Nitu Sah Language: Hindi 117 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Nitu Sah 11 Mar 2024 · 1 min read आज का कल जिंदगी को हार का मय मत बना आज में जी, आज का कल मत बना।। पत्थरों को देख फिर चाहे जो कर उड़ना है उड़,रेत का घर मत बना।। शादी... Hindi · ग़ज़ल 1 49 Share Nitu Sah 11 Nov 2023 · 1 min read दीवाली खुशियों का गंगा बहे,हो ज्ञान समृद्धि का धार मुबारक हो आप सबको ये दीवाली का त्योहार।। नितु साह Hindi 1 207 Share Nitu Sah 1 Aug 2023 · 1 min read रीत है फैसले मां बाप करें तो इश्वर का आशीष मिलता है अगर वही फैसले बच्चे करें तो सिर्फ बख्शीस मिलता है।।नितु साह Hindi 1 164 Share Nitu Sah 28 Jul 2023 · 1 min read मौत को मौत को वज़ह चाहिए होती है इसलिए कभी हमें तो कभी आपको, किसी तीसरे के नज़रों में गुनहगार बनाता है।। नितु साह Hindi 1 97 Share Nitu Sah 28 Jul 2023 · 1 min read किताब लिखों अगर मेरे हार जाने से तुम जीत जाओगे तो पूछ्ना ही क्यों, कोई किताब लिखों जिसमें मेरा नाम हो और तेरी जीत हो ऐसे हर किरदारों का कोई हिसाब लिखों... Hindi 1 84 Share Nitu Sah 19 Jul 2023 · 1 min read शामे मेरी जिन खिड़कियों से झांका मैं उसके नीचे खड़ी थी गमे मेरी जब ये आवाज मेरी ना हैं तो कौन गा रहा है नगमे मेरी ।। लहरों को ये यकीन हो... Hindi · कविता 4 113 Share Nitu Sah 9 Jul 2023 · 1 min read तुमसे मिला तो फितरत को समझा मेरे अफ़कारो को तश्हीर मत समझना मैं खुद जिंदा हूं शब्दों में मोती बनके फितरत ना देखो जी गुज़रे ज़माने की आज मैं जलता भी हूं तो ज्योति बनके।। यही... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 9 2 157 Share Nitu Sah 7 Jul 2023 · 1 min read फितरत एक पंछी हमें पता है तुम पढ़ें लिखे नवाब हो मगर मेरी फितरत पर कोई व्यंग ना लिखा करो हम जैसे लिखते हैं वैसे ही लिखेंगे कम से कम तुम तो अच्छा... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 10 5 109 Share Nitu Sah 6 Jul 2023 · 1 min read जिस ख्वाब को तुम हवा दे रहे हो जिस ख्वाब को तुम हवा दे रहे हो उस आग में फिर क्यों जल रहें हो कभी थकते नहीं थे हमें अपना कहते फिर क्यों किसी का हमें होने दें... Hindi · गीत 1 191 Share Nitu Sah 6 Jul 2023 · 1 min read सवाल एक बच्चा-बच्चा बूढ़-जवान सबका है बस एक सवाल कब होगी शादी तुम्हारी कब आएगा घर बारात कब बाटोगी शादी की लड्डू कब खाएंगे भोज-भात कब दुल्हन सी सजोंगी तुम कब खुशियों... Hindi · कविता 2 108 Share Nitu Sah 6 Jul 2023 · 1 min read इबादत किया उतना, जीतना मैं कर सका इबादत किया उतना, जीतना मैं कर सका इससे ज्यादा किसी पे ना मै मर सका।। उन्हें आज भी शिकायत है कि मैं और बदलता उन्हें कौन समझाए, मैं मैं हूं... Hindi 2 2 85 Share Nitu Sah 6 Jul 2023 · 1 min read यारियां गलतियों का मैं एक बादशाह हूं गलतियों को मेरे ना गिना करो तुम हो पढ़े तो मैं कहां कम हूं बड़े-बड़ो का उड़ाता तोता हम हूं।। दुनिया के मेलों में,... Hindi · गीत 1 121 Share Nitu Sah 8 Jun 2023 · 1 min read खिले-खिले जिसने दीवारें खड़ी की, कहते हैं वहीं रास्ते भूलें ऐसा होता है क्या हर मोड़ पर शख्स वहीं मिले इस दौर के तो फ़साना भी अजीबोगरीब है यार जिसपे भरोसा... Hindi 2 295 Share Nitu Sah 7 Jun 2023 · 1 min read जिस आंगन रि जिस आंगन में मेरा चांद उतारता था उस ज़मीनें-मकां को भला कैसे बेचूं मैं जहां लहू के सिवा कुछ नहीं रहता वहां दिले-लकीरें भला कैसे खींचू मैं ।।