Nitesh Shah Tag: Poem 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Nitesh Shah 14 May 2024 · 1 min read कल का भारत .... कल का भारत कैसा होगा ? घी के तुम दर्शन कर लेना, दूध का स्पर्शन कर लेना, परीलोक की कहानियों में, काजू और बादाम सुन लेना, स्कूलों कॉलेजों में कुछ... Poem · Quotation · Story 1 72 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read आज कल के लोग बड़े निराले हैं, आज कल के लोग बड़े निराले हैं, आज कल के लोग बड़े निराले हैं, माँ को मोम, पिता को डेड बताने वाले हैं, अब हमारे सारे काम, मोबाइल के हवाले... Poetry Writing Challenge-3 · Memoir · Poem 55 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read आओ करें चाँद की सैर आओ करें चाँद की सैर आओ चले चाँद के देश, अब न रहेगा कोई विद्वेष, चाँद पर हम भी बनाएँगे, अपना अनूठा सुन्दर देश।। आओ चले चाँद के देश ....... Poem · Story 70 Share Nitesh Shah 10 May 2024 · 1 min read सूरज क्यों चमकता है ? कविता-डॉ.नितेश शाह सूरज क्यों चमकता है? आग-सा क्यों दहकता है? चाँद क्यों दर-दर भटकता है? बादल क्यों बरसता है? क्यों बहती जलधारा है? क्यों दरिया इतना खारा है? क्यों नदियाँ... Poem · Story 65 Share Nitesh Shah 9 May 2024 · 1 min read नारी नारी इस धरती पर लाती हमें, प्यार और ममता लुटाती है, सारे गम सहकर सुख