16
posts
ग़ज़ल : चले भी आओ मेरे यार
क़मर जौनपुरी
ग़ज़ल ( छू कर वो मेरी रूह को शीतल बना दिए )
क़मर जौनपुरी
ग़ज़ल- क़ानून की सिफ़त है बची सिर्फ नाम की
क़मर जौनपुरी
ग़ज़ल -- यूँ न बस दूर से सलाम करें
क़मर जौनपुरी
कविता -- लाडली
क़मर जौनपुरी
कविता -- निडर बेटियाँ
क़मर जौनपुरी
हास्य कविता -- कवि-पत्नी की व्यथा
क़मर जौनपुरी
ग़ज़ल -- सच्चा प्रेमी संगी होगा अंतिम पत्थर आने तक
क़मर जौनपुरी
ग़ज़ल -- तेरा ख़त जब मैं कलेजे से लगा लेता हूँ
क़मर जौनपुरी
ग़ज़ल -- सब परिंदे लड़ रहे हैं, आसमां भी कम है' क्या
क़मर जौनपुरी
ग़ज़ल -- ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा बस एक पल में आ गया
क़मर जौनपुरी
ग़ज़ल -- मह्रबां बन कर वो मेरी ज़िंदगी में आ गए
क़मर जौनपुरी
कविता-- साथी सो न, कर कुछ बात
क़मर जौनपुरी
ग़ज़ल -राम हारे रावणों के अब दशहरे हो गए
क़मर जौनपुरी
ग़ज़ल - अज़ब ये तरक़्क़ी अज़ब है ज़माना)
क़मर जौनपुरी
माँ (ग़ज़ल)
क़मर जौनपुरी