प्रशान्त तिवारी "अभिराम" Tag: मुक्तक 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रशान्त तिवारी "अभिराम" 11 Jun 2018 · 1 min read मेरा तेरा कोई मेल नही, तुम ज्ञान के सागर हो मैं बहता नाला। मेरा तेरा कोई मोल नही, तुम खान के हीरे हो मैं पत्थर कला।। मेरा तेरा कोई मेल नही, तुम ज्ञान के सागर हो मैं बहता नाला। मेरा तेरा कोई मोल नही, तुम खान के हीरे हो मैं पत्थर कला।। ©प्रशान्त तिवारी"अभिराम" Hindi · मुक्तक 231 Share प्रशान्त तिवारी "अभिराम" 1 Apr 2018 · 1 min read अप्रैल फूल फूल बनाना बंद करो, ये गोरो का रिवाज है, कब समझोगे मेरे भाई ये छोटा सा तो राज है। © प्रशान्त तिवारी Hindi · मुक्तक 216 Share