दीपक कुमार 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दीपक कुमार 24 Feb 2018 · 1 min read भीड़ भीड़ में भीड़ से परेशान मैं खो गया हूँ पता नहीं, ठिकाना नहीं ढूंढता फिर रहा भीड़ में भीड़ से अलग स्वयं की पहचान मैं। याद नहीं किस्सा कैसे, किस... Hindi · कविता 513 Share दीपक कुमार 25 Feb 2018 · 1 min read नापाक मांग में आग भरकर नापाक गया वो भाग Hindi · हाइकु 456 Share दीपक कुमार 25 Feb 2018 · 1 min read सत्य आया हूँ यहाँ एक काम करने बस मरने Hindi · हाइकु 380 Share दीपक कुमार 24 Feb 2018 · 1 min read फार्मूला पहली बात तो उसे पैदा होने का हक न था आ भी गया दुनिया में तो जरूरत क्या थी जीने की जिन्दगी को घूँट घूँट घुट-घुट कर पीने की! लेकिन... Hindi · कविता 221 Share