NOORAIN ANSARI 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid NOORAIN ANSARI 18 Mar 2022 · 1 min read सबको शब-ए-रात मुबारक ये रहमतों की रात मुबारक इबादतों की सौग़ात मुबारक दरुदे पाक का लम्हात मुबारक नमाज़ें नफ़िल का साथ मुबारक दुआओ के उठे हाथ मुबारक सब गुनाहों से निजात मुबारक शबे... Hindi · कविता 3 1k Share NOORAIN ANSARI 17 Feb 2022 · 1 min read …. अधूरा होना पड़ता हैं ! किसी के लिए अच्छा ,किसी के लिए बुरा होना पड़ता हैं ! टूटे सपनों के कुछ किश्तों से खुद को पूरा होना पड़ता हैं ! ये ज़िन्दगी तेरे साथ रहकर... Hindi · मुक्तक 1 365 Share NOORAIN ANSARI 23 Jan 2022 · 1 min read हमें भी याद रखियेगा.. सांसो की महक से गुले-गुलफाम आबाद रखियेगा। भले ही अपनी नज़रों में , औरों के बाद रखियेगा। हम नाचीज़ तो इस काबिल हरगिज़ नहीं फिर भी, हो सके तो अपनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 311 Share NOORAIN ANSARI 8 Jan 2022 · 1 min read ग़ज़ल - दिल लगाने के एवज में.. सब कुछ भुला दी मैंने , तुझे पाने के एवज में. सिर्फ रुसवाई ही मिली,दिल लगाने के एवज में, नज़र लग गयी ज़माने की मेरी मुहब्बत पे, तोहफे में मिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 450 Share NOORAIN ANSARI 9 Dec 2021 · 1 min read ग़ज़ल - वफ़ादारी नही रही ! रिश्तों में पहले जैसी रवादारी नहीं रही ! अपने तो हैं बहुत पर वफ़ादारी नही रही ! हमदर्दों से दिल इस क़दर हुआ रुसवा , कि अपने वजूद पे भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 204 Share NOORAIN ANSARI 10 Nov 2021 · 1 min read महापर्व छठ की बहुत-बहुत बधाई अपने बिहार का गर्व सबसे बड़ा पावन पर्व स्वर्णिम जिसका इतिहास सबसे कठिन उपवास ठेकुआ की सोंधी महक़ चारों तरफ है छाई सबको महापर्व छठ की बहुत-बहुत बधाई अन्न जल... Hindi · कविता 4 1 469 Share NOORAIN ANSARI 8 Nov 2021 · 1 min read खाली पैसों के बदौलत ही ब्यवहार नहीं चलता. एक दो बार सही हर बार इनकार नहीं चलता. इस कमर तोड़ महंगाई में उधार नहीं चलता. माना की बहूत फ़िक्र है तुझे अपनों के वास्ते, पर महज फ़िक्र से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 315 Share NOORAIN ANSARI 3 Nov 2021 · 1 min read मुबारक हो आप सबको ये दीपों का त्योहार ये पर्व हैं प्रकाश का अँधेरों के नाश का आबाद रहे उजालों से आप सबका घर-संसार मुबारक हो आप सबको ये दीपों का त्योहार सबकी सुख समृद्धि हो धन -... Hindi · कविता 8 9 918 Share