Pushp Lata Language: Hindi 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pushp Lata 9 Feb 2021 · 1 min read वैलेंटाइन सप्ताह मुहब्बत जताने के दिन आ रहे हैं। गज़ल गुनगुनाने के दिन आ रहे हैं। जो कहते थे मरते सनम हम तुम्हीं पर उन्हें आजमाने के दिन आ रहे हैं। हथेली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 259 Share Pushp Lata 9 Feb 2021 · 1 min read वैलेंटाइन स्पेशल लाया महिना फरवरी, प्रेम और उत्साह। दिल से दिल जुड़ने लगे, बढ़ी पुष्प की चाह।। बढ़ी पुष्प की चाह, चॉकलेट कोई लाये। कोई करे प्रपोज, फूल का गुच्छ थमाये। क्या... Hindi · कुण्डलिया 1 270 Share Pushp Lata 9 Feb 2021 · 1 min read अनुभव जीवन के अनुभव को अक्सर, पढ़ना पड़़ता है। विपदाओं के हर पर्वत पर, चढ़ना पड़ता है। सिद्धार्थ अगर बनना जीवन में, दृढ़ संकल्पों से- स्वयं हस्त की रेखाओं को, गढ़ना... Hindi · मुक्तक 3 3 309 Share Pushp Lata 8 Feb 2021 · 1 min read मुहब्बत मुहब्बत जताने के दिन आ रहे हैं। गज़ल गुनगुनाने के दिन आ रहे हैं। जो कहते थे मरते सनम हम तुम्हीं पर उन्हें आजमाने के दिन आ रहे हैं। हथेली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 272 Share Pushp Lata 6 Feb 2021 · 1 min read प्यार की चिट्ठी जवानी में लिखी मैंने भी मित्रों प्यार की चिट्ठी मुसीबत ताक में बैठी बनी वह मार की चिट्ठी लिखे सपने हजारों थे, चुराकर नीद नैनों से नहीं भरता था मन... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 43 522 Share Pushp Lata 20 Jul 2016 · 1 min read हम ही होंगे जिम्मेदार "गीतिका" मानवता जिनकी मर जाती , हो जाते हैं वह गद्दार ये आतंकी रूप बदलकर , करते हैं छुप-छुप कर वार भारत माँ को "माँ" कहने पर,घटती जिनकी अपनी शान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 566 Share Pushp Lata 20 Jul 2016 · 1 min read बचपन के दिन गीतिका ************************************* लड़कपन का सुहाना वह ,जमाना याद आता है झमाझम बारिशों में छपछपाना याद आता है जमा कर लें करोड़ों आज खाते में मगर फिर भी अठन्नी में ख़ुशी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 417 Share Pushp Lata 8 Jul 2016 · 1 min read दोहे दोहे " योग " १) योगासन नियमित करे,हर क्षण रहे निरोग। करें दूर बीमारियां, योग करे जो लोग ।। २) जीवन में लाता सदा , योग प्रयोग निखार । नियमित... Hindi · दोहा 1 5 532 Share Pushp Lata 26 May 2016 · 1 min read कुंडलियां छन्द कारे बदरा छा गये, छम छम बरसे बूँद राधा देखे श्याम को , अपनी आँखे मूँद अपनी आँखे मूँद , भरे वह ठंडी आहें कलियाँ बनती फूल , सजी हैं... Hindi · कुण्डलिया 3 3 579 Share