Pavan Kumar Sharma Neeraj Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Pavan Kumar Sharma Neeraj 30 Oct 2018 · 1 min read मुक्तक बेरुखी की नजर से सिहर जाएंगे। टूट कर कांच सा हम बिखर जाएंगे। यूँ न जाओ सनम दिल मेरा तोड़कर बिन तुम्हारे कसम हम तो मर जाएंगे। पवन कुमार नीरज Hindi · मुक्तक 274 Share