पारस शर्मा मसखरा 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पारस शर्मा मसखरा 3 Apr 2018 · 1 min read बादल बादल ------- बादल तू क्या पागल है ? जो धर्म, जाति और देश को जाने बिना बरसता है । मूरख कुछ सीख इंसान से जो धर्म में बँटा जाति में... Hindi · कविता 1 3 484 Share पारस शर्मा मसखरा 2 Apr 2018 · 1 min read मेरा देश जल रहा हैं । मेरा भारत जल रहा है । ---------------------------- मेरा भारत जल रहा हैं आओ रे रघुराई । कब तक तेरी राह तकूँ मैं आँखें भी पथराई ।। जहर घुल गया है... Hindi · कविता 253 Share