Pushpendra Rathore Language: Hindi 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pushpendra Rathore 21 Mar 2020 · 1 min read तेरे घर से हवा तेरे घर से हवा कभी जब आई होती है, सौंधी-सौंधी होती है, मुस्काई होती है, तूफां और सुनामी भी कर क्या पाए मेरा, पर उसकी नजरों से बहुत तबाही होती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 505 Share Pushpendra Rathore 16 Aug 2017 · 1 min read प्रेम पत्र प्रिय लिख रहा पाती तुमको, इत्रों से महकाया इस को, अक्षर अक्षर प्रेम निहित है, पाती में भावना विहित है, सब अश्रु अब मसी हुये हैं, हाथ ही मेरे कलम... Hindi · कविता 1 1 289 Share Pushpendra Rathore 13 Aug 2017 · 1 min read पीड़ा नारी नारी नारी बेचारी बेचारी तू अबला संग में विपदा गहे अब तेरी पीड़ा कौन कहे ये बात नहीं आज कल की है, ये हर सदी हर पल की है,... Hindi · कविता 327 Share Pushpendra Rathore 23 Mar 2017 · 1 min read माँ और पत्थर आज मिली थी मुझे निराला की वही पवित्रा हां वही जो अभी भी तोड़ती है पत्थर इलाहाबाद के पथ पर उसे देख मैं ठिठका और फिर ठहर गया मेंने देखा... Hindi · कविता 426 Share Pushpendra Rathore 23 Mar 2017 · 1 min read रात बीती कल रात बड़ी खुशनुमा थी पूनम का चांद चमक रहा था नीले आकाश में तारे मद्धिम संगीत बजा रहे थे रोशनी मीठे शहद सी टपक रही थी पेड़ों से उनकी... Hindi · कविता 440 Share Pushpendra Rathore 10 Jan 2017 · 1 min read बिटिया रानी एक अनलिखी अनपढ़ी कहानी हूं, मैं जूही, चंपा व रातरानी हूं, हंसता बचपन और गुड्डे गुङिया, मैं तो बाबा की बिटिया रानी हूं, बङी हुई तो रंगत गोरी निखरी, पर... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 892 Share Pushpendra Rathore 16 Dec 2016 · 1 min read तुम भूल गईं जबसे कांटो से है अब यारी, गुलजार चुभे मुझको, तुम भूल गईं जबसे, महताब तपे मुझको, बिखरे हुये कुछ मोती, मैने फिर संजोये है, सांसों की माला में, कुछ गीत पिरोये... Hindi · गीत 260 Share Pushpendra Rathore 25 Oct 2016 · 1 min read हुक्म था अलगाव का सो तामील तक गये हुक्म था अलगाव का सो तामील तक गये, आंसू जो मिले प्यार में वो लील तक गये, रिश्तों की पतंग थी बेकाबू सी मेरी, उसको सम्हालने हम डोर की ढील... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 257 Share Pushpendra Rathore 25 Oct 2016 · 1 min read चाँद को देखकर चाँद कहने लगा, तरही गजल- चाँद को देखकर चाँद कहने लगा, ईद की ही तरह अब तु मिलने लगा, ------------------------------------------------ बेरुखी से हमें देख के चल दिये, दिल उदासी के' सूरज सा' ढलने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share Pushpendra Rathore 25 Oct 2016 · 1 min read चंद अशआर लाया तुम्हारे लिये, तरही गजल- चंद अशआर लाया तुम्हारे लिये, तुम गजल बनके आओ हमारे लिये, --------------_--------------_-------------- सुर्ख रातें बिताई अकेले सदा, आंख में अश्क हरदम ही' खारे लिये, दिल लुटा हैं चुके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share Pushpendra Rathore 20 Oct 2016 · 1 min read कुंवारी मां इक लड़की थी भोली भाली सी, सलोनी, सांवली छवि वाली सी, इक मधुप पुष्प पर बैठ गया, और दंश