Prashant 'अरहत' Tag: ग़ज़ल 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Prashant 'अरहत' 12 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल दोस्ती को इस तरह हमसे निभाना एक दिन घर हमारे यार अब फ़ुर्सत में आना एक दिन/1 हम अभी गर्दिश में हैं गुमनाम हैं पर देखना खोजता हमको फिरेगा ये... Hindi · ग़ज़ल · शेर 1 100 Share