Praveen Bhardwaj 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Praveen Bhardwaj 14 May 2024 · 1 min read एक गीत तुमको लिखा एक गीत तुमको लिखा एक गीत जमाने को, एक गीत से रुठ गयी तुम, तो लिखा गीत मनाने को। जब भी कलम उठायी लिखने को, खयाल तुम्हारा आया। किया याद... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 121 Share Praveen Bhardwaj 14 May 2024 · 1 min read ब्रेकप नही षडयंत्र... ब्रेकप नही षड्यंत्र बोलो, झूठ नही अब सच बोलो। दब गए जो राज, राज बनकर तुम ही उनको खोलो।। समय के शिलालेख पर तुमको कायर बोला जाएगा। जब भावनाओं के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 176 Share Praveen Bhardwaj 14 May 2024 · 1 min read जान गया जब मैं ... जान गया जब मैं कि, तू ही मेरे साथ नही थी। टूट गया अंदर से, वैसे कोई बात नही थी। सारी रात जो तू बाते करती मुझ से। बस याद... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 158 Share Praveen Bhardwaj 14 May 2024 · 1 min read ऐसे ही थोड़ी किसी का नाम हुआ होगा। ऐसे ही थोड़ी किसी का नाम हुआ होगा। बनने से पहले जरूर बिखरा हुआ होगा। हँसकर झेल लिया जिसने सभी मौसमो को। वही पौधा एक दिन दरख़्त हुआ होगा।। ✍️... Quote Writer 183 Share Praveen Bhardwaj 14 May 2024 · 1 min read हार गए तो क्या हुआ? हार गए तो क्या हुआ? नए रास्ते खुल गए। बस इतना हुआ कि कुछ संघर्ष के पल गए।। जमाने से क्यो डरो? दर्द को साथी बनाओ। जो सीखा पहले उसको... Poetry Writing Challenge-3 · Motivation · Poem 1 1 192 Share Praveen Bhardwaj 13 May 2024 · 1 min read चुपके से मिलने आना चुपके से मिलने आना, मुझको गले लगाना। मेरे जीवन मे तुम, प्रेम के रंग भर जाना। जब आये याद उन रातो की, मीठी मीठी बातों की। तब तुम धीरे धीरे... Poetry Writing Challenge-3 2 237 Share Praveen Bhardwaj 13 May 2024 · 1 min read बफेट सिस्टम बफेट सिस्टम में आजकल ये क्या चल रहा है , किसी की प्लेट से कोई उठा कर खा रहा है। संस्कारो को खोकर भोजन को बर्बाद कर रहे हो। देशी... Poetry Writing Challenge-3 218 Share Praveen Bhardwaj 13 May 2024 · 1 min read प्रेमिका को उपालंभ क्या भूल गयी वो मेरे संग गुजरी सारी राते? क्या भूल गयी वो जो कुछ छूटी अधूरी बाते? कैसे अपने साजन के हाथों में हाथ धरा तुमने? कैसे अपनी मांग... Poetry Writing Challenge-3 1 139 Share Praveen Bhardwaj 13 May 2024 · 1 min read पुरानी पीढ़ी की चिंता एक दिन गजब हो गया , एक किस्सा अजब हो गया। एक विद्वान मुझे एक यात्रा में टकराया । मेरी डायरी औऱ कलम देख के मुस्कराया।। बोला बेटा!मोबाइल के जमाने... Poetry Writing Challenge-3 2 143 Share Praveen Bhardwaj 12 May 2024 · 1 min read अब हर राज़ से पर्दा उठाया जाएगा। अब हर राज़ से पर्दा उठाया जाएगा। जो सच है सबको दिखलाया जाएगा।। तुम कब तक छुपते फिरोगे जमाने की निगाहो से। तुम्हारी हरकतों को सामने लाया जाएगा।। Quote Writer 201 Share