नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 38 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 14 Feb 2024 · 1 min read संग तेरे रहने आया हूॅं गीत संग तेरे रहने आया हूॅं मुझको चिढ़ा रही है काली कोयल हो-हो कर मतवाली, नागिन बनकर डंक मारतीं माघ-पूस की रातें काली, चपल चांदनी की लहरों में हाथ थाम... Hindi · कविता · गीत 1 62 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 23 Aug 2023 · 1 min read तू ठहर चांद हम आते हैं तू ठहर चांद हम आते हैं। तेरी गतिविधियों को लखकर हम कालचक्र तैयार किए तुमको मामा-मामा कहकर बचपन में तुमसे प्यार किए तेरे नामों का कौर चांद मम्मी से हमने... Hindi · कविता · बाल कविता · हाइकु 2 2 984 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 19 Jul 2023 · 2 min read जिसके हारने की संभावना हो वह हमारा इंडिया नहीं है हम भारतीय हैं भारत हमारा देश है जिसे आर्यावर्त हिंद हिंदुस्तान और इंडिया भी कहते हैं इस गणतांत्रिक देश में सारे देशवासी मिलजुल कर रहते हैं कुछ अपवाद भी हैं... Hindi · कविता · फ्री-स्टाइल · हास्य-व्यंग्य 2 368 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 18 May 2023 · 1 min read आइए मोड़ें समय की धार को विधा― गीतिका आधार छंद― अनंदवर्धक (मापनीयुक्त मात्रिक) मापनी― गालगागा, गालगागा, गालगा. (2122 2122 212) सामान्त― आर पदांत― को ******************************** आइए मोड़ें समय की धार को। कम करें मिलकर धरा के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 358 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 18 May 2023 · 1 min read जिंदगी जिंदादिली का नाम है जिंदगी जिंदादिली का नाम है यह जानिए। जो जिए मनहूसियत से उसको मुर्दा मानिए।। आग जिनको लग चुकी है, मुस्कुराएँ क्यों भला। हो गए घातक अगर तो लात से ही... Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 383 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 18 May 2023 · 2 min read जनरेशन गैप / पीढ़ी अंतराल बातों ही बातों में बच्चों, मैं अपनी बात बताता हूँ। अब नई-पुरानी पीढ़ी के, लो अंतर को समझाता हूँ। जब साथ समय के जीने का, अंदाज बदलता जाता है। यह... Hindi · कविता 1 624 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 18 May 2023 · 2 min read कोरोना चालीसा ◆ कोरोना चालीसा ◆ कोविद उन्नीस वायरस, चाइनीज शैतान। इसे हराना है तुरत, करके मर्दित मान।।1।। जिसके आगे पस्त हैं, बड़े-बड़े बलवान। मैं उसकी निंदा करूँ, या फिर करूँ बखान।।2।।... Hindi · कविता 1 366 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 18 May 2023 · 1 min read चाह और आह! न पूछो कि कितना, हमें भा रही हो, अदाओं से' अपनी, कहर ढा रही हो, सफर जिंदगी का, सरल हो तुम्हारा, मिले हर खुशी, तुम जहाँ जा रही हो। Hindi · मुक्तक 1 192 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 18 May 2023 · 1 min read गलतियाँ हो गयीं होंगी गलतियाँ हो गयीं होंगी, मैं यह स्वीकार करता हूँ। अगर दुश्मन पड़ा पीछे, पलटकर वार करता हूँ। वो अपनी बादशाहत में, भले खुद को कहे प्रेमी। तुम्हारा दिल बताएगा, मैं... Hindi · मुक्तक 1 376 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 18 May 2023 · 1 min read बटाए दर्द साथी का वो सच्चा मित्र होता है बटाए दर्द साथी का वो सच्चा मित्र होता है। वदन के वक्ष-मंदिर में उसी का चित्र होता है। हृदय को छोड़कर सब अंग उल्टा काम करते हैं। पसीने से उठा... Hindi · मुक्तक 1 311 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 17 May 2023 · 1 min read तुम मुझे देखकर मुस्कुराने लगे तुम मुझे देखकर मुस्कुराने लगे। दुनिया वाले भी ताली बजाने लगे। हमनें सींचा जिसे खून से उम्र भर। आग उसमें सनम क्यों लगाने लगे।। Hindi · मुक्तक 1 276 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 17 May 2023 · 1 min read डाल-डाल तुम हो कर आओ अपनी बेबाकी के कारण, नहीं जगत को भाता हूँ। जबतक ताल मिलाए कोई, बस तबतक ही गाता हूँ। अपने जीवन-गाथा का है, गीत और संगीत यही। डाल-डाल तुम होकर आओ,... Hindi · मुक्तक 1 351 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 17 May 2023 · 1 min read गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला। रजाई मजबूरी हs, जब शर्द होला। जवानी त जवानी हs सभे गिरेला। जे बुढ़ऊती में बिछिला, ऊ मर्द