pradeep kumar Tag: मुक्तक 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid pradeep kumar 26 Jun 2020 · 1 min read किसानों को.. फसल ख्वाबों की आँखों में, कभी बोने नहीं देते। किसी उम्मीद के शिशु को, युवा होने नहीं देते। कभी बारिश, कभी सूखा, कभी आँधी, कभी ओले, किसानों को घड़ी भर... Hindi · मुक्तक 2 1 224 Share pradeep kumar 24 Jun 2020 · 1 min read तू ही है... मेरी हर नज्म है तू ही, मेरा हर गीत तू ही है। मेरा सपना मेरी चाहत, मुहब्बत प्रीत तू ही है। मेरे मनमीत मेरी जिंदगी है जिंदगी तुझसे। मेरे सीने... Hindi · मुक्तक 3 495 Share pradeep kumar 27 Feb 2020 · 1 min read आहट हर हिरदय में अकुलाहट है, हर वाणी में कड़वाहट है। हर आँख आग का गोला है हर मस्तिष्क मे झुँझलाहट है। ये शोर शराबा भीड़भाड़ ये रक्तपात ये आगजनी ।... Hindi · मुक्तक 1 261 Share pradeep kumar 10 Sep 2016 · 1 min read अनुमान क्यों लिक्खूं। मुझे मालूम है सच तो भला अनुमान क्यों लिक्खूँ। मैं पूँजीवाद का झूठा बता गुणगान क्यों लिक्खूँ। गरीबी भूख लाचारी अभी जिंदा है' भारत में। बता बापू ते'रे सपनों का'... Hindi · मुक्तक 446 Share pradeep kumar 27 Aug 2016 · 1 min read नहीं मिला इंसान यहां। बेहद दुखी मन से एक मुक्तक। खुद को खुदा समझता कोई, और कोई भगवान् यहाँ। इंसानों ने आज भुला दी, इंसानी पहचान यहाँ। कांधे लाश उठाये माँझी, आठ मील तक... Hindi · मुक्तक 1 502 Share pradeep kumar 30 Jul 2016 · 1 min read खुद को इतना संत करो। हिंदुस्तानी गरिमा को अब अक्षुण्ण और अनंत करो। कोई गाली दे जाये मत खुद को इतना संत करो। जब अभियान चलाया है तो भारत स्वच्छ करो बिलकुल। जहरीली बेलें जो... Hindi · मुक्तक 458 Share pradeep kumar 21 Jul 2016 · 1 min read कवि अंगारे लिख डालो। सरहद पर जो खडे़ हुये हैं शेर हमारे लिख डालो। उठो सपूतों भारत माता के जयकारे लिख डालो। भारत माँ की महिमा गाकर जोश जगा दो जन जन में। इन... Hindi · मुक्तक 1 2 412 Share pradeep kumar 18 Jul 2016 · 1 min read हम सबयकायर कहलायेंगे। *********************************** घर में घुस आये अरि को यदि सबक नहीं सिखलायेंगे। सिंहासन के साथ साथ हम सब कायर कहलायेंगे। आने वाली संतति हम पर थूकेगी, गाली देगी। इतिहासों के पन्ने... Hindi · मुक्तक 1 513 Share pradeep kumar 17 Jul 2016 · 1 min read मन उजला सा दर्पण हो। काम क्रोध का ढेर नहीं हो मन उजला सा दर्पण हो। उर में सत्य अहिंसा के सँग सेवा भाव समर्पण हो। मिला यहीं पर सब कुछ तुझको यहीं रखा रह... Hindi · मुक्तक 2 430 Share pradeep kumar 15 Jul 2016 · 1 min read लूट मुक्तक। राष्ट्रवाद का झंडा कुचला, नेताओं ने लातों में। जनता को ठेंगा दिखलाया, बस बातों ही बातों में। ख्वाब दिखाते रहे रात भर, भोली भाली जनता को। दिया लूट कर... Hindi · मुक्तक 1 1 299 Share pradeep kumar 15 Jul 2016 · 1 min read संविधान पर थूका है। भारत माँ की आन बान औ स्वाभिमान पर थूका है। अलगावी नेताओं ने अब संविधान पर थूका है। अपनी दिल्ली चुप है फिर भी जाने किस मजबूरी में। सिंह समक्ष... Hindi · मुक्तक 1 2 471 Share