*प्रणय* Tag: लघुकविता 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 7 Nov 2024 · 1 min read #लघुकविता- #लघुकविता- ■ *देख लिया ना...?* [प्रणय प्रभात] देख लिया ना...? अपनों को बेगाने होते, घर-आंगन वीराने होते। आँखों के पानी को मरते, आशाओं को आहें भरते। अपनेपन को नीर बहाते,... Hindi · प्रणय की लघुकविता · लघुकविता 1 24 Share *प्रणय* 14 Aug 2024 · 1 min read #लघुकविता- #लघुकविता- ■ अजब विरोधाभास 【प्रणय प्रभात】 "कल" ले कर पंगा, कर के दंगा, हाथ आग में ताप रहे। "अब" बिल्ला-रंगा, लिए तिरंगा, जन-गण-मन आलाप रहे।। 😊😊😊😊😊😊😊😊😊 Hindi · प्रणय की कविता · लघुकविता 1 57 Share *प्रणय* 14 Aug 2024 · 1 min read ■ नहीं बदले हालात...। #लघु_कविता- ■ जो कल था, वही आज है। 【प्रणय प्रभात】 नहीं केबिन में हैं अफ़सर, नहीं कुर्सी पे हैं बाबू। वो चाचा चौधरी जैसे, ये ख़ुद को मानते साबू। वहां... Hindi · प्रणय की कविता · लघुकविता 1 58 Share *प्रणय* 13 Aug 2024 · 1 min read ◆#लघुकविता ◆#लघुकविता ◆सेवाभावी लाठी◆ 【प्रणय प्रभात】 "निःशक्त बुढ़ापे का, सहज संबल "लाठी।" जो न चीखती है, न झल्लाती है। मूक, बधिर, और चक्षुहीन होकर भी, चुपचाप फ़र्ज़ निभाती है।। #moral- *(सेवा... Hindi · प्रणय की कविता · लघुकविता 1 51 Share *प्रणय* 22 Nov 2023 · 1 min read #आज_की_कविता :- #लघुकविता- ■ चेहरा झूठ बोलता है।। 【प्रणय प्रभात】 "भावों को पढ़ना सरल नहीं कोई मत गढ़ना सरल नहीं। अनुमान लगाना मुश्किल है अंतर तक जाना मुश्किल है। मन बस कुछ... Hindi · प्रणय की कविता · लघुकविता 1 142 Share *प्रणय* 20 Nov 2023 · 1 min read #लघुकविता- #लघुकविता- ■ सुदीर्घ अनुभव पर आधारित बात। बस इतना बताने के लिए कि अब मौजूदगी से ज़्यादा मायने नदारदगी के हैं। जितनी जल्दी नज़दीक जाएंगे, दूर होते जाएंगे, दिमाग़ों से।... Hindi · अनुभव · लघुकविता 1 266 Share *प्रणय* 15 Nov 2023 · 1 min read #आह्वान_तंत्र_का #लघुकविता- ■ समझौतों की भाषा त्यागो।। 【प्रणय प्रभात】 "दो फेंक दूर झुनझुना कहीं, ना लोरी गा कर बहलाओ। इससे पहले कुरुक्षेत्र बने, ये देश दुष्ट-दल दहलाओ।। क्यों सीमा रक्तिम रहे... Hindi · लघुकविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 225 Share *प्रणय* 8 Nov 2023 · 1 min read #लघुकविता #लघुकविता ■ हम भुक्तभोगी। पहले अनुभूति, फिर अभिव्यक्ति। Hindi · लघुकविता 1 200 Share *प्रणय* 27 Oct 2023 · 1 min read #महाभारत #समयोचित_बदलाव ■ महाभारत की सीख। 【प्रणय प्रभात】 "वादा बदला और भुलाया जाता है। महासमर ये सबक़ हमें सिखलाता है।। जब अधर्म हावी हो धर्म आपदा में। रथ का पहिया चक्र... Hindi · लघुकविता 1 316 Share *प्रणय* 20 Oct 2023 · 1 min read ■ रहस्यमयी कविता #लघुकविता- ■ रहस्य बरक़रार। 【प्रणय प्रभात】 "मध्यप्रदेश के मन में मोदी, मोदी के मन में बात, बात के मन में जज़्बात, जज़्बात के मन में क्या? ऊपर वाले को ही... Hindi · राजनीति · लघुकविता 1 230 Share *प्रणय* 29 Sep 2023 · 1 min read #लघुकविता- #लघुकविता- ■ बेचारा दिल....!! 【प्रणय प्रभात】 बेचारा दिल...। जले तिल-तिल, अजब मुश्किल। बचे किस से, दवाबों में, तनावों में, ये फंसता है छलावों में। कहे तो क्या, दिए लब सिल,... Hindi · दिवस विशेष · लघुकविता 1 193 Share *प्रणय* 1 Sep 2023 · 1 min read ■ eye opener... #लघु_कविता- ■ अगर लगे तो.....!! 