राधेश्याम "रागी" Tag: कविता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid राधेश्याम "रागी" 26 Oct 2024 · 2 min read ✍️ कर्म लेखनी ✍️ 🌹शीर्षक 🌹 ✍️ कर्म लेखनी ✍️ मैं इस कर्म लेखनी का घनत्व लिखता हूं, संभाला है इसी ने मैं अपनत्व लिखता हूं; असत्य कंटक बिखेरा सदा सत्य के मग में।... Hindi · कविता 34 Share राधेश्याम "रागी" 12 Sep 2024 · 1 min read वीणा-पाणि वंदना 🌹शीर्षक 🌹 ✍️ वीणा-पाणि वन्दना ✍️ हंसवाहिनी मां सरस्वती मुझको दर्शन दे। जिसमें तेरा रूप मिले वो पुस्तक दर्पण दे।। हम बालक नादान और अज्ञान शरण तेरे आए, हो कतार... Hindi · कविता 45 Share राधेश्याम "रागी" 7 Sep 2024 · 1 min read हैं हमारे गुरू 🌹शीर्षक 🌹 (हैं हमारे गुरू) अर्चना,वंदना,साधना गुरु की, हम करते हैं आराधना गुरु की। ये हमारे गुरू हैं हमारे गुरू।। जन्म से खेल की गुरू के गोद में, किलकारी किए,... Hindi · कविता 32 Share राधेश्याम "रागी" 3 Sep 2024 · 1 min read मात - पिता से सीख 🌹शीर्षक 🌹 मात - पिता से सीख मात-पिता से बढ़कर जग में दूजा नहिं भगवान। सबक ले सीख निरा अज्ञान।। अपने सांचे में है ढाला बचपन पोसा पाला, थोड़ा खाकर... Hindi · कविता 1 2 45 Share राधेश्याम "रागी" 25 Aug 2024 · 1 min read हिन्दी भाषा शीर्षक ✍️ हिन्दी भाषा ✍️ नवल किरण की धवल है आशा राष्ट्र हिन्द की हिन्दी भाषा। हर हिन्दी भाषी की गरिमा भारतमाता की अभिलाषा।। संस्कार की भाषा हिन्दी देती धैर्य... Hindi · कविता 1 1 76 Share राधेश्याम "रागी" 20 Aug 2024 · 1 min read बस इतनी सी चाह हमारी ✍️ शीर्षक ✍️ "बस इतनी सी चाह हमारी" बस मन मंदिर कृष्ण मुरारी। बस इतनी सी चाह हमारी।। लौकिक सुख की नहीं है इच्छा पाया गुरु से मैंने दीक्षा मन... Hindi · कविता 2 1 63 Share राधेश्याम "रागी" 20 Aug 2024 · 1 min read जग के का उद्धार होई ✍️ भोजपुरी कविता ✍️ शीर्षक : "जग के का उद्धार होई" ना धरती बदलल ना आकाश बदलल, ना चांद सूरज के प्रकाश बदलल, बयार जवन के तवने रहि गइल, लेकिन... Bhojpuri · कविता 1 1 48 Share राधेश्याम "रागी" 24 Jul 2024 · 1 min read प्रतीक्षा ✍️ प्रतीक्षा ✍️ नहीं नींद आती नहीं रात जाती नहीं भूल पाती नहीं याद जाती। न मालूम होती कि लेते परीक्षा प्रियतम की करती ये सांसें प्रतीक्षा।। कभी घर के... Hindi · कविता 2 86 Share राधेश्याम "रागी" 24 Jul 2024 · 1 min read आत्मा ✍️ आत्मा ✍️ हूं मन्नत में मांगी, है रहना अकेला जरा देख लूं मोह - सागर का मेला आडंबर का लगता वहां पर झमेला जरा देख लूं........................... लेकर विदा चलके... Hindi · कविता 2 85 Share राधेश्याम "रागी" 24 Jul 2024 · 1 min read नारी शक्ति 🙏नारी शक्ति 🙏 सर्वश्रेष्ठ शक्ति दुनियां की नारी शक्ति होती है हो नारी सम्मान जहां पर उत्तम भक्ति होती है। जिसने लिया रूप ज्वाला का भारत की वो नारी है... Hindi · कविता 1 78 Share राधेश्याम "रागी" 6 Jul 2024 · 1 min read शीर्षक:-मित्र वही है ✍️ मित्र वही है ✍️ समता भाव हो जागृत जिसमें चित्र वही है। "रागी" जो दुःख हर ले सच्चा मित्र वही है ।। प्रति-पल कर सहयोग सदा निः स्वार्थ रहे... Hindi · कविता 3 1 98 Share