Naresh Pal Tag: गीत 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Naresh Pal 18 Jan 2018 · 1 min read *प्राप्त तुम्हे यह अधिकार * निर्ममता के निर्मम बन्दों ,प्राप्त तुम्हें यह अधिकार। अपनी थपकी गोद सुलाते , औरों को देते दुत्कार ।। अपनी खुशियां अप में बांटे, में माँगूँ तो जमकर डांटे। मेरी छोटी... Hindi · गीत 253 Share Naresh Pal 17 Jan 2018 · 1 min read *काले * तन के काले मन के काले । एंडी से चोटी तक काले।। फिर भी कहते 'पुरषोत्तम,। कहो नीच हो,याकि उत्तम । हंस नहीं बन सकते अप्रिये, चाहे चोंच अपनी मांज... Hindi · गीत 554 Share Naresh Pal 17 Jan 2018 · 1 min read *जिंदगी से प्यारा है* गुरु का भजन करना ,हमें जिंदगी से प्यारा है। भूल कैसे जाऊं जिसने,ये जीवन सँवारा है ।। बालक में अबोध था ,जब धरती पे आया । रहना है किस विधि... Hindi · गीत 541 Share Naresh Pal 3 Jan 2018 · 1 min read *अब् तो घूम लिया है * अब् तो घूम लिया है तुमने, पूरा यह संसार। बन्द करो अब् नयना नर्तन,पथ के यायावार।। दो छोड़ लकीरें महा घिनौनी दूर हटा दो खंजर फेंको । अपनी अश्मत सबको... Hindi · गीत 197 Share Naresh Pal 1 Jan 2018 · 1 min read *नील गगन के तले* इस नील गगन के तले मेरा देश यह फुले फले।। परिपूरित हों सभी दिशाएं तब -- जाके-- शाम --ढले ।। दिखे ना कोई अंध्यारा कोना हो-- ज्योति-- का-- पुंज घने... Hindi · गीत 221 Share Naresh Pal 1 Jan 2018 · 2 min read *भरी हुई हैं ह्रदय मेरे * बहुत दुखातीं ह्रदय मेरा, चुभन भरी बातें प्रखर। मैं मौन सदृश सा सहता, पल पल रिश्ते कडुए स्वर। मग़र क्या है ? फिर भी तो बाण छूटते ही आते हैं... Hindi · गीत 1 2 458 Share Naresh Pal 31 Dec 2017 · 1 min read *पुकारते चलो* फूंको शंखनाद , नाद पुकारते चलो । अंतसा की गन्दगी को ,बुहारते चलो।। हाथ में हो हाथ , साथ साथ तालियां बैठे एक डाल पे ,सब बाल बालियां ।। सपाट... Hindi · गीत 376 Share Naresh Pal 31 Dec 2017 · 1 min read *आवाज दे रहा वो* आवाज दे रहा वो,पड़ा जो धरती के तल। घर में गरीव के भी , दीप वारता तू चल ।। उजाला हो गया ,मग़र क्यों अँधेरी रात है सोचनीय इस प्रश्न... Hindi · गीत 490 Share Naresh Pal 31 Dec 2017 · 1 min read *जी लेने दो * छोडो अब् ये नाच घिनौना, कुछ दिन तो जी लेने दो। थोड़ा तेल बचा है दीपक , कुछ पल तो पी लेने दो ।। चूस लिया सब खून देह का... Hindi · गीत 576 Share Naresh Pal 31 Dec 2017 · 1 min read *गंगा जी के तट पर* झेलीं जिनने यातन-बटियाँ , बसुधा जी के पट पर । ढूड रहा हूँ उनके अस्थिक-पंजर, गंगा जी तट पर।। जन्म दिया पर निज जीवन में कब ? कितना पाया था... Hindi · गीत 476 Share Naresh Pal 31 Dec 2017 · 1 min read *व्यापतीं ना प्यासे कभी* व्यापतीं ना प्यासे कभी ,मुझको धुप में भी नीर की । फलती हैं क्यारियां आपु से, प्राण तन मन पीर की ।। पूर्व लेट ने के सदा ही डूबती हैं... Hindi · गीत 348 Share Naresh Pal 31 Dec 2017 · 1 min read *अंधकार वनाम घृणा* सच तिमिर ! तुम्हें निज घृणा दंश मारेगी । उर उदभासित तुम्हारी वाणी ने प्रतिक्षण मुझको लघु जिव कहा। किस मुख मैं समतुल्य कहूँ फिर सोचने के लिए नित यह... Hindi · गीत 420 Share