डॉक्टर वासिफ़ काज़ी Tag: मुक्तक 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 19 Jun 2023 · 1 min read दो शे'र उसूलों के मिक़दार में नहीं आता । झूठ मिरे किरदार में नहीं आता ।। चापलूसी.. खूँ में नहीं साहिब । मिरा क़िस्सा बाज़ार में नहीं आता ।। ©डॉ वासिफ़ काज़ी,... Hindi · मुक्तक 1 1k Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 29 Apr 2023 · 1 min read बोझ हसरतों का - मुक्तक क़ता ( मुक्तक ) :- हसरतों का बोझ लिए फिरती है । नदी जैसे सागर में कोई गिरती है ।। ये ज़िंदगी भी इक तमाशा है साहिब । जीने के... Hindi · मुक्तक 331 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 7 Aug 2022 · 1 min read दो शे'र डाँट को दोस्त की नसीहत समझ लिया जाता है । साथ को उसके हिफ़ाज़त समझ लिया जाता है ।। क़ुबूल हो जाती हैं ....... इक पल में दुआएं सारी ।... Hindi · मुक्तक 1 1 170 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 17 Apr 2022 · 1 min read चंद अश'आर यार ने जिनका..... हल निकाला है । उन मुश्किलों को दामन में पाला है ।। लोग घबराते हैं....... ग़मों से अपने । ग़मों ने ही अब तक मुझको संभाला है... Hindi · मुक्तक 132 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 4 Apr 2022 · 1 min read मेरे अश'आर दूर रहकर भी पास लगने लगे हैं । बस वो मुझे ख़ास लगने लगे हैं ।। सभी ने तोड़ी है उम्मीद सफ़र में । अब वो आख़िरी आस लगने लगे... Hindi · मुक्तक 1 172 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 30 Mar 2022 · 1 min read 🌺 मेरे अश'आर 🌺 इश्क़ के खेल में कुछ खोना पड़ सकता है । दामन पर लगे दाग को धोना पड़ सकता है ।। वस्ल में तो बहुत मुस्कुरा लिए हम दोनों । हिज्र... Hindi · मुक्तक 122 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 24 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक ( क़ता ) साथ उसके रहने का ठिकाना मिला है । पल में सदियां जीने का बहाना मिला है ।। ढूंढ रहा था एक मुद्दत से ज़माने में जिसे । दर पर उनके... Hindi · मुक्तक 173 Share