होला।। Bhojpuri · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 293 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 15 May 2023 · 2 min read पत्नी-स्तुति हरि रूठ पड़े तो तुम हर पल, तत्पर रहती दुख हरने को, जीवन में साथ तुम्हारा जब, फिर रही बात क्या डरने को, तुमसे दूरी जब बढ़ती है, मैं कांति-हीन... Hindi · कविता · हास्य 1 214 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 15 May 2023 · 2 min read सौतियाडाह जब 'फीलगुड' फैक्टर हुआ फेल चुनाव परिणाम भी चौकाया तो मात खाये दल ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल का होने का मुद्दा उठाया सब मनसूबे गढ़ रहे थे माननीय... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य 1 279 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 14 May 2023 · 1 min read मंतर मैं पढ़ूॅंगा कुछ कायर किस्म के वीर जंग तो अक्सर लड़ते हैं पर हित अपना साधते हैं और उपयोग औरों का करते हैं अगला उनसे संकेत पाकर कदम बढ़ाता है पर कितने... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य 1 253 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 14 May 2023 · 1 min read कुत्ते की व्यथा यह सच है कि मैं स्वामीभक्ति में नंबर वन हूँ तलवे चाटते हूँ लेकिन जब भौंकता हूँ तो विरले ही काटता हूँ जब आप किसी नेता से मेरी तुलना करते... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य 1 275 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 14 May 2023 · 1 min read चुनावी वादा एक नेता चुनावी दरिया को पार करने के लिए अपनी नाव खे रहे थे और पतवार जिनके हाथों में थी भाषण दे रहे थे भाइयों! आपकी जो भी परेशानियॉं हैं... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य 1 223 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 14 May 2023 · 1 min read पत्नी की प्रतिक्रिया एक दिन मैंने अपनी पत्नी से कहा— प्रिये! तुम भोजन बहुत ही बढ़िया बनाती हो घर को बड़े ही सलीके से सजाती हो हो इतनी हँसमुख कभी देती नहीं गाली... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य 1 246 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 14 May 2023 · 1 min read गांधी जी का चौथा बंदर गांधी बाबा पहले आप के बंदर थे तीन अब हो गए हैं चार प्रथम तीनों ने दी अच्छी सीख लेकिन चौथा कर रहा है भ्रष्टाचार वह अजीब है अपने आप... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य 1 320 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 13 May 2023 · 2 min read अटल-अवलोकन अटल अवलोकन भारत के प्यारे कुंवारे प्रधानमंत्री आपकी नीतियों पर देश करेगा गर्व और अभिमान आपका भला करें भगवान हे कमलनाथ! आप शांति के पुजारी हैं आपसे न राग है... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य 1 211 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 12 May 2023 · 3 min read बुश का बुर्का जब से मैंने सुना है कि जार्ज बुश ने अपनी पालतू बिल्ली का नाम इंडिया रखा है तब से हमनें इसमें अपमान का भाव लखा है और जब मैं इसे... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य 2 246 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 10 May 2023 · 4 min read कांतिपति का चुनाव-रथ चल रहा था चौदहवीं लोकसभा का चुनाव नेताओं का आर्ग्युमेंट मेरी समझ में नहीं आया अतः अपना चुनाव-रथ आगे बढ़ाया मैं पहुँचा उस नेता के पास जो अपने विपक्षियों को... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य 1 241 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 10 May 2023 · 2 min read ... और मैं भाग गया मुझे एक बार एक कवि गोष्ठी में पहुँचने का आमंत्रण मिला मैं नया-नया कवि था इसलिए दिल बल्लियों उछला मन-कमल खिला निर्धारित समय पर पहुँचा तो सज रहा था गेट... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य 2 537 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 8 May 2023 · 2 min read हार्पिक से धुला हुआ कंबोड नेता नेता वह है जो किसी देश या संगठन का भली-भाँती नेतृत्व करे साथ ही देश और लोगो को एकता के सूत्र में बांधे सज्जन को सम्मान दे दुष्टों को... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 294 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 7 May 2023 · 4 min read निजी विद्यालयों का हाल आजकल सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा प्रदान करने का नहीं रह गया है बलबूता इसलिए निजी विद्यालय ऐसे खुल रहे हैं जैसे उगता है कुकुरमुत्ता ऐसे विद्यालयों के शिक्षक बंधक... