Paramita Sarangi Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Paramita Sarangi 10 Jun 2023 · 1 min read कविता निकम्मा मत बोलो मुझे खुद में ही उलझी हुई हूँ फिर भी , जितना चाहे ,खर्च करलो मुझे शब्द मेरे बात नहीं मानते सँवरने के लिए नाराज कर देते हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 284 Share Paramita Sarangi 21 May 2023 · 1 min read "शेष पृष्ठा "शेष पृष्ठा" पारमिता षड़गीं उस दिन घडी थी पापा के हाथ में और वक्त था मेरे साथ पता नहीं कहाँ.... कैसे गुम गए वो घड़ी... और...वो वक्त कहीं में ठग... Hindi · कविता 262 Share Paramita Sarangi 21 May 2023 · 1 min read खजुराहो शीर्षक" खजुराहो" मेरे कंकाल में चिपकी है कविताओं की एक पुरानी पांडुलिपि जिस में मैंने लिखी है वृक्ष के केश में फँसे हुए तारों की कहानी ख्वाब और ख्वाहिशों में... Hindi · कविता · नारी वाद 267 Share Paramita Sarangi 20 Dec 2020 · 1 min read तन्हा शाम "तन्हा शाम" ये कैसा भुताणु है, जिस से हर सुबह डरी हुई है हर शाम तनहा है सोता देह मेरा इस घर में आत्मा तो दुसरे सहर में है ये... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 32 935 Share