Prithvi Singh Beniwal Bishnoi Tag: कविता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 29 Mar 2021 · 1 min read तेहि पर चढ़ा रंग गुलाल बसंत के समीप आया पर्व यह, प्रेम से सब मिलकर खेलो फाग। ईर्ष्या-द्वेष न त्यागो भाई आज, तेरे सम्पूर्ण भाग जायेंगे जाग।। सुन्दर हो आचार विचार सब, सबसे मधुर बोलो... Hindi · कविता 1 2 739 Share Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 16 Feb 2021 · 1 min read प्रकृति का यौवन बसंत ऋतुओं का राजा आया है, वो बसंत की बहार लाया है। ऋतुओं की जवानी ले संग, देश धरा मंडल महकाया है।। बसंत ने आ धरातल पर आज, हरियाली कण कण... Hindi · कविता 1 507 Share Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 6 Feb 2021 · 1 min read नारी भारत माता धर्म धरा रही है, यहाँ नारी सम्मान परंपरा रही है। यह नारी सम्मान में कविता है, नारी आदर-मान मे कविता है।। भारतीय इतिहास है सम्मान का, महिला प्रतीक... Hindi · कविता 3 3 567 Share Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 4 Feb 2021 · 1 min read प्यार के ख़त ख़त और प्यार मिलकर खड़े हैं, ये तो आपस में सदियों से जुड़े हैं। ख़त का महत्व सदियों पुराना है, प्यार सही इसी से ही जाना है। अक्षर अक्षर में... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 40 579 Share Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 24 Jan 2021 · 1 min read बेटियों से धरा खुशहाल धरा पर बेटियाँ है बमिसाल, इन्हीं से ये धरा है खुशहाल। बेटियों बारे अब बदलो सोच, लगे न काँटा आये न मोच।। बनो मार्गदर्शक बेटियों के, संवारों भविष्य बेटियों का।।... Hindi · कविता 4 1 352 Share Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 24 Jan 2021 · 1 min read बेटी के संभलने से पहले बेटी के, सम्भलने से पहले, उसे पराया धन कहा गया। उसके पढ़ने और आगे बढ़ने से पहले, उसकी शादी की चिन्ता हो गई, तुरन्त वर देखा और शादी कर दी... Hindi · कविता 1 564 Share Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 23 Jan 2021 · 1 min read पौधारोपण अंदर ही अंदर मत घुटो भाई, वृक्ष करे आक्सीजन सप्लाई। सबको मुफ्त बाँटते प्राणवायु, वृक्ष संरक्षण हेत करें अप्लाई।। पौधारोपण हुआ बड़ा जरूरी, पौधे तो नित निरंतर रोप लो। पौधारोपण... Hindi · कविता 1 494 Share Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 23 Jan 2021 · 1 min read शिक्षाएं नेताजी की महान है वे भारत माँ के स्वाभिमान है। शिक्षाएं नेताजी की महान है।। वीरता भारतीय इतिहास है। श्रद्धा को नेताजी सुभाष है।। याद 23 जनवरी हर वर्ष है। देश में बढ़ता प्रेम... Hindi · कविता 2 327 Share Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 23 Jan 2021 · 1 min read भारत माता के सच्चे सपूत थे आज महान देशभक्त, स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 124वीं जयंती पर विशेष काव्य रचनाः- 'भारत माता के सच्चे सपूत थे' नेताजी महान क्रांतिकारी थे, वे स्वतंत्रता सेनानी भारी... Hindi · कविता 2 662 Share Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 13 Jan 2021 · 1 min read बच्चे प्यार के अवतार हैं बच्चे। सुन्दरत्तम संसार है बच्चे।। पढ़ाई में बड़े व्यस्त बच्चे। खेल में भी हैं मस्त बच्चे।। सबसे करते हैं प्यार बच्चे। प्यार के होते यार हैं... Hindi · कविता · बाल कविता 2 3 511 Share Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 10 Jan 2021 · 1 min read जरूरी क्या है ? जरूरी क्या है? बिन मजबूरी घर से न निकले, जीवन से अधिक जरूरी क्या है? पग पग कोरोना मौत बना है, मौत से मिलना मजबूरी क्या है? बिन हाथ धो... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 13 401 Share