पंकज प्रियम Tag: मुक्तक 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पंकज प्रियम 6 Oct 2019 · 1 min read जगत जननी माँ सती चण्डी जगत जननी, महादेवी उमा गौरी, भवानी मात जगदम्बा, महाकाली महागौरी। भरो माँ रंग जीवन में, प्रियम की चाह है इतनी- तुम्हारा हाथ हो सर पे, सदा आशीष... Hindi · मुक्तक 2 2 286 Share पंकज प्रियम 1 Nov 2018 · 1 min read स्पंदन मुक्तक स्पंदन है तो तनमन है, उसी से बंध जीवन है गति जो मंद पड़ जाए,समझ लो बंद जीवन है अगर थकहार भी जाओ,कभी तुम हार ना मानो समय के... Hindi · मुक्तक 2 328 Share पंकज प्रियम 28 Sep 2018 · 1 min read हिचकी हिचकी करो ना याद तुम इतना,मुझे हिचकी सताएगी करूँ जो याद मैं तुझको,तुझे हिचकी रुलाएगी। हमारी हिचकियों में ही,कहीं ना जा निकल जाए मुझे धड़कन बना लो तुम,कभी हिचकी न... Hindi · मुक्तक 656 Share पंकज प्रियम 5 Aug 2018 · 1 min read तेरा इश्क़ ये तेरा इश्क़ कैसा है? जो मुहब्बत की नुमाईश हो,उसे चाहत समझते हो। मेरी आंखों में देखो तो,तुम पलकों में रहते हो। ये तेरा इश्क़ कैसा है ये मेरा इश्क़... Hindi · मुक्तक 408 Share पंकज प्रियम 20 Apr 2018 · 1 min read किस राह चलूँ किस राह चलूँ? क्या भूलूँ और मैं क्या याद करूँ किसको छोड़ूं,किसके साथ चलूँ? कौन अपना ,कौन पराया है यहां किसकी मानूँ किसपे एतबार करूँ? खबरों की भी सही खबर... Hindi · मुक्तक 356 Share