*प्रणय प्रभात* 5442 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय प्रभात* 17 Dec 2025 · 1 min read किसी "दूसरे" के भरोसे किसी "तीसरे" को किसी तरह का भरोसा न दे किसी "दूसरे" के भरोसे किसी "तीसरे" को किसी तरह का भरोसा न दें। इससे "आस" और "विश्वास" दोनों पर असर पड़ता है। 😌प्रणय प्रभात😌 Quote Writer 1 11 Share *प्रणय प्रभात* 14 Dec 2025 · 2 min read #प्रेरक_प्रसंग #प्रेरक_प्रसंग ■ रात के आंचल से उदित हुए दो सूरज। *(प्रणय प्रभात)* बात धर्म व ज्ञान की नगरी वाराणसी के एक प्रसिद्ध घाट की है। जहां गंगा किनारे एक विशेष... Hindi · प्रेरक 1 14 Share *प्रणय प्रभात* 14 Dec 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 14 Share *प्रणय प्रभात* 14 Dec 2025 · 3 min read #अभिव्यक्ति #अभिव्यक्ति ■ एक कथानक, दो जीवन। ■(प्रणय प्रभात)■ कभी रातें सोने व तरो ताज़ा होने के लिए होती थीं और दिन खाने कमाने व जीवन के हर पहलू का आनंद... Hindi · नवाचार · प्रणय के आलेख · प्रणय के गीत 1 28 Share *प्रणय प्रभात* 13 Dec 2025 · 1 min read #एक_और_बरसी #एक_और_बरसी ■ जांबाज़ शहीदों व जवानों को सादर नमन्। ● संसद पर हमले के 24 साल हुए पूरे। [प्रणय प्रभात] आज 13 दिसम्बर है। देश के इतिहास का एक काला... Hindi · दिवस विशेष · भावभीनी श्रद्धांजलि 1 14 Share *प्रणय प्रभात* 13 Dec 2025 · 1 min read *दिवस विशेष और संदेश...* *दिवस विशेष और संदेश...* एक अश्व में "कुंतक, चेतक या बादल" तलाशने से पहले अपने आप में "सिद्धार्थ, प्रताप और मणिकर्णिका" को तलाशें। 😊प्रणय प्रभात😊 Quote Writer 1 23 Share *प्रणय प्रभात* 13 Dec 2025 · 1 min read *आज* *आज* 13 दिसंबर को राष्ट्रीय "अश्व" दिवस है। संदेश यह कि, घोड़ों को गधों वाली लाठी से न हांके। कम से कम आज के दिन। 😀प्रणय प्रभात😀 Quote Writer 1 13 Share *प्रणय प्रभात* 12 Dec 2025 · 9 min read ■ #संस्मरण ■ #संस्मरण ◆ शौक़ शौक़ में उपज गया एक संस्थान। ★ प्रयास, जिसने दिया जीवन को नया सोपान। ★ किताबों ने दिया मनोरंजन के साथ ज्ञान। 【प्रणय प्रभात 】 अपने... Hindi · प्रणय के संस्मरण · मेरे संस्मरण 1 43 Share *प्रणय प्रभात* 12 Dec 2025 · 1 min read *नर हो या नारी।* *नर हो या नारी।* Quote Writer 1 22 Share *प्रणय प्रभात* 12 Dec 2025 · 1 min read #मुक्तक... #मुक्तक... *मोल रिश्तों का।* (प्रणय प्रभात) अदा नहीं ना ख़ुबी बस दीमक है ये, एक अहम सारा जीवन खा जाएगा। तुम अपनी तन्हाई को महसूस करो, हर रिश्ते का मोल... Hindi · प्रणय के मुक्तक 1 54 Share *प्रणय प्रभात* 12 Dec 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 20 Share *प्रणय प्रभात* 11 Dec 2025 · 1 min read सच सच में! Quote Writer 1 22 Share *प्रणय प्रभात* 10 Dec 2025 · 1 min read #हिंदी_ग़ज़ल #हिंदी_ग़ज़ल ■ पर खोल रहा है वर्तमान।। 【प्रणय प्रभात】 ★ मुँह खोल रहा है वर्तमान। कुछ बोल रहा है वर्तमान।। ★ कितना खोया कितना पाया। यह तोल रहा है वर्तमान।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल · हिंदी ग़ज़ल 1 16 Share *प्रणय प्रभात* 10 Dec 2025 · 0 min read ... ... Quote Writer 1 23 Share *प्रणय प्रभात* 10 Dec 2025 · 1 min read *गुस्ताख़ी माफ़!!* *गुस्ताख़ी माफ़!!* "चंद चिरकुट से वफ़ा करने का ये तोहफ़ा मिला। जाने कितने चिरकुटों की की हाय तौबा साथ है।। 😀प्रणय प्रभात😀 Quote Writer 1 19 Share *प्रणय प्रभात* 10 Dec 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 15 Share *प्रणय प्रभात* 10 Dec 2025 · 1 min read #मुक्तक #मुक्तक *आज का पैग़ाम।* *(प्रणय प्रभात)* "अब न पुरसिश की कोशिशें कीजे। बेसबब है कहां हैं, कैसे हैं? हमको सर्दी का कोई ख़ौफ़ नहीं। हम सुलगते अलाव जैसे हैं।।" 