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 453 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 30 Apr 2023 · 3 min read गांधी से परिचर्चा एक दिन नजर बचाकर राजघाट जाकर मैंने अलख जगाया तभी लाठी व लंगोटी वाला एक बूढ़ा सम्मुख आया उसकी आंखों पर चश्मा चढ़ा था वह काठी में पतला और कद... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 476 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 30 Apr 2023 · 2 min read श्रोता के जूते लोग औरों की बात करते हैं मगर मैं डरता हूँ इसलिए जब कभी भी मंच पर होता हूँ बस अपने घर की बात करता हूँ फिर भी जो होनी है... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 253 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 30 Apr 2023 · 3 min read बाप के ब्रह्मभोज की पूड़ी साहित्य समाज का दर्पण है साहित्यकार अपनी रचनाओं के माध्यम से उसमें समाज की छवि दिखलाता है यही कारण है कि समाज को उसका विकृत चेहरा विरले ही भाता है... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 1 555 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 30 Apr 2023 · 1 min read चंदा तुम मेरे घर आना चंदा तुम मेरे घर आना।।टेक।। व्यथा लिए कुछ अपने मन में, कोई बैठा है आंगन में, उसकी पीड़ा को सहलाऊँ, चंद्र खिलौना से बहलाऊँ, पीर कसक की इस बेला में,... Hindi · कविता · गीत 2 672 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 30 Apr 2023 · 1 min read हम हँसते-हँसते रो बैठे हम हँसते-हँसते रो बैठे।।टेक।। इन्द्र-धनुष सी छवि को देखा, भरकर इन आँखों मेँ पानी, मौन-निमंत्रण को पा कर के, कर बैठा थोड़ी मन-मानी, तुमको लख मैँ दिल खो बैठा, जाने... Hindi · कविता · गीत 1 455 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 5 Mar 2023 · 1 min read नानाजी को हैप्पी होली मातु पिता को सुबह जगाकर, सबसे पहले फोन लगाकर, लिए भाव कुछ कल्याणी से अपनी तुतलाती वाणी से, क्यूट परी धीरे से बोली। नानाजी को हैप्पी होली।। 1 ।। वहाँ... Hindi · बाल कविता · होली 1 118 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 5 Mar 2023 · 1 min read होली पिचकारी बच्चों की खातिर, भरी गिलासें आप के लिए। नमन आपके बाप के लिए।।0।। आओ मिलकर कदम बढ़ाए, भूल-भुलाकर कड़वी बोली। जाति-धर्म और देश-प्रांत क्या, विश्व-जगत को हैप्पी होली। मिले... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 124 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 5 Mar 2023 · 1 min read हो-ली अपनी होली *हो-ली अपनी होली* उद्धौ हो-ली अपनी होली। शब्द-बाण से तिरिया बेधे, बोल-बोल कर बोली। हमको यह दो, हमको वह दो, बोले बिटिया भोली। हाय! हाट मैं जाऊँ कैसे? खाली अपनी... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 97 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 4 Mar 2023 · 1 min read सारे जहाँ से अच्छा है इंडिया हमारा (पैरोडी) सारे जहाँ से अच्छा है इंडिया हमारा। अपराध करो कोई, लगती नहीं है धारा।।टेक।। आता चुनाव वोटर के पाँव चूमते हैं, जीते तो खा के निधि को, मस्ती में झूमते... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 89 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 27 Feb 2023 · 2 min read विज्ञान के विद्यार्थी का प्रेम-गीत प्यार का केंद्र तो आप ही हो प्रिये, मैं परिधि पर पड़ा कोई इक बिंदु हूँ। जिंदगी है जहाँ वो धरा हो सनम, तेरा फेरे लगाता हुआ इंदु हूँ।। इक... Hindi 2 256 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 27 Feb 2023 · 1 min read डाल-डाल तुम होकर आओ, पात-पात मैं आता हूँ। अपनी बेबाकी के कारण, नहीं जगत को भाता हूँ। जबतक ताल मिलाए कोई, बस तबतक ही गाता हूँ। अपने जीवन-गाथा का है, गीत और संगीत यही। डाल-डाल तुम होकर आओ,... Hindi 2 126 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 26 Feb 2023 · 1 min read आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको अपनी लिखने की आदत टलेगी नहीं। अब पुरानी प्रथा भी चलेगी नहीं। आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको। पाठकों की कमी फिर खलेगी नहीं।। Hindi 2 3 206 Share