*प्रणय प्रभात* Tag: शेर 93 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 *प्रणय प्रभात* 14 Jun 2023 · 1 min read ■ विडंबना- ■ विडंबना- कहते हैं कि सब भरे में भरते हैं। इस सच के प्रमाण सिर्फ़ इंसान ही नहीं बादल भी हैं और कुदरत भी। ■प्रणय प्रभात■ Hindi · कटाक्ष · शेर 1 417 Share *प्रणय प्रभात* 31 May 2023 · 1 min read #शेर #शेर ■ पतंग से लोग... उस उड़ान (अस्थाई सफलता) पर क्या इतराना, जो परों की दम नहीं हवा के बूते पर निर्भर हो?? ◆प्रणय प्रभात◆ Hindi · शेर 1 281 Share *प्रणय प्रभात* 31 May 2023 · 1 min read #शेर #शेर ■ नादान परिंदे... कुछ लोग न समय के साथ बदल पाते हैं, न सुधर पाते हैं। लिहाज़ा उनकी परवाह अपनों को होती ही है। ख़ास कर आज के दौर... Hindi · नादान · परवाह · शेर 2 543 Share *प्रणय प्रभात* 31 May 2023 · 1 min read #शेर #शेर ■ फोकटियों को समर्पित। जिनकी अथक मेहनत के बलबूते देश ने आबादी और बर्बादी के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले। Hindi · कटाक्ष · शेर 2 133 Share *प्रणय प्रभात* 23 May 2023 · 1 min read ■ महसूस करें तो... ■ महसूस करें तो... थकान बताती है कि मंज़िल क़रीब ही है। निराशा कहती है कि आशाएं आसपास हैं। नाकामी बताती है कि कामयाबी आपकी तलाश में है। मैंने यह... Hindi · आशावाद · शेर · सकारात्मकता 3 319 Share *प्रणय प्रभात* 22 May 2023 · 1 min read ■ शेर #आज_की_बात ■ हर दौर में .. होश साथ हो तो जोश को प्रभावी बनने से कोई नहीं रोक सकता। विडंबना यह है कि जोश कल से ज़्यादा आज होश की... Hindi · आज का विचार · शेर 1 189 Share *प्रणय प्रभात* 20 May 2023 · 1 min read ■ आज का चिंतन... ■ आज का चिंतन... मैं उन लोगों से कतई इत्तिफ़ाक़ नहीं रखता, जो मौजूदा दौर को सब कुछ देने वाला मानते हैं। मुझे लगता है कि कथित विकासशीलता के इस... Hindi · एहसास · शेर 443 Share *प्रणय प्रभात* 20 May 2023 · 1 min read ■ आज का शेर... ■ आज का शेर... मनहूस प्रजाति के उन जीवों के लिए, जो ग़लती से मानव-जाति का हिस्सा बने। ना ख़ुद किसी के हो सके, ना किसी को अपना बना सके।... Hindi · शेर 1 424 Share *प्रणय प्रभात* 18 May 2023 · 1 min read #आज_का_शेर #आज_का_शेर ■ आज की दुनिया में मरने से ज़्यादा आसान और जीने से ज़्यादा कठिन काम कोई नहीं। वो भी घुट-घुट कर नहीं, पूरे जीवट के साथ। ●प्रणय प्रभात● Hindi · जीवन दर्शन · मिसाल · शेर 1 170 Share *प्रणय प्रभात* 21 Apr 2023 · 1 min read ■ एकाकी जीवन ■ एक बड़ा सच... संरक्षण-विहीन लोगों की ज़िंदगी एक कटी पतंग से बेहतर नहीं। उसे हर कोई लूटने और कब्ज़े में लेने को बेताब रहता है। बिल्कुल बेनामी ज़मीन या... Hindi · जीवन · दुनियां · शेर 1 426 Share *प्रणय प्रभात* 21 Apr 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ आज का शेर अमृत और विष बाहर से ज़्यादा हमारे आपके अंदर है। अब यह हमारी अपनी सोच है कि हम किसे अपनाएं और किसे ठुकराये! 