़ा देखा था. परवरिश के धागों... Hindi · कविता 4k Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 25 Dec 2016 · 1 min read अर्थशास्त्र भारतीय रूपये और नैतिकता की ये महानता है, दोनों के गिरने की दर में समानता है . नैतिकता स्वार्थ, भ्रष्टाचार और बलात्कार के चक्रवियूह में अभिमन्यु हो रही है, रूपये... Hindi · कविता 926 Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 17 Dec 2016 · 1 min read चोर चोर मौसेरे भाई। चोर चोर मौसेरे भाई। हम नेता खाएंगे मलाई।। बोतल बदली 'धवल' हो गई, दारू वही, वही उबकाई।। कितने भी चश्मे बदलें हम, तकदीरों में लिखी रुलाई।। सगरे नेता देवर बन... Hindi · कविता 1k Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 12 Dec 2016 · 1 min read चिड़ियाघर में सर्दी लाल गुलाबी सर्दी आई, जर्सी स्वेटर टोपी लाई दस्ताने हाथों में पहने ठिठुर रहे हैं बन्दर भाई. बालों को ओढ़े बैठे हैं भोले - भाले भालू दादा भून भून कर... Hindi · कविता 566 Share प्रदीप तिवारी 'धवल' 25 Nov 2016 · 1 min read भारत स्वच्छता मिशन भारत स्वच्छता मिशन प्राणपन से शपथ लें हम स्वच्छता अपनाएंगे, निज निलय से कार्यालय तक सतत चमकाएंगे. स्वच्छ भारत मिशन का संकल्प मन में ठन गया है, सोच बदलो, देश... Hindi · कविता 3 1k Share