Prabhudayal Raniwal Language: Hindi 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Prabhudayal Raniwal 13 Oct 2021 · 1 min read =*तुम अन्न-दाता हो*= ====================================== मेरे किसान भाई ! मेरी विनती है भाई। खरीफ फसल की समय पर करें कटाई।। अब रबी फसल की तैयारी करलो भाई। खाद, बीज, दवा का प्रबंध करलो भाई।।... Hindi · कविता 5 8 2k Share Prabhudayal Raniwal 19 Nov 2021 · 1 min read अनमोल घड़ी *********************************************** मेल-मिलाप की घड़ी है आज। एक उत्साह की लड़ी है आज।। उस नेक-नेता पर हमको है नाज। आओं!"जयंती"उसकी मनाते है आज।। उस इन्दिरा की जयंती है आज। जिसका अर्ध... Hindi · कविता 5 4 2k Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read और आगे बढ़ो..! *********************** कह रही हैं माॅं की ममता। जल्दी उठो और आगे बढ़ो।। नन्हें-प्यारे बच्चें हो तुम। बच्चें मन के सच्चे हो तुम। कहना माॅं का न टालो तुम। जल्दी सोचो... Hindi · कविता · बाल कविता 2 2k Share Prabhudayal Raniwal 15 Oct 2021 · 1 min read =*बुराई का अन्त*= ********************************************** फिर "दशहरा-उत्सव" मनाएंगे लोग ! दशानन का पुतला जलाएंगे लोग !! फूंक देंगे लाखों, करोड़ों के पटाखे ! बुराई नाश कर- जश्न मनाएंगे लोग !! खुद की बुराईयां तो,... Hindi · कविता 4 4 2k Share Prabhudayal Raniwal 21 Sep 2021 · 1 min read *मेरे देश का सैनिक* **************************** मेरे "देश" का सैनिक कमजोर नहीं! किसी "दुश्मन-सैनिक" से कम नहीं। यदि अपनी औकात पर आ जाये तो, समझ लो फिर, दुश्मन की खैर नहीं। मेरे भारत देश के,... Hindi · कविता 2 2k Share Prabhudayal Raniwal 29 Oct 2021 · 1 min read "राम-नाम का तेज" ================================ मन में एक डर--सा समाया हुआ था! जीवन मेरा- अंधेरों से घिरा हुआ था। न जाने कब रोशनी हुई मन-मंदिर में! राम-नाम का ही- तेज छाया हुआ था।। *****... Hindi · कविता 2 2 2k Share Prabhudayal Raniwal 14 Sep 2021 · 1 min read "हमारी मातृभाषा हिन्दी" ********************************* जग में सबसे अच्छी हमारी हिन्दी भाषा है। हमारे हिन्दुस्तान की प्यारी हिन्दी भाषा है।। हर बच्चें को पहले हिन्दी भाषा सिखाना है। बाद में अन्य भाषा का ज्ञान... Hindi · कविता 1 2 2k Share Prabhudayal Raniwal 8 Oct 2021 · 1 min read "निरक्षर-भारती" ********************************************** अक्षर-अक्षर जान लो। पढ़ना-लिखना सीख लो।। नया जमाना पहचान लो। दस्तखत करना सीख लो।। छोड़ो कल की बात पुरानी। दुनिया है अब बड़ी सयानी।। दुनिया की खबर जान लो।... Hindi · कविता 1 2 2k Share Prabhudayal Raniwal 22 Sep 2021 · 1 min read गरीब की चाहत.! ************************** आजादी का डंका तेज गुंजना था! सबको सुनाई देना था। देश को आजादी मिली, काफ़ी बरस बीत गये! अब तक तो भारत को- नम्बर वन पर होना था! दुनिया... Hindi · कविता 1k Share Prabhudayal Raniwal 2 Nov 2021 · 1 min read *लेकर संदेश आई दीपावली* *********************************** "प्रकाश-पर्व" बनकर आई दीपावली। पर्वों*के*पर्व*बनकर आई दीपावली।। सदनों**के**अंधेरे**मिटाने! द्वार-द्वार*पर**दीप**जलाने! प्रदूषणमुक्त वातावरण बनाने! देश में घर-घर में हर्ष*बरसाने! हर्ष*का*भण्डार*ले आई दीपावली। वर्ष*के*बाद*लोट* आई दीपावली।। इतिहास*के*पन्ने**पलटाने! मेरे*भारत*का गौरव बढ़ाने! सियाराम*की*याद*दीलाने! लक्ष्मी-गौ*की*पूजा*कराने!... Hindi · कविता 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 31 Jul 2021 · 1 min read मत भूलो देशवासियों.! --------------------------------------------------------------------------- उन माताओं को, उन बहनों को, उन वीर कर्णधारों को जिन्हें प्राण गॅंवाने पड़े-- भारत की आजादी के लिए। अपनी मातृभूमि के लिए।। मत भूलो देशवासियों! उन शहीदों ने,... Hindi · कविता 1 2 2k Share Prabhudayal Raniwal 2 Jul 2022 · 1 min read हाइकु:-(राम-रावण युद्ध) ====================================== संग्राम ना हो, राम की थी पहल! रावण ज़िद। ----------------------- रण दौरान, कई निर्दोष मरे! रावण हठ। ------------------------ दांव पे लगी, रावण की प्रतिष्ठा! महा संग्राम। ------------------------ रणभूमि में,... Hindi · हाइकु 7 4 2k Share Prabhudayal Raniwal 4 Jan 2022 · 1 min read हाइकु:(कोरोना) ************************* (१.) कोरोना ग्रस्त, विदा हो गया वर्ष! दे गया दर्द। -------------------- (२.) नया है वर्ष, कोरोना गया नहीं! रहो सतर्क। ************************* *रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल* ===*उज्जैन*{मध्यप्रदेश}*=== ************************* Hindi · हाइकु 2 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 11 Oct 2021 · 1 min read "परिणीता" ******************* रूठ गई है किस्मत मेरी! कैसे मिलेगी मंजिल मेरी! उसको नहीं है चिंता मेरी। बीच राह छोड़ दिया-- मुझ गरीब को! वो बेवफा परिणीता मेरी।। भूल गई वो! सात... Hindi · कविता 3 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 9 Sep 2021 · 2 min read दो शरारती गुड़िया दो शरारती गुड़िया-*(बाल कविता)*============== --------------------------------------------------------------------------- है हमारी दो प्यारी-प्यारी गुड़िया। बहुत शरारती है ये दोनों गुड़िया।। बड़ी गुड़िया वागीशा याने किक्कू। छोटी गुड़िया नियती याने निक्कू।। इनकी मेमोरी शक्ति गजब... Hindi · बाल कविता 3 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 17 Feb 2022 · 1 min read हाइकु:(लता की यादें!) *************************************** जीवन भर, संघर्ष में जीवन! लता की कथा। -------------------- एक गीत पे, रो पड़े नेहरू जी! स्वर लता के। -------------------- स्वर कोकिला, विश्व चकित हुआ! लता की मांग। ---------------------... Hindi · हाइकु 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Aug 2021 · 1 min read सबको हार्दिक शुभकामनाएं ! साहित्यपीडिया हिंदी से जुड़े- सभी प्रिय साथियों को- प्रभु दयाल रानीवाल का सादर नमस्कार। कैसे है सबके हाल-चाल ! आओ साथियों- आज ! भगवान श्रीकृष्ण का हम ! करते है... Hindi · कविता 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 8 Aug 2021 · 1 min read वृक्ष बोल उठे..! **************************************** हम वृक्ष धरा की धरोहर हैं! हे मनुष्य! अब बहुत हुआ! अब मत काटो हम वृक्षों को, तुम मनुष्यों ने अति कर दी-- इस धरा की सम्पत्ति उजाड़ दी।... Hindi · कविता 3 6 1k Share Prabhudayal Raniwal 31 Jul 2021 · 1 min read फर्ज अपना-अपना **************************************** धर्म अलग-अलग है हम सबके यहां। पर मालिक एक है हम सबका वहां।। हिन्दू- मुस्लिम, सिक्क-इसाई। हम सब है यहां भाई-भाई।। ये हिन्दुस्तान पावन है हमारा। है दुनिया का... Hindi · कविता 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Dec 