【प्रणय प्रभातG】 Hindi · शेर 1 334 Share *प्रणय प्रभात* 20 Apr 2023 · 1 min read #शेर_का_मानी... #शेर_का_मानी... ■ जीवन मतलब शाला, उम्र के साल यानि कक्षा। उम्र के साथ कक्षा बढ़ने का मतलब परीक्षा का स्तर साल-दर-साल बड़ा और कड़ा होना। निष्कर्ष समय सबसे बड़ा परीक्षक।।... Hindi · शेर 1 241 Share *प्रणय प्रभात* 4 Apr 2023 · 1 min read ■ आज का शेर... ■ आज का शेर... सुनते थे कि दुआएं मुर्दों में जान फूंक देती थीं। आज लगता है कि मुर्दार हो चुकी दुआओं की सलामती के लिए दुआओं की दरकार है।... Hindi · दुआएं · शेर 1 189 Share *प्रणय प्रभात* 3 Apr 2023 · 1 min read ■ एक लफ़्ज़ : एक शेर... ■ एक लफ़्ज़ : एक शेर... शेर कहने के लिए तमाम लफ़्ज़ ज़रूरी नहीं। कभी-कभी एक लफ़्ज़ भी शेर में तब्दील हो जाता है। बशर्ते वो लफ़्ज़ अपने आप में... Hindi · मुहब्बत · शेर 1 183 Share *प्रणय प्रभात* 3 Apr 2023 · 1 min read ■ आज का शेर... ■ आज का शेर... रुसवाई से बचने के बस दो ही विकल्प। दिन में परछाई और रात में तन्हाई। समझे मेरे भाई!! ★प्रणय प्रभात★ Hindi · शेर 1 429 Share *प्रणय प्रभात* 3 Apr 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ आज का शेर बड़ा अहद नहीं होता। बड़ा होता है किए हुए अहद पर हर हाल में अमल करने वाला। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · शेर 1 174 Share *प्रणय प्रभात* 1 Apr 2023 · 1 min read ■ शेर #शेर ■ आडम्बर क्यों...? ऊपर वाला सर्वत्र है और सर्वज्ञ भी। जिस दिन इस सच को समझ जाएंगे, पाखण्ड से पीछा छूट जाएगा। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · भक्ति कुंडलिया · शेर 1 489 Share *प्रणय प्रभात* 1 Apr 2023 · 1 min read ■ शेर ■ आज का शेर... वक़्त हर चेहरे पर चढ़ी परत उतारने का माद्दा रखता है। भले ही वो स्वाभाविक हो या बनावटी। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · शेर 1 152 Share *प्रणय प्रभात* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ मौजूदा दौर... ■ यक़ीन मानिए... आज के दौर में बस दो तरह के लोग ही हँस सकते हैं। या तो पागल और दीवाने, या फिर वो जिन्हें ऊपर वाले ने अलग मिट्टी... Hindi · राजनीति · शेर · सम सामयिक · हालात · हिंदुस्तान 1 399 Share *प्रणय प्रभात* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर #स्वानुभूत... ■ शाश्वत सच... अनुभव सदैव मुखर होता है। फिर चाहे वो कथन रूप में हो या लेखन रूप में। अनुभव चाह कर भी सतत मूक नहीं रह सकता। वह... Hindi · अनुभूत · विचार · शायरी उर्दू शायरी · शाश्वत · शेर 1 603 Share *प्रणय प्रभात* 18 Mar 2023 · 1 min read ★ बचपन और बारिश... ■ एक_शेर शुभ रात्रि के साथ। तब बहुत मुहब्बत थी उस बारिश से, जो मौसम के साथ ही होती थी। अब एक आपदा साथ लेकर आती है चाहे जब।। Hindi · शेर 1 139 Share *प्रणय प्रभात* 17 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर... ■ ढोल सुहाने दूर के... असलियत का अंदाज़ा नज़दीक जाने के बाद होता है। फिर चाहे वो चाँद हो या इंसान। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · आज का विचार · शायरी · शेर 1 336 Share *प्रणय प्रभात* 15 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ शेर... अंजाम की परवाह करने वाली क़लम अटक-अटक कर चलती है और राह से भटक भी जाती है। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · शायरी · शेर 1 437 Share *प्रणय प्रभात* 14 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ आज के लोग सिर्फ़ मौसम ही नहीं, कैलेंडर की तरह हैं। फ़र्क़ बस इतना है कि कुछ तारीखों की तरह रोज़ बदलते हैं। कुछ महीनों की तरह महीने में... Hindi · एहसास · कटाक्ष · दुनियां · शेर · सम सामयिक 1 380 Share *प्रणय प्रभात* 13 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ शेर... बस उनसे है गुरेज़ और परहेज़, जो अक़्ल और दिल का इस्तेमाल करने को राज़ी नहीं। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · दो पँक्ति दिल की कलम से · शेर 1 162 Share *प्रणय प्रभात* 11 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ निर्दोष नमक दोष उन उंगलियों का भी नहीं, जो ज़ख्म पर नमक छिड़कती हैं। दोषी वो है, जिसकी उंगलियां हैं। ■ प्रणय प्रभात ■ Hindi · एहसास · शायरी · शेर 1 157 Share *प्रणय प्रभात* 11 Mar 2023 · 1 min read ■ चुनावी साल... ■ मत पूछो हाल... चमड़े की उन ज़ुबानों का, जो अब और ज़्यादा फिसलेंगी। हरेक मर्यादा को लांघेंघी और भारत को महाभारत की याद दिलाएंगी। झूठ बोलेंगी, पोल खोलेंगी और... Hindi · कटाक्ष · चुनावी साल · राजनीति · शेर · हिंदुस्तान 1 226 Share *प्रणय प्रभात* 10 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ दुश्मन सा दिल.... जो अक़्सर बनता है बेवजह कोफ़्त की वजह बनता है। नतीजतन इस तरह के शेर का जन्म हो जाता है। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · दिल · शेर 1 322 Share *प्रणय प्रभात* 10 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर... #आज_का_शेर ■ समय के साथ... कुछ चेहरे समय के साथ पुराने ज़माने के श्वेत-श्याम चित्रों की तरह दिमाग़ से लगभग ग़ायब से हो जाते हैं। जिन्हें एक धुंधली सी आकृति... Hindi · शायरी · शेर 1 404 Share *प्रणय प्रभात* 9 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा #दोहा ■ गिरगिट वाला देश... 【प्रणय प्रभात】 बेमानी रंग-गुलाल हुए, मत समझो कोई ठिठोली है। हर क़दम पे गिरगिट बैठा है, अब देश मे हर दिन होली है।। Hindi · दोहा · राजनीति · शेर · हिंदुस्तान 1 445 Share *प्रणय प्रभात* 8 Mar 2023 · 1 min read ■ शुभ रंगोत्सव... #मंगलकामनाए ■ एक शेर के साथ... हर्ष, उल्लास, उमंग, ऊर्जा, शांति, संयम व त्याग के प्रतीक इंद्रधनुषी रंगों से सराबोर लोक संस्कृति के सनातन सतरंगी पर्व रंगोत्सव की आप सभी... Hindi · पर्व · शुभकामनाएं · शेर · संदेश · होली 1 266 Share *प्रणय प्रभात* 1 Mar 2023 · 1 min read ■ अनुभूत तथ्य... ■ आत्मीयता एक अलग ही आभास है, जो जादुई सामर्थ्य रखता है। इसकी तुलना थोथी हमदर्दी के साथ कदापि नहीं की जा सकती। आत्मीय सहानुभूति को आत्मा उतनी ही आसानी... Hindi · अनुभूति · आत्मीयता · शेर 1 508 Share *प्रणय प्रभात* 26 Feb 2023 · 1 min read ■ एक और शेर... ■ अटल सत्य... जो अपनी आकांक्षाओं और आवश्यकताओं से विमुक्त हो जाता है, उसे कोई भी अपने अधीन नहीं कर सकता। न कोई मठाधीश, न कोई शासक।। यह हर युग... Hindi · जीवन · दुनियां · शायरी · शेर 1 190 Share *प्रणय प्रभात* 26 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ हिचकी एक भरम.... "हिचकी" एक स्वाभाविक सी दैहिक क्रिया। जिसे विज्ञान अपनी दृष्टि से देखता है और इंसान अपने नज़रिए से। लोक-मान्यताओं के अनुसार हिचकी किसी के याद करने... Hindi · दो पँक्ति दिल की कलम से · मान्यता · शायरी · शेर 1 493 Share *प्रणय प्रभात* 20 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का शेर "ख़्वाब की दुनिया का वास्ता खुली आँखों और दिन के उजालों से नहीं हो सकता। ख़्वाब चेतन नहीं अर्द्धचेतन मन की विरासत है।" 【प्रणय प्रभात】 Hindi · ख्वाब · शेर 1 268 Share *प्रणय प्रभात* 15 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का शेर "कुछ लाशें थीं कल दफ़ना दीं। कुछ आंसू थे ख़ुद सूख गए।।" #ये_भी_होना_ही_था कभी डॉ. बशीर "बद्र" साहब ने फ़रमाया था- "तर्के-तआल्लुक़ात को एक लम्हा चाहिए। लेकिन तमाम उम्र मुझे... Hindi · Quote Writer · एहसास · शायरी · शेर 1 353 Share *प्रणय प्रभात* 9 Feb 2023 · 1 min read ■ विडम्बना #समय_की_मांग ■ परम्परा अपनाएं, रूढ़ी मिटाए 【प्रणय प्रभात】 यह विडम्बना ही है कि हम विकासशील होकर भी कुरीतियों से मुक्त नहीं हो पा रहे हैं। वजह है परंपराओं व रूढ़ियों... Hindi · दुनियां दारी · नेक सलाह · प्रेरणा · शेर · सकारात्मकता 1 549 Share *प्रणय प्रभात* 8 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ शेर का मन्तव्य- 【प्रणय प्रभात】 ऐसा दिमाग़ की दुनिया नहीं केवल दिल की बस्ती में ही मुमकिन है। ये जो दिमाग़ होता है ना, वो ना नमी का अहसास... Hindi · अहसाद · जज़्बात · दो पँक्ति दिल की कलम से · शेर 2 237 Share *प्रणय प्रभात* 6 Feb 2023 · 1 min read इश्क़ का फ़लसफ़ा इश्क़ का फ़लसफ़ा पूछे कोई तो बतलाएं। वो मज़ा वस्ल में नहीं है जो फ़िराक़ में है।। प्रणय प्रभात 【आज इस मंच पर मेरे दो माह पूरे हुए हैं। इस... Hindi · Quote Writer · शेर 1 287 Share *प्रणय प्रभात* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ छोटा शेर बड़ा संदेश... #आज_का_संदेश ■ प्रकृति का संकेत "आशा" 【प्रणय प्रभात】 "अभी है दौर पतझड़ का, जुदा पत्ते हुए सारे ! मगर उम्मीद शाखों को, बहारें लौट आएंगी !!" सारे पत्ते झड़ जाने... Hindi · आशावाद · शायरी · शेर · सकारात्मकता · संदेश 1 172 Share *प्रणय प्रभात* 31 Jan 2023 · 1 min read ■ आज का शेर.... ■ आज का शेर... आज के दौर में ऐसी खुली चुनौती केवल वो दे सकते हैं, जिन्हें अपनी वफ़ा पर भरोसा हो। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · चुनौती · शायरी · शेर 1 489 Share *प्रणय प्रभात* 29 Jan 2023 · 1 min read ■ मजबूरी किस की...? #मजबूरी_किस_की हमेशा पशोपेश में रहने के आदी "दिल" की या फिर उस से कहीं ज़्यादा उस "दिमाग़" की, जो दिन-रात "दुनियादारी की प्रमेय" रटते हुए "संबंधों के समीकरण" हल करने... Hindi · मजबूरी · शायरी · शेर · सवाल 1 242 Share *प्रणय प्रभात* 28 Jan 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ आज का शेर यादों की धुंध और मन की चादर। मतलब नमी ही नमी। वो भी शबनमी। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · Heart उसकी यादें · शेर 1 196 Share Previous Page 2