Radha Gupta Patwari Language: Hindi 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Radha Gupta Patwari 11 Aug 2020 · 1 min read वो वंशी बजैया ब्रज को लाला वो ब्रज को कन्हैया है। माखन मिश्री चुरैया वो वंशी वारो है।। नख गिरवर धारो वो ब्रज को बपैया है। नंद को छोना यशोदा को नयन तारो... Hindi · कविता 3 3 413 Share Radha Gupta Patwari 20 Jul 2020 · 1 min read हाँ मै नारी हूँ हाँ मैं एक नारी हूँँ, अपने ही उलझनों में उलझी मैं वह क्यारी हूँ, पति, पिता, भाई और बेटे के बीच मैं अपने को साबित करती हूँ। एक बार ठोकर... Hindi · कविता 5 4 414 Share Radha Gupta Patwari 14 Jul 2020 · 1 min read सावन ऋतु सावन ऋतु मन भावनी आ गई है। मोहे प्रिय प्रियतम की याद आ गई है। घनघोर मेघ बदरा सब छाए गये हैं। मन में हर्षोल्लास उमंग अति आये हैं। झूला-झोटा... Hindi · कविता 4 4 590 Share Radha Gupta Patwari 12 Jul 2020 · 1 min read पायल पायल,पाजेब और पैंजनी,अनगिनत नाम पाए हैं। चाँदी सी चमकती दमकती अनोखा स्त्री श्रृंगार है।। मैं वनिता के पैरों में सजी-धजी छनकती रहती हूँ। मैं चाँदी की घूंघरू वाली खनकती सुंदर... Hindi · कविता 8 7 501 Share Radha Gupta Patwari 11 Jul 2020 · 1 min read सपने आँखों में बनते हजार सपने देखे हैं। कुछ सजते तो कुछ बिगड़ते देखे हैं। उम्मीद का दामन न छोड़ा करते हैंं। कोशिश हजार करते फिरते रहते हैं। माना हम थोड़े... Hindi · कविता 3 4 247 Share Radha Gupta Patwari 8 Jul 2020 · 1 min read साकारात्मक सोच साकारात्मक सोच सदैव ही मनुष्य को आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। साकारात्मक सोच अपने साथ साथ दूसरों का भी भला करती है। साकारात्मक व्यक्ति हमेशा उच्च सोचता है उसके... Hindi · कविता 4 2 405 Share Radha Gupta Patwari 5 Jul 2020 · 1 min read गुरू गुण की खान गुरू जी हैं गुण की खान, गुरू मिले सतसंग मिले, मिले है जीवन का सार, गुरू की वाणी अमृतमयी यह है जीवन का आधार, परमज्ञान की बरसा करते, जीवन धन्य... Hindi · कविता 3 4 455 Share Radha Gupta Patwari 2 Jul 2020 · 1 min read जिन्दगी जिन्दगी बड़ी अजीब किताब है, जितना समझो कम है, हर पन्ना अपना लगता है जो न समझ आये वो फालतू हिस्सा लगता है अगर न पढ़ें तो बेगाना लगता है,... Hindi · मुक्तक 3 2 452 Share Radha Gupta Patwari 1 Jul 2020 · 1 min read नेशनल डॉक्टर्स डे वर्तमान परिवेश में डॉक्टर्स को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है।यह बात कोरोना जैसी महामारी में डॉक्टर्स ने साबित भी कर दिखाया है।आज इन्हीं का दिन है।वास्तव में यही... Hindi · कविता 2 2 443 Share Radha Gupta Patwari 30 Jun 2020 · 1 min read मुझे मन मारने का शौक है हाँ,मैं एक स्त्री हूँ और मुझे मन मारने का बेहद शौक है। यूँ ही खुद नहीं मारा मन, बचपन से मन मारना सीख गई। खिलौने हों या पढ़ाई,टीवी देखना हो... Hindi · कविता 2 8 309 Share Radha Gupta Patwari 29 Jun 2020 · 1 min read मेरा दर्द अफवाह ये शहर में फैली है कि मुझे कोई दर्द नहीं होता। कभी मिलकर जानों ये हाल, मुझे भी दर्द बेहिसाब होता है। कभी जी करता है चिल्लाऊँ मैं, अपना... Hindi · कविता 3 4 487 Share Radha Gupta Patwari 29 Jun 2020 · 1 min read कोरोना-प्रकृति से छेड़छाड़ काश हमने प्रकृति से छेड़छाड़ न की होती तो यह कोरोना वायरस जैसी महामारी का सामना न करना पड़ता।ईश्वर की बनाई रचना को ही हम चुनौती देने लगे थे।हम इंसानियत... Hindi · लघु कथा 1 301 Share Radha Gupta Patwari 28 Jun 2020 · 1 min read बेबस देश संकट के दौर में सभी देश औंधे मुँह लुढ़के पड़े हैं, कहीं डॉलर, कहीं पौंड, कही दिनार बिखरे पड़े हैं। कभी जिनका चलता था सिक्का दुनिया जहां में, आज वही... Hindi · कविता 2 394 Share Radha Gupta Patwari 28 Jun 2020 · 1 min read वो पापा का कंधा वो पापा का कंधा और वो मेले-झूले , बस इतनी सी ही थी रंगीन दुनिया मेरी, अब जब कभी यूँ तकलीफ़ में होते हैं, तो बहुत याद आते हैं वो... Hindi · कविता 3 2 414 Share Radha Gupta Patwari 26 Jun 2020 · 1 min read पिता का प्यार पिता एक माँ की तरह प्यार नहीं जता पाता। पर हर पल बच्चों के सपने पूरे करता रहता है। पिता के आँखों से नहीं अपने दिल से रोता है। बच्चों... Hindi · कविता 2 2 462 Share Radha Gupta Patwari 25 Jun 2020 · 1 min read कोरोना के विरूद्ध लड़ाई..Fight against Corona बंदूक,गोली,तोपों का शोर थम गया, आतंकवादियों का मौसम बदल सा गया। क्लब,सिनेमा,मल्टीप्लेक्स,होटल की संस्कृति रुक सी गई।हाथ मिलाना,गले लगाना भूल लोग भी नमस्कार की तरफ लौट पड़े।पावर-सत्ता,अमीरी-गरीबी की दिवारें ढह... Hindi · कविता 2 216 Share Radha Gupta Patwari 24 Jun 2020 · 1 min read लॉकडाउन की अच्छाइयां लॉकडाउन,,एक बुरा दौर ही सही, पर कुछ अच्छाइयाँँ समेटे है यही। फिर पच्चीस साल पीछे चले गये, परिवार का महत्व फिर समझ गये। बाप बेटे साथ बैठ खाना खाने लगे,... Hindi · कविता 5 5 409 Share Radha Gupta Patwari 23 Jun 2020 · 1 min read बड़ा हुआ तो क्या हुआ व्यक्ति पद-प्रतिष्ठा,धन-शिक्षा,उम्र व अनुभव में बड़ा होता है। बड़े व्यक्ति को लगता है कि उससे छोटे व्यक्ति को ही उसकी जरूरत पड़ेगी पर उलट बड़े व्यक्ति को छोटे व्यक्ति की... Hindi · लघु कथा 3 500 Share Radha Gupta Patwari 23 Jun 2020 · 2 min read कोरोना रूपी रक्तबीज आज कोरोना रुपी विश्व व्यापक महामारी रक्तबीज दैत्य की तरह फैलती ही जा रही है।इसने सभी को काल का ग्रास बनाया हुआ है।सम्पूर्ण मानवजाति का अस्तित्व ही संकट में डाल... Hindi · लेख 2 2 253 Share