पृथ्वीराज चौहान Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पृथ्वीराज चौहान 30 Mar 2018 · 1 min read तू मिला अब तलक था मैं जुदा जुदा हां जुदा जुदा तुम मिले जो मुझको तो मिल गया है खुदा खुदा हां खुदा खुदा । था मैं अकेला था मैं तन्हा देखा... Hindi · कविता 1 378 Share पृथ्वीराज चौहान 30 Mar 2018 · 1 min read तू चल तू चल चलता ही चल मन में रख विश्वास- अटल और अडिग, विघ्न बाधायें खड़ी अनेक मत हो विकल, तू चल चलता ही चल । मन में धैर्य धार तब... Hindi · कविता 1 347 Share पृथ्वीराज चौहान 27 Feb 2018 · 1 min read बुलबुला ................................... पानी का बुलबुला है इंसां सुना है हर रोज, पानी ही में मिल जायेगा किसी रोज, बेशक क्षणभंगुर है वो, पर क्या किसी ने देखा कि वो संदेश क्या... Hindi · कविता 303 Share