प्रेम का भेद गया, इक ओर प्रेम निश्छल पावन, इक ओर... Hindi · कविता 505 Share Pushpendra Rathore 10 Oct 2016 · 1 min read शिकायत तुम्हें मुझसे हरदम थी शिकायत, कि मैं तुम्हें कभी नहीं लिखता, मैं लिखना चाहता हूं पर पूरे हक से, मैं लिखूंगा तुम्हारे नर्म, नाजुक, गुलाबी, लरजते होंट, पल दर पल... Hindi · कविता 2 316 Share Pushpendra Rathore 18 Jun 2016 · 1 min read फाल्गुन मास तन मन में है उल्लास सखी, आयो है फाल्गुन मास सखी, रंग बिरंगी रंगत जाकी, धरती करती है रास सखी, रंगन को मौसम अलबेलो, टेसू की रंगत खास सखी, रंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 492 Share Pushpendra Rathore 18 Jun 2016 · 1 min read मोहब्बत के गवाह वो नदिया, वो दरिया, वो फूलों की बगिया, वो सरसों के खेत, और उनकी मेङ, वो अमराई की छांव, वो नदिया की नाव, वो चाय की प्याली, वो जूठे बिस्किट... Hindi · कविता 1 331 Share Pushpendra Rathore 17 Jun 2016 · 1 min read साकी सुरा पिला दे साकी सुरा पिला दे, सब गम मे'रे मिटा दे, कर इस नशे से' पागल, खुद से मुझे मिला दे, हैं आंख में बसा जो, वो अक्स तू मिटा दे, विरहन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 615 Share Pushpendra Rathore 9 Jun 2016 · 1 min read इश्क का किस्सा इश्क का एक किस्सा सुनाएं तुम्हें, अश्क से रूबरू फिर कराएं तुम्हें, बात है दिल्लगी की सुनो गौर से, हार कर जीतना हम सिखाएं तुम्हें, एक था शख्स जो खूब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 607 Share Pushpendra Rathore 4 Jun 2016 · 1 min read बेवजह गीतिका छल रही है मुझे आज फिर से हवा छल रही है मुझे, महक उसकी अभी मिल रही है मुझे, दूर मेरा पिया है न जाने कहां, याद फिर क्यों यहां डस रही है मुझे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 310 Share Pushpendra Rathore 30 May 2016 · 1 min read प्यारा वतन हर घङी बस चमन में अमन चाहिए, हंसता मुस्कुराता वतन चाहिए। खुश रहें सब यहां हो नहीं गम कहीं, हर बुराई का' बस अब पतन चाहिए। प्यार हो हम सभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 566 Share Pushpendra Rathore 24 May 2016 · 1 min read बिटिया रानी एक अनलिखी अनपढ़ी कहानी हूं, मैं जूही, चंपा व रातरानी हूं, हंसता बचपन और गुड्डे गुङिया, मैं तो बाबा की बिटिया रानी हूं, बङी हुई तो रंगत गोरी निखरी, पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 408 Share Pushpendra Rathore 24 May 2016 · 1 min read नटखटिया दोस्ती यार दोस्ती भी क्या अजीब रिस्ता है, साथ-साथ खेलते हैं, हंसते हैं और फिर जम कर लङते हैं कौन यह झूठ कहता है कि दोस्त कभी लङते नहीं हां लङने... Hindi · कविता 523 Share Pushpendra Rathore 23 May 2016 · 1 min read मां मेरा जहां एक दिन मन ने सोचा कि चारों वेद, अठारह पुराण और सभी शास्त्र अगर एक शब्द में लिखूं तो कैसे लिखूं पर यह उलझन क्षण मात्र में सुलझ गई मैं... Hindi · कविता 359 Share Pushpendra Rathore 23 May 2016 · 1 min read इश्क एक गजल और- कब लगा है बेवफा का दाग ये दिलदार पर, संगदिल है ये जमाना दाग देता प्यार पर॥ डूबती नौका नहीं कोशे समंदर को कभी, दोष लगता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 372 Share