😊😊😊😊😊😊😊😊😊... Hindi · प्रणय के मुक्तक 1 21 Share *प्रणय प्रभात* 10 Dec 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 22 Share *प्रणय प्रभात* 9 Dec 2025 · 1 min read जिस "अरावली" का मान मर्दन विदेशी आक्रांता नहीं कर पाए, उसके जिस "अरावली" का मान मर्दन विदेशी आक्रांता नहीं कर पाए, उसके शील भंग की कोशिश देशी आततायी करने के प्रयास में हैं।। Quote Writer 1 17 Share *प्रणय प्रभात* 9 Dec 2025 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ छांव की आस है।। 【प्रणय प्रभात】 ★ होठ से कंठ तक प्यास ही प्यास है। धूप की सल्तनत, छाँव की आस है।। ★ पौष के माह में एक... Hindi · Gazal ग़ज़ल · देसी ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल · हिंदी ग़ज़ल 1 27 Share *प्रणय प्रभात* 8 Dec 2025 · 1 min read टेंशन की बात नहीं भक्तों! अमेरिकन डॉलर से आज भी दोगुना मंहगा टेंशन की बात नहीं भक्तों! अमेरिकन डॉलर से आज भी दोगुना मंहगा है इंडियन "डॉलर अंडरवियर।" 😀प्रणय प्रभात😀 😀😀😀😀😀😀😀 Quote Writer 1 31 Share *प्रणय प्रभात* 8 Dec 2025 · 1 min read भारतीय रुपया वैसे ही गिर रहा है, जैसे इंसान की क़ीमत और राजन भारतीय रुपया वैसे ही गिर रहा है, जैसे इंसान की क़ीमत और राजनीति का स्तर। यह है गिरावट का महा मुक़ाबला। मुबारक हो।। 🙂↕️प्रणय प्रभात🙂↕️ Quote Writer 1 29 Share *प्रणय प्रभात* 8 Dec 2025 · 1 min read जैसे आप पिछली पीढ़ियों के कृत्यों पर आज रो रहे हैं, ऐसे ही अ जैसे आप पिछली पीढ़ियों के कृत्यों पर आज रो रहे हैं, ऐसे ही अगली पीढ़ियां कल आपकी करतूतों को रोएंगी। यही कालचक्र है चक्रव्यूह रचने वालों!! 🙂↕️प्रणय प्रभात🙂↕️ Quote Writer 1 26 Share *प्रणय प्रभात* 8 Dec 2025 · 2 min read #विस्मृत_स्मृति_दिवस #दुर्भाग्यपूर्ण ■ फिर विस्मृत हुआ स्मृति दिवस। "(प्रणय प्रभात)" हमारे मृतपूजक देश में दिवंगत भी मौका, मौसम व माहौल के आधार पर याद किए जाते हैं। यह बड़ा और कड़ा... Hindi · कीर्ति शेष · दिवस विशेष · शर्मनाक 1 43 Share *प्रणय प्रभात* 8 Dec 2025 · 1 min read 😊प्रणय प्रभात😊 😊प्रणय प्रभात😊 Quote Writer 1 36 Share *प्रणय प्रभात* 7 Dec 2025 · 1 min read #गीत :-- #गीत :-- ■ पथदर्शी नहीं, बस अनुगामी!! *(प्रणय प्रभात)* * जीवन अपना माना बहुआयामी है। पथदर्शी क्या मानें, बस अनुगामी है।। * सहा गर्भ में जो कुछ वो सब भूल... Hindi · प्रणय के गीत 1 30 Share *प्रणय प्रभात* 7 Dec 2025 · 6 min read ■ आवश्यक है अर्थ के अनर्थ का प्रतिकार ■ आवश्यक है अर्थ के अनर्थ का प्रतिकार ★ ताकि सत्य जाए समाज के समक्ष 【प्रणय प्रभात】 कुछ दिनों पूर्व व्यासपीठ पर आसीन एक कथावाचक धार्मिक चैनल पर प्रवचन देते... Hindi · आलेख · धर्म सरोकार · प्रणय के आलेख 1 31 Share *प्रणय प्रभात* 6 Dec 2025 · 4 min read #सामयिक_विमर्श #सामयिक_विमर्श ■ आपकी डीपी से झलकती है आपकी इमेज 【प्रणय प्रभात】 साहित्य की तरहः मानवीय जीवन भी विविध रसों का केंद्र है। प्रत्येक रस के अपने स्थायी व अस्थायी भाव,... Hindi · आलेख · प्रणय के आलेख · सम सामयिक 1 39 Share *प्रणय प्रभात* 6 Dec 2025 · 1 min read ज़िल्ले इलाही अपनी सल्तनत में बसे "मीर जाफर" और "जयचंद" को त ज़िल्ले इलाही अपनी सल्तनत में बसे "मीर जाफर" और "जयचंद" को तलाश ही लेते हैं। ज़रूरत पड़ने पर। हर तरीके से।। Quote Writer 1 30 Share *प्रणय प्रभात* 6 Dec 2025 · 2 min read #कविता #कविता ■ मृतपूजकों के नाम।। 【प्रणय प्रभात】 "बंद करो ये रोना-गाना, घड़ियाली आँसू टपकाना। बेमतलब का शोर मचाना, जबरन का माहौल बनाना।। बंद करो फौरन लफ़्फ़ाज़ी, बंद करो सब नाटकबाज़ी।... Hindi · कटाक्ष · कविता · प्रणय की कविता · शर्मनाक · सम सामयिक 1 36 Share Page 1 Next