नितु साह Hindi 1 213 Share Nitu Sah 30 May 2023 · 1 min read समय की धार चेहरा वही बस जीस्म ढल रहा है तारिखे वहीं बस दिन घट रहा है फिर भी गुमान तो देखों इसकी मिट्टी का है खुद को रब समझ रहा है।। नितु... Hindi · कविता 1 100 Share Nitu Sah 30 May 2023 · 1 min read वो चांद खिड़कियों का वो चांद खिड़कियों का कहां चला गया कल ही तो देखा था उसको,उसके आंगन में, मस्ती में सखियों के संग खेली रहीं थी खेल। दिल चाहा जीता दू जाकर उसको... Hindi 2 85 Share Nitu Sah 29 May 2023 · 1 min read इस दौर में इस दौर में इश्क कहां आ गया कि प्यार ही प्यार का क़ातिल हो गया अब भरोसा का नगाड़ा बजाएगा कौन जब दिलवर ही मेरा ज़ालिम हो गया ।।नितु साह Hindi 2 131 Share Nitu Sah 27 May 2023 · 1 min read भरोसे का सिपाही दिल भरोसे का सिपाही था जानें कहां चूक कर गया पहले इश्क की मंजूरी दी फिर खुद से दूर कर गया।। नितु साह Hindi 3 199 Share Nitu Sah 26 May 2023 · 1 min read ये तराना काफ़ी है मुझे मजबूरियों का हार मत पहेनाना क्योंकि मेरे जौहर ही मेरी ज़ेवर है समझ सकों तो ये तराना काफ़ी है वर्ना क्या जाता है समझ लो कि ये तेवर हैं।।... Hindi · शेर 2 74 Share Nitu Sah 9 May 2023 · 1 min read बात मेरी होगी,कल बात मेरी होगी,कल महफ़िल में तेरी नई फूल खिलेंगे,नई रौशनी होगी हर एक लबों पे बात अपनी होगी कल महफ़िल में तेरे......... नई फूल खिलेंगे,नई रौशनी होगी हर एक लबों... Hindi · गीत 1 255 Share Nitu Sah 9 May 2023 · 2 min read गांव की दोस्ती दोस्ती केवल एक शब्द नहीं है जिसे हम किसी वाक्य के फर्मिलिटी के लिए प्रयोग करें। बल्कि दोस्ती एक विश्वास है जो किसी दो अंजान को बिना किसी रूल,जाति, धर्म... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 156 Share Nitu Sah 30 Apr 2023 · 1 min read आखिरी रात ये इश्क की अपनी आखिरी रात है सुला दो ऐसे कि कल का सहर हो तो हो इन आंखों को सिर्फ तू चाहीए, सिर्फ तू फिर चाहे इस जिस्म का... Hindi 1 275 Share Nitu Sah 30 Apr 2023 · 1 min read एक शाम एक शाम कमाया था एक रात लुटाई थी टूट गया हर ख्वाब जब वो हमें भूलाई थी ।। कायनात रोया, साथ सिसकियां गलियां भी ली शहर-शहर तमाशा हुआ जहर हमने... Hindi 1 450 Share Nitu Sah 30 Apr 2023 · 1 min read ये कौन ये कौन ले रहा है जायजा मेरे कहानी किसने दोहराई है हमने तो बगावत ना की फिर किसने उसे उकसाइ हैं।। ये दौर क्यों इतना अजीब है चारों तरफ़ हम... Hindi · कविता 1 488 Share Nitu Sah 19 Oct 2022 · 1 min read बर्फ़ जब तक लगेगा पता इस जमाने को कहीं मैं खो ना जाऊं थाम के रखना हाथ मेरा कहीं हाथों से फिसलकर , बर्फ़ ना मैं बन जाऊं।। Hindi · शेर 4 2 213 