Poonam Jha Language: Hindi 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Poonam Jha 10 Aug 2021 · 1 min read हमदर्द चाय! कौन कहता है लत बुरी चीज़ है? हमको तो हर हाल में, सम्भाला है चाय ने ! घूँट- घूँट वो घुलती रही हम में, दर्द चुन- चुनकर, बाहर निकाला है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 907 Share Poonam Jha 10 Aug 2021 · 2 min read अभी तो अपने आप से रूबरू हुई है रंगीन बड़ी बिंदी, काजल की धार, गुलाबी लिपस्टिक, खुले रंगे बाल चटक रंग की साड़ी, मैचिंग चूड़ियाँ, अब भी वो शौक़ से पहनना चाहेगी! अभी तो अपने आप से रूबरू... Hindi · कविता 1 1 382 Share Poonam Jha 10 Aug 2021 · 1 min read बिछड़ता इश्क़ इश्क़ के मज़ार पर चादर चढ़ाने आए हैं वो अब किसी और के हो गए बताने आए हैं वो मुस्कुराकर आँसु पोंछने की गुज़ारिश उनकी पल भर चुप करा उम्र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 352 Share Poonam Jha 10 Aug 2021 · 1 min read पिया विरह का चूल्हा, आस खौलाए , धैर्य के बुलबुले, उफन-उफन जाए ! मन का कुल्हड़, यादों की चाय, तन्हाई के हाथों, छलक ही जाए ! धड़कनों के ढोल, प्रीत थाप... Hindi · गीत 2 1 722 Share Poonam Jha 10 Aug 2021 · 1 min read मिलावट ज़रा सा झूठ मिला लेना अपनी शख़्सियत में यहाँ खरी चीजों को आज़माते बहुत हैं लोग Hindi · शेर 1 1 518 Share Poonam Jha 11 Jul 2021 · 4 min read शाबाश! “ओह ! सात चालिस हो गए...अंधेरा भी हो गया! ये ट्रेफ़िक भी न, रोज देर हो जाती है...एक तो ऑफिस का लोड...उस पर ये टाईम डिफ़रेंस! यहाँ दिन खत्म होने... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 6 551 Share Poonam Jha 10 Jul 2021 · 4 min read सुकून का गुल्लक "डॉक्टर साहब इतनी दवाइयों के बाद भी कोई आराम नहीं है उनको दर्द में …मुझसे देखा नहीं जाता उनका यूँ तड़पना ! मेरा दिल घबरा रहा अब तो! सच- सच... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 3 573 Share Poonam Jha 10 Jul 2021 · 4 min read ख़ुदगर्ज़ खून “अरे रतन भैया! क्या हुआ? अभी भी संपर्क नहीं हो पाया क्या पुरू से?” ( रतन को फ़ोन हाथ में लिए परेशान देखते हुए राकेश ने पूछा) “नहीं राकेश ..(... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 444 Share Poonam Jha 10 Jul 2021 · 3 min read तड़प हुडा सीटी सेंटर के ट्रैफ़िक सिग्नल पर, बहुत देर से रुके ट्राफ़िक से खीज, जमी भीड़ का कारण जानने, शैलजा कार से उतर, भीड़ की ओर बढ़ी। दो पुलिस कॉन्स्टेबल... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 397 Share Poonam Jha 10 Jul 2021 · 3 min read ज़मीर का सौदा "जज साहिबा, कोई दम ही नहीं इस केस में। शीतल शुक्ला ने अपने पति को एक रात पहले धमकाया कि वो ख़ुदकुशी करके उन्हें सबक़ सीखाएँगी …आपने रिकार्डिंग तो देखी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 6 517 Share