परमार प्रकाश 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid परमार प्रकाश 12 Mar 2023 · 1 min read गुलाब-से नयन तुम्हारे गुलाब-से नयन तुम्हारे महके-महके हुए है। हम चुम ले तुमको, ये महक उठे मुहब्बत हमारी... किताब-सा मन है मेरा तुम उसमें गुलाब छुपा लो अपने जीवन की महकती मुहब्बत को... Quote Writer 436 Share परमार प्रकाश 9 Mar 2023 · 1 min read शर्म शर्म "अरे कहाँ गए आप,सुनिए ना,देखिए मुझपर यह ड्रेस कैसी लग रही है,मैं आज यही पार्टी पर पहनूँगी"उसने कहा और उन्हें दिखाने लगी। "नहीं,नहीं यह मत पहनना।वहाँ हमारी क्या इज्जत... Hindi · कहानी · लघुकथा 296 Share परमार प्रकाश 18 Aug 2019 · 1 min read बहन प्रेम बहन प्रेम का रूप है,होती घर की शान। दुख भाई का बाँटती,रखती सबका मान।। रखती सबका मान,खुशी से घर भर देती। फैला जग में तमस, उजाला वो कर देती।। देकर... Hindi · कुण्डलिया 431 Share