2021 · 1 min read हाइकु:(नव जीवन) ************************ (१.) नौ मास तक, मनु गर्भ में रहा! जग दर्शन। ---------------------- (२.) गुलशन की खिली नई कलियां! सुन्दर दृश्य। ************************* *रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल* ===*उज्जैन*{मध्यप्रदेश}*=== ************************* Hindi · हाइकु 1 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read (स्वतंत्रता की रक्षा) ================================ आए दिन ऐसे संकट-- चुनौतियां देते हैं हमको। आज स्वतंत्र हैं, फिर भी- दूरदर्शी तो बनना हैं हमको।। शांति प्रधान हैं आज! हमारे देश की संस्कृति। फिर भी लाना... Hindi · कविता 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 11 Oct 2021 · 1 min read सत्य की राह चल.! ************************** कभी नहीं होती है झूठ की जीत! जीत सदा होती है सत्य की जीत!! इंसान चाहे जितना बोल ले झूठ! एक दिन पकड़ा ही जाता है झूठ!! झूठी जिन्दगी... Hindi · कविता 1 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 2 Aug 2021 · 2 min read एक वीरांगना का अन्त ! ===="एक वीरांगना का अन्त!"==== ********************************* भारत को आ घेरा था वो महाकाल। इन्दिरा पर चली थी एक गहरी चाल।। इकतीस अक्टूबर चौरासी को प्रात:काल। इस वीरांगना का हो गया अन्तकाल।।... Hindi · कविता 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 31 Dec 2021 · 1 min read //स्वागत है:२०२२// ******************************** बीते वर्ष के दुख-दर्द को भूलना ही होगा। नव-वर्ष का स्वागत- हमें करना ही होगा।। ******* ईश्वर की वंदना करो- नववर्ष आनंद में बीते। कोरोना का अन्त हो- जिन्दगी... Hindi · कविता 1k Share Prabhudayal Raniwal 11 Sep 2021 · 1 min read नई सुबह रोज *************************************** नई सुबह रोज आती है- धरा पर सूर्य की किरण! दे जाती संदेश! हर जीव को- जल्दी भोर में उठ! आलस्य छोड़। नित्य कर्म कर, फल की चिंता छोड़।।... Hindi · कविता 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 4 Aug 2021 · 1 min read "अंतिम-सत्य..!" ************************************************* ये मनुष्य प्राणी- कभी संतोष न हुआ। न कभी होगा, बस! ये स्वार्थी हुआ ।। सभी अपनी-अपनी धून में लगे हुए हैं। अपनी प्रतिष्ठा को बनाने में लगे हुए... Hindi · कविता 4 7 1k Share Prabhudayal Raniwal 12 Sep 2021 · 1 min read प्यार की तलाश में.! ************************ हर जिन्दगी का एक सफर है, जो जिन्दगी को तय करना है! मैं भी एक मुसाफिर हूं। प्यार बांटता हूं और प्यार लेता हूं- मैं प्यार का एक फकीर... Hindi · कविता 2 3 1k Share Prabhudayal Raniwal 2 Aug 2021 · 1 min read आखरी उत्तराधिकारी **************************************** बड़ी नेक थी इन्दिराजी, एक नेता के रूप में। बड़ी सतर्क थी इन्दिराजी, एक शासक के रूप में।। था हाथों में उनके-- भारत का संविधान। था देश के खातिर,... Hindi · कविता 1 3 1k Share Prabhudayal Raniwal 28 Jun 2022 · 1 min read हाइकु: आहार। *********************************************** जल में जाल, जाल में फंसी मीन! मनु आहार। **************************** *रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल*== ====*उज्जैन*{मध्यप्रदेश}*==== **************************** Hindi · हाइकु 5 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read जीवन-दाता -------------------------------------------------------------- हम अपना ये जीवन, एक दिन मिटता देखेंगे। इस धरा के सारे प्राणी-- घुटन से दम तोड़ देंगे।। कारण यहीं बनेगा बस! इन वृक्षों का न रहना। इस भू... Hindi · कविता 2 6 1k Share Prabhudayal Raniwal 14 Aug 2021 · 1 min read निर्धन का उत्थान फिर स्वाधीनता-दिवस आ गया, फिर आज़ादी का जश्न मनाएंगे। जहां में सबसे प्यारा तिरंगा लहराएंगे- क्या निर्धन का भी उत्थान कराएंगे..? ***************************** *रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल*=== ====*उज्जैन {मध्यप्रदेश}*===== ***************************** Hindi · शेर 2 3 1k Share Prabhudayal Raniwal 17 Aug 2021 · 1 min read कुर्सी बोल उठी.! **************************** आज की स्वाधीनता को देख-- रो पड़ी है रूह! उन शहीदों की। और भारत की राजनीति देख-- बोल उठी कुर्सी भी दिल्ली की। खा-में-खा बदनाम कर गये मुझे- देखों!... Hindi · कविता 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 6 Sep 2021 · 1 min read भरोसा.! ==================== ए जिन्दगी तु चिंता मत कर! तु अपनी राहें खुद तय कर। इस जहाॅं में कोई साथ न देगा! किसी पर भी भरोसा मत कर- तु अपनी मंजिल खुद... Hindi · शेर 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read जल ही जीवन है..! ************************* संकट में है आज जीवन अपना। जल बिना नहीं, जीवन अपना।। ये जल नहीं तो अन्न नहीं है। जल बिना ये जीवन नहीं है।। जीवन को अगर बचाना है।... Hindi · कविता 1 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 31 Jul 2021 · 1 min read "शराबी बाप को देखो !" **************************** देखो! औलाद को, तन पर कपड़ा नहीं। घर में राशन-पानी की कोई व्यवस्था नहीं।। और देखो! शराबी बाप को, तनिक भी शर्म नहीं। ऐसे बाप को जहाॅं में-- जीने... Hindi · कविता 1 3 1k Share Prabhudayal Raniwal 11 Aug 2021 · 1 min read जीने की राहें..! आंँखों में समंदर सुखता नहीं, गमों का सैलाब रूकता नहीं। किसे कहें कोई नहीं हैं अपना- जीने की राहें कोई दिखाता नहीं।। *************************** *रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल*= ====*उज्जैन (मध्यप्रदेश)*=== *************************** Hindi · शेर 1k Share Prabhudayal Raniwal 10 May 2022 · 1 min read पिता का सपना *********************************************** पिता चाहते है कि समाज सक्षम हो। समाज में हर एक बच्ची शिक्षित हो।।१।। मैं! अपने प्यारे पिता की वागीशा हूॅं। मैं! माता-पिता की बड़ी बालिका हूॅं।।२।। मेरी हार्दिक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 14 1k Share Prabhudayal Raniwal 13 Aug 2021 · 1 min read नेताजी के वादे.! ********************************* नेताजी! वादे तो बड़े-बड़े कर जाते हैं। और भारी मतों से विजयी हो जाते हैं। पर जब बात गुंजती विकास की संसद में- तो ये नायक से गिरगिट क्यों... Hindi · शेर 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 26 Aug 2021 · 1 min read कुछ तो बता देते.! हम समझ गये आपको- ए दोस्त ! कुछ तो दर्द छुपा है दिल में आपके। कुछ तो बता देते अपना समझकर-- हे दोस्त ! हमदर्द हो जाते हम आपके। =======================... Hindi · शेर 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read स्वप्न-साकार =================== गांधी की सत्य व अहिंसा की ज्योत प्रज्ज्वलित करना हैं आज हमें। देश में छाया हैं