【प्रणय प्रभात】 अगर लगे पहला टट्टू है, और दूसरा टटमट्टू है। तीजा वाला झींगर लप्पू, चौथा वाला पूरा चप्पू।। हवा-हवाई गुब्बारे हैं, मतलब सारे नाकारे... Hindi · चुनावी साल · लघुकविता · हिंदुस्तान 1 168 Share *प्रणय* 14 Aug 2023 · 1 min read #बस_छह_पंक्तियां #तंत्र_के_नाम ■ बस छह ज्वलंत पंक्तियां 【प्रणय प्रभात】 "कोविड ने बीवी को निगला बाढ़ ने बच्चे छीने। दो रोटी की ख़ातिर मंगत, दिन भर कचरा बीन। सड़कों पर दिन भर... Hindi · लघुकविता · सम सामयिक 1 197 Share *प्रणय* 14 Aug 2023 · 1 min read #विभाजन_दिवस #विभाजन_दिवस ■ काली रात, वही हालात 【प्रणय प्रभात】 किस तरह बसर बतलाओ काली रात करें? आख़िर किस मुँह से आज़ादी की बात करें? हम बदल कहाँ पाए हैं गुज़रे सालों... Hindi · लघुकविता · सम सामयिक 1 274 Share *प्रणय* 14 Aug 2023 · 1 min read #लघु_कविता #लघु_कविता ■ एक मूक नददगार के नाम। Hindi · लघुकविता 1 419 Share *प्रणय* 28 Jun 2023 · 1 min read #लघु_कविता #लघु_कविता ■ कोई शिकायत नहीं...! 【प्रणय प्रभात】 औरों जैसे ही थे, तुम भी वैसे ही थे। भावना से परे ख़ुद में ही लीन से, चेतना-हीन से। ना सुखी, ना दुःखी,... Hindi · लघुकविता 1 186 Share *प्रणय* 2 Jun 2023 · 1 min read #लघुकविता #लघुकविता ■ मौन अग्रिम समाधान... 【प्रणय प्रभात】 “मौन संवाद का अपमान नहीं, एक अग्रिम समाधान है उन अंतहीन विवादों का, जो मुखर होते ही उग आते खरपतवार की तरह, जीवन... Hindi · लघुकविता 1 376 Share *प्रणय* 29 May 2023 · 1 min read #लघु_कविता #लघु_कविता ■ परवाह बदली...। 【प्रणय प्रभात】 "चाह बदली, आह बदली। और फिर, परवाह बदली।। - तुमने अपने, तौर बदले। हमने अपने, ठौर बदले। तुमने अपनी, राह बदली। हमने अपनी, राह... Hindi · जीवन · लघुकविता 1 211 Share *प्रणय* 28 Mar 2023 · 1 min read #लघु_व्यंग्य #लघु_व्यंग्य ■ शादी के बाद ढेर... 【प्रणय प्रभात】 "एक शेर था। बड़ा ज़िद्दी, क्रोधी और अकडेल था। किसी से सीधे मुंह बात करना, उसकी शान के खिलाफ़ था। माँ-बाप तक... Hindi · लघुकविता · लघुव्यंग्य 1 400 Share *प्रणय* 25 Mar 2023 · 1 min read #लघु_कविता :- #लघु_कविता :- ■ चेहरा.....!! 【प्रणय प्रभात】 "भावों को पढ़ना सरल नहीं, कोई मत गढ़ना सरल नहीं। अनुमान लगाना मुश्किल है, अंतर तक जाना मुश्किल है। मन बस कुछ देर बदलता... Hindi · असलियत · चेहरा · जीवन सार · दुनियां · लघुकविता 1 211 Share *प्रणय* 24 Mar 2023 · 1 min read ■ लघु व्यंग्य कविता 👉 हर गली में मौजूद विशेष प्रजाति के जीव पर एक लघु व्यंग्य कविता :-- ■ पहचान कौन...? 【प्रणय प्रभात】 "चापलूसी है चरम पर, शर्म आती बेशरम पर। देखता ना... Hindi · कटाक्ष · चाटुकारिता · राजनीति · लघुकविता · लघुव्यंग्य 1 1k Share *प्रणय* 20 Mar 2023 · 2 min read ■ आज का आह्वान #संरक्षण_का_लें_संकल्प ■ आज विश्व गौरैया दिवस पर 【प्रणय प्रभात】 यह एक महासंयोग ही है कि शक्ति की भक्ति के प्रतीक नवरात्रि से मात्र दो दिन पहले आज "विश्व गौरैया दिवस"... Hindi · आह्वान · जीव संरक्षण · लघुकविता · विश्व गौरैया दिवस · संदेश 1 402 Share *प्रणय* 8 Mar 2023 · 1 min read ■ लघु-कविता- #लघु_कविता- ■ नारी तू नारायणी... 【प्रणय प्रभात】 "तू छाँव में तू धूप में, हर वेश में हर रूप में। स्तुत्य है, स्वीकार है, गुण-धर्म का भंडार है। जीवन के रथ... Hindi · अभिनंदन · धर्म संस्कृति · महिला दिवस · मातृशक्ति · लघुकविता 1 420 Share *प्रणय* 13 Feb 2023 · 1 min read #लघु कविता #लघु कविता ■ मुझमें कौन नहीं...? 【प्रणय प्रभात】 "न्याय भावना अलगू वाली दृढ़ता मानो पत्थर सी। दया काबुली वाले जैसी मासूमो में जान बसी।। धनिया वाले होरी सा अंतर्मन सच्चा... Hindi · लघुकविता · व्यक्तित्व व कृतित्व एक परिचय 1 246 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ काब्यमय प्रयोगधर्म ■ प्रयोगात्मक कवित- (राष्ट्रगीत के मुखड़े के हर शब्द पर केंद्रित लघु-कविता) 【प्रणय प्रभात】 "जन" जितने सारे आहत। "गण" जितने पाते राहत। "मन" व्याकुल करता क्रंदन । "अधिनायक" का अभिनंदन।।... Hindi · देश · नवाचार · लघुकविता 1 291 Share