NIYAZ AHMAD (नियाज़ कपिलवस्तुवी) Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid NIYAZ AHMAD (नियाज़ कपिलवस्तुवी) 16 Apr 2018 · 1 min read जूते चक्कर पे चक्कर लगवाते हैं अफ़सर यूं दफ़्तर के आते-जाते घिस जाते हैं जूते हर फ़रियादी के। काम बड़े से बड़ा हो कोई, चुटकी में हो सकता है मुंह पे... Hindi · कविता 293 Share