घोर अन्धेरा, उसे दूर करना हैं आज हमें।। बापू की राम-राज की कल्पना... Hindi · कविता 4 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 6 Sep 2021 · 1 min read ये स्वार्थी दुनिया.! मौत तो सभी को इक दिन आनी है ! डर कैसा! मौत तो जानी पहचानी है। मौत से पहले जीना मत छोड़ो यारों- ये दुनिया सच्चों को जीने नहीं देती... Hindi · शेर 1 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 1 Aug 2021 · 1 min read तलाश..! ************************ न जाने कहां से आकर वे, ज़िन्दगी तबाह कर गये। जी रहा था अपने जहां में, ज़िन्दगी वीरान कर गये।। ज़िन्दगी की यह वीरानी, अब! कैसे होगी दूर। नहीं... Hindi · कविता 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 31 Jul 2021 · 1 min read मेरे बढ़ते कदम..! -------------------------------------------------- मेरी मंजिल-राह मत मोड़ो। मेरे बढ़ते कदम मत रोको।। मेरा कर्म लोक-हितार्थ हैं। मेरा प्रेम निस्वार्थ हैं।। मैं भारत हूं, शांति का सागर हूं। मैं भारत हूं, सत्य-अहिंसा की... Hindi · कविता 1k Share Prabhudayal Raniwal 4 Sep 2021 · 1 min read मौत आने से पहले.! मौत आने से पहले!***(कविता) ==================== जीवन में किसी का दिल न तोड़ो! मौत आने से पहले नफरत छोड़ो। दुश्मन भी अगर आ जाए सामने! तो प्यार की डगर कभी ना... Hindi · कविता 1 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read अभिलाषा ****************************** खुश्बूओं से भरा, ये चमन हैं मेरा। जहाॅं में सबसे प्यारा, ये वतन हैं मेरा।। राम की नगरी, हैं मेरा ये वतन। सदियों से यहां, हैं प्यार का चलन।।... Hindi · कविता 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 11 Aug 2021 · 1 min read तेरे इंतजार में..! *************************** कत्ल हुआ मेरा तेरे प्यार में, सोया हूं मैं अंधेरी मजार में। एक दीया तो जला जा जालिम- तड़फ रहा हूं मैं तेरे इंतजार में।। *************************** *रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल*=... Hindi · शेर 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 8 May 2022 · 1 min read पिता की नियति ************************************************* मंजिल तो, मैं पाकर ही रहूंगी। पिता का नाम! रौशन करूंगी।।१।। पिता की लाड़ली नियति हूॅं मैं। मंजिल दूर है अभी छोटी हूॅं मैं।।२।। माता-पिता की वीर पुत्री हूॅं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 12 1k Share Prabhudayal Raniwal 4 Sep 2021 · 1 min read तेरी याद में.! *************************** मेरी जिन्दगी की उदास-राहों में- बहार बनकर चले आओं तुम। और न तड़फाओं मेरे दिल को ! मेरे प्यार के सागर कहाॅं हो तुम।। तेरा प्यार पाने की लालसा... Hindi · कविता 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 31 Jul 2021 · 1 min read "रूठी हुई जिन्दगी" *********************** दिल के अरमानों का कत्ल, कई बार होते देखा हैं मैंने। इस रूठी हुई जिन्दगी को-- बार-बार मनाके देखा हैं मैंने।। सागर के पास रहकर भी, कितना प्यासा रहा... Hindi · कविता 1 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 15 Aug 2021 · 1 min read आजादी.! भारत की आजादी की छाॅंव में- बड़े आराम से है ये बड़ी-बड़ी हस्तियां। गरीब ने नहीं देखी ! आजादी की छाॅंव को-- निर्धनता की धूप में तपती-इनकी बस्तियां। ********************************* *रचयिता:... Hindi · शेर 2 1k Share Page 1 Next