पंकज प्रियम Tag: ग़ज़ल/गीतिका 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पंकज प्रियम 17 Oct 2019 · 1 min read क्यूँ देखे तू चँदा क्यूँ देखे तू चँदा ग़ज़ल क्यूँ देखे तू चँदा, खुद चेहरा तेरा चाँद सा, क्यूँ देखूँ मैं चँदा, जब प्यारा मेरा चाँद सा। चाहत होगा चकोर का, क्या होगा भोर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 306 Share पंकज प्रियम 12 Apr 2019 · 1 min read चुनावी जाल चुनावी जाल सियासी खेल के हर शख्स का राज़ मैं लिख दूँ बदलते देश के हालात पर अल्फ़ाज़ मैं लिख दूँ। कभी आया नहीं बरसों, कभी ना हाल ही पूछा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 425 Share पंकज प्रियम 1 Nov 2018 · 1 min read बिगड़ता अंदाज़ बिगड़ता अंदाज हूँ माना कि बदलते दौर का बिगड़ता अंदाज हूँ लेकिन तेरे कदमों से ही तो बढ़ता मैं आज हूँ। नए दौर की नई बातें, तुमको ही लगती प्यारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 436 Share पंकज प्रियम 1 Nov 2018 · 1 min read सम्भालो मुझे बसा लो मुझे अपने दिल से न ऐसे तो निकालो मुझे गैरों पे नहीं भरोसा,तुम्हीं सम्भालो मुझे। मैं तुम्हारा मुकद्दर हूँ दिल से ही पूछ लें इस तरह बारबार,इश्क़ में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 464 Share