Dr.Pratibha Prakash Tag: गीत 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.Pratibha Prakash 29 May 2024 · 1 min read त्राहि त्राहि तपती छाती वसुन्धरा की तरुवर बिन अकुलाई है सूना आंचल कहे व्यथा अब नदिया की करुनाई है सूख गये तालाब बाबड़ी कुओं के दिन बीत गये गौरैया कपोत काग अब... Hindi · कविता · गीत 1 28 Share Dr.Pratibha Prakash 24 May 2024 · 1 min read पीपल बाबा बूड़ा बरगद पीपल बाबा, बूड़ा बरगद शाखाएं अपनी फैलाता था नीम हकीम की पुड़िया होती, भूत बबूल पे आता था टेशू महकते फागन में, जेठ फालशे खाते थे इठलाती इमली खट्टी, मीठा... Hindi · कविता · गीत 3 65 Share Dr.Pratibha Prakash 20 May 2024 · 3 min read बीते हुए दिन बचपन के मेरा बचपन मां … मेरे बचपन में बेटा आता था बन्दर मामा लाठी संग होती मामी को ससुराल से लाना .. हःह अच्छा और क्या क्या होता था माँ ....बच्चे... Hindi · कविता · गीत · बाल कविता 1 60 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Mar 2024 · 1 min read दिन ढले तो ढले हँसकर मिलना तुम सभी से गले अगर दिन ढलता है तो ढले ...हंसकर ... निशा है ये काली पर कट ही जाएगी मुश्किल है मंजिल मगर मिल जाएगी न हिम्मत... Hindi · गीत 3 45 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Mar 2024 · 2 min read अकेले आए हम अकेले है जाना अकेले , बहकाते हैं ये दुनियाँ के मेले कुछ भी नहीं है सच्चा यहाँ , सारे ही रिश्ते हैं मिथ्या यहाँ बालू के ढेर पर... Hindi · गीत · गीतिका 3 200 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read मिलन चाह लिये मिलन की तुमसे करती रोज निहार जब भी दूँ सन्देश तुम्हें मिलता जाए इनकार मिल जाए इनकार व्यथित तब मन हो जाता पल भर तो कुछ समझ न... Poetry Writing Challenge · गीत 20 3 144 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read ललकार आर्यावर्त सप्त, सैन्धव, भारत खंडे, भारत कहलाया है इसकी पावन माटी को माता कहकर बुलाया है चरण पखारे लहराता सागर, हिम श्रंग ने मुकुट सजाया है पश्छिम में भू स्वर्ण... Poetry Writing Challenge · गीत 17 3 223 Share Dr.Pratibha Prakash 11 Feb 2017 · 1 min read दरश बिन तुमसे बिछुड़े मोरे प्रभ जी भई छः मासी की रैन दरश बिन दूखन लागे नैन,दरश बिन दूखन लगे नैन जल बिन जैसे मीन अधीरा बिन सावन जैसे रोये पपीहा जैसे... Hindi · गीत 16 1 307 Share Dr.Pratibha Prakash 3 Feb 2017 · 1 min read बसंती पुरवइया चली बसन्ती पुरवइया और बाग हुआ मतवाला नन्ही कपोलों से सज गया, तरुवर का पत्ता डाला करे अलाप की कोयल तैयारी, छाने लगी नव हरियाली खिले सरसो के संग सुमन,... Hindi · गीत 16 401 Share