नंदलाल सिंह 'कांतिपति' Tag: हास्य-व्यंग्य 14 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 27 Sep 2024 · 1 min read खटाखट नोट छापो तुम कानून हैं कड़वे, तनिक डर से न कांपो तुम। मजे से तोड़ कर धारा, हिमालय को भी टापो तुम। जो करतीं काम सरकारें, उसी में खुद भी लग जाओ। भगाना... Hindi · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 126 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 27 Sep 2024 · 1 min read वो कविताचोर है वो कविताचोर है कहकर न ढाओ ज़ुल्म वंदे पर। असर प्रतिकूल होता है, किसी सज्जन के धंधे पर। अगर औलाद है कविता, रहे स्वच्छंद यह अच्छा। कभी मम्मी की गोदी... Hindi · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 203 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 27 Sep 2024 · 1 min read तूॅं कविता चोर हो जाओ तिकोना हो, बिना मेहनत किए चौकोर हो जाओ। जहाॅं बस ना चले अपना, वहाॅं गमखोर हो जाओ। कमाना नाम हो औ हो, अगर तुम दाद के भूखे। मेरे भाई न... Hindi · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 148 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 5 Sep 2024 · 1 min read कांतिपति की कुंडलियां पैसा ही है आजकल, जीने का आधार। लेता था स्थान जो, कभी आपसी प्यार। कभी आपसी प्यार, लिए हम जी लेते थे। सारे ग़म व ऑंसू, मिल कर पी लेते... Hindi · कविता · कुण्डलिया · हास्य-व्यंग्य 1 60 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 19 Jul 2023 · 2 min read जिसके हारने की संभावना हो वह हमारा इंडिया नहीं है हम भारतीय हैं भारत हमारा देश है जिसे आर्यावर्त हिंद हिंदुस्तान और इंडिया भी कहते हैं इस गणतांत्रिक देश में सारे देशवासी मिलजुल कर रहते हैं कुछ अपवाद भी हैं... Hindi · कविता · फ्री-स्टाइल · हास्य-व्यंग्य 2 419 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 17 May 2023 · 1 min read गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला। रजाई मजबूरी हs, जब शर्द होला। जवानी त जवानी हs सभे गिरेला। जे बुढ़ऊती में बिछिला, ऊ मर्द होला।। Bhojpuri · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 343 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 8 May 2023 · 2 min read हार्पिक से धुला हुआ कंबोड नेता नेता वह है जो किसी देश या संगठन का भली-भाँति नेतृत्व करे साथ ही देश और लोगो को एकता के सूत्र में बांधे सज्जन को सम्मान दे दुष्टों को... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल · हास्य-व्यंग्य 2 369 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 7 May 2023 · 4 min read निजी विद्यालयों का हाल आजकल सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा प्रदान करने का नहीं रह गया है बलबूता इसलिए निजी विद्यालय ऐसे खुल रहे हैं जैसे उगता है कुकुरमुत्ता ऐसे विद्यालयों के शिक्षक बंधक... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 490 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 30 Apr 2023 · 3 min read गांधी से परिचर्चा एक दिन नजर बचाकर राजघाट जाकर मैंने अलख जगाया तभी लाठी व लंगोटी वाला एक बूढ़ा सम्मुख आया उसकी आंखों पर चश्मा चढ़ा था वह काठी में पतला और कद... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 524 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 30 Apr 2023 · 2 min read श्रोता के जूते लोग औरों की बात करते हैं मगर मैं डरता हूँ इसलिए जब कभी भी मंच पर होता हूँ बस अपने घर की बात करता हूँ फिर भी जो होनी है... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 330 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 30 Apr 2023 · 3 min read बाप के ब्रह्मभोज की पूड़ी साहित्य समाज का दर्पण है साहित्यकार अपनी रचनाओं के माध्यम से उसमें समाज की छवि दिखलाता है यही कारण है कि समाज को उसका विकृत चेहरा विरले ही भाता है... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 1 595 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 5 Mar 2023 · 1 min read होली पिचकारी बच्चों की खातिर, भरी गिलासें आप के लिए। नमन आपके बाप के लिए।।0।। आओ मिलकर कदम बढ़ाए, भूल-भुलाकर कड़वी बोली। जाति-धर्म और देश-प्रांत क्या, विश्व-जगत को हैप्पी होली। मिले... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 151 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 5 Mar 2023 · 1 min read हो-ली अपनी होली *हो-ली अपनी होली* उद्धौ हो-ली अपनी होली। शब्द-बाण से तिरिया बेधे, बोल-बोल कर बोली। हमको यह दो, हमको वह दो, बोले बिटिया भोली। हाय! हाट मैं जाऊँ कैसे? खाली अपनी... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 129 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 4 Mar 2023 · 1 min read सारे जहाँ से अच्छा है इंडिया हमारा (पैरोडी) सारे जहाँ से अच्छा है इंडिया हमारा। अपराध करो कोई, लगती नहीं है धारा।।टेक।। आता चुनाव वोटर के पाँव चूमते हैं, जीते तो खा के निधि को, मस्ती में झूमते... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 118 Share