प्रतीक्षा साहू 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रतीक्षा साहू 11 Jan 2017 · 1 min read एक बेटी की अपनी माँ से अपेक्षा मेरी एक अपेक्षा मेरी माँ से कि माँ क्यूँ तू मुझे अपना बेटा नहीं समझती, क्योंकि देखा है तेरी आँखों में मैंने एक बड़े बेटे की कमी को, पढ़ा है... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 1 2k Share प्रतीक्षा साहू 18 Mar 2017 · 1 min read भारत की नारी अब मत सह ओ भारत की नारी क्यूँ सहती चुपचाप तू तकलीफें सारी है आखिर किस वेद, ग्रंथ में लिखा कि पुरुष हैं तुझपर हाथ उठाने के अधिकारी; आखिर कब... Hindi · कविता 1 1 701 Share