Share Nitu Sah 19 Oct 2022 · 1 min read ना तख़्तों ताज चाहिए ना मांगने से तख़्तों ताज मिलेगा ना सिर हिलाने से प्रशंसा के दुकान खुलेगा जैसा लगाओगे फुलवारी उम्मीद के वैसा ही यहां तुम्हें परिमाण मिलेगा।। Hindi · शेर 2 1 154 Share Nitu Sah 31 Jul 2022 · 1 min read चलतें चलों अंबर जो झूका, लहरें जो रूका रूक जाएंगे ये क़दम एक रोज चलतें चलों, तुम चलतें चलों होगा एक रोज भोर जलते ही उगना, जलते ही डूबना सूरज का हैं... Hindi · गीत 3 2 231 Share Nitu Sah 24 Jul 2022 · 1 min read उम्र की उम्र की हैं ये कैसी पहेली दिन-पे-दिन बढ़ती जाएं कहती हैं,हूं मैं तेरी सहेली और मुझको ही छल्ती जाएं।। एक-एक क़दम रखूं मैं जहां दौड़ती हुई तूं आ जाएं वहां... Hindi · कविता 4 2 258 Share Nitu Sah 22 Jul 2022 · 1 min read पानी, पानी बारिश पानी, पानी बारिश के पानी झम,झम गिरे, जैसे चलें बरखा रानी धरती प्यासी,प्यास बुझावें अंबर छंट के नहा के आवें सावन के झूले पे गोरी बैंठकर तेरी राह निहारे ।।... Hindi · कविता 3 4 236 Share Nitu Sah 8 Jul 2022 · 1 min read उसे चाहना मंज़र एक ही था इन आंखों में बस उसे चाहना वो किसी की भी हों जाएं कल बस उसे चाहना नीतू साह Hindi · शेर 4 2 414 Share Nitu Sah 8 Jul 2022 · 1 min read वो प्यार कैसा मुहब्बत कहती है जहां ऐतवार ना हो वहां वादा कैसा................. और हम कहते हैं जहां इज्ज़त ना हो, इश्क की वो प्यार ,प्यार कैसा................ नीतू साह Hindi · शेर 4 2 232 Share Nitu Sah 6 Jul 2022 · 1 min read मां के आंचल तब तक आंखों में सुकून भरी नींद थीं जब तक "मैं" मां के आंचल के छांव में थीं।। नीतू साह Hindi · शेर 3 2 1k Share Nitu Sah 5 Jul 2022 · 1 min read झूठ की परिक्षा अगर झूठ की परिक्षा लीं जाती तों भी कई दिलों में संसय हो सकता था इसलिए सदा से सत्यं की परिक्षा लीं जाती ताकि किसी के मन में सत्यं के... Hindi · कविता 4 4 257 Share Nitu Sah 5 Jul 2022 · 1 min read आखिर क्या... दुनिया को आखिर क्या हो गया है इस दुनिया (इंसानों) को कभी हिन्दू तो कभी मुस्लिम,बस यहीं रह गया हैं अब लड़ने को कहीं धर्म मर रहा हैं तो कहीं जातियों के... Hindi · कविता 4 4 309 Share Nitu Sah 3 Jul 2022 · 1 min read वो री जिंदगी इतनी क्यों डराती हैं वो री जिंदगी आखिर खेलती "तू"संग मेरे ही तों हैं।। नीतू साह Hindi · शेर 2 1 126 Share Nitu Sah 29 Jun 2022 · 1 min read हर फ़ूल पे अगर इश्क एक समुद्र हैं तो हम भी साहिल से कम नहीं। हर फूल पे मेरा दिल आ जाएं ऐसे दिलवर हम नहीं।। नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 2 2 111 Share Nitu Sah 29 Jun 2022 · 1 min read प्रेम की परिभाषा बड़ी खुबसूरती से वह बातों को बनाना जानती थीं वो कोयल ना थी फिर भी रिझाना जानती थी।। अपने हौसलों से गगन को छूना जानती थीं वो पतंग ना थीं... Hindi · ग़ज़ल 5 4 556 Share Nitu Sah 28 Jun 2022 · 1 min read इश्क के हालात पे इश्क की हालात पे सनम ना रोइए अगर जाना हैं छोड़कर दामन मेरा तो सौंख से जाइए।। बेबसी के सितम इश्क में ना उठाइए अगर इश्क से दम घुटने लगा... Hindi · ग़ज़ल 2 2 126 Share Nitu Sah 28 Jun 2022 · 1 min read डोली में अब मुश्किल होगा, लौटना तेरे महफ़िल में मुझे आवाज़ ना देना, बहुत दिन रह गए हैं हम तेरे बस्ती में।। अब कोई अपना ना रहा तेरे इस शहर में हमें... Hindi · ग़ज़ल 2 2 292 Share Nitu Sah 27 Jun 2022 · 1 min read कुछ ना रहा अब लौटने की कोई मेरे पास वजह ना रहा जब कोई रिश्ता ना रहा तो कुछ ना रहा। । अब उन बातों,उन वादों का कोई मतलब ना रहा जब तेरे... Hindi · ग़ज़ल 3 4 407 Share Nitu Sah 26 Jun 2022 · 1 min read झूठ बोलने की झूठ बोलने की ये कैसी सज़ा पाईं हूं जिसे अपना कहती थीं आज उनके लिए पराई हूं । मंदिर की सिढ़िया चढ़ते -चढ़ते एक बात सीख आई हूं हवाओं से... Hindi · ग़ज़ल 2 4 139 Share Nitu Sah 26 Jun 2022 · 1 min read अगर नशा सिर्फ शराब में अगर नशा सिर्फ शराब में होती तो तेरे दर क्यों आतें साकी जो जाम आंखों से तुमने पिलाया था उसकी कसक आज़ भी हैं बाकी।। अब तो चाहत हैं तेरे... Hindi · ग़ज़ल 2 2 244 Share Nitu Sah 25 Jun 2022 · 1 min read वफ़ा के मूरत से झूठ बोलने की ये कैसी सज़ा पाईं हूं जिसे अपना कहती थीं आज उनके लिए पराई हूं । मंदिर की सिढ़िया चढ़ते -चढ़ते एक बात सीख आई हूं हवाओं से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 151 Share Nitu Sah 24 Jun 2022 · 1 min read बेवफ़ाई का मतलब इश्क उनसे होना था सो हो गया बेवफ़ाई का मतलब आज समझ आ गया।। नीतू साह Hindi · शेर 2 4 223 Share Nitu Sah 24 Jun 2022 · 1 min read और गली अब मेरे होने ना होने से उन्हें फर्क नहीं पड़ता शायद वो अब और गली जाने लगें हैं।। नीतू साह Hindi · शेर 3 2 170 Share Nitu Sah 23 Jun 2022 · 1 min read कुछ रिश्ते कुछ रिश्तों का बोझ उठाना पड़ता हैं अपनों के सामने अपना ग़म छुपाना पड़ता हैं अपना,पराया महज़ एक खेल हैं माया का ना चाहकर भी कुछ रिश्ते निभाना पड़ता हैं।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 158 Share Nitu Sah 23 Jun 2022 · 1 min read थोड़ी मेहनत और कर लो काम तुम भी करते हो हर मुश्किल से लड़ते हो फिर भी बनता नहीं काम तुम्हारा तो थोड़ी मेहनत और कर लो।। तोड़ दों हार-जीत की लड़ियां देखो ना चाहत... Hindi · कविता 2 2 242 Share Nitu Sah 21 Jun 2022 · 1 min read कोई ना रहे अकेला चलों एक मुहिम चलाएं ज्ञान का एक ऐसा दीप जलाएं अंधेरे कमरे भी हो जाएं रौशन जीत का ऐसा जश्न मनाएं।। कोई ना रहे अकेला किसी का दामन ना हो... Hindi · कविता 3 6 269 Share Nitu Sah 16 Jun 2022 · 1 min read हर रिश्तों से बड़ा, पिता हर रिश्तों से बड़ा ,हर वादों से उपर जो बंधन हैं ,जो करवा हैं, इंसानों की उन सब में 'पिता' का नाता अनुपम हैं पिता शब्द,हर शब्दों से उत्तम हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 6 187 Share Nitu Sah 16 Jun 2022 · 1 min read मेरी खामोशी का मेरी ख़ामोशि का और अब इम्तिहान ना लें सब कुछ लें लो मेरा ,मगर मेरी जान ना लों तुम किसी प्यार के काबिल नहीं हो,जो कोई तुझपे अपना दिल-ए-जान निसार... Hindi · गीत 3 4 194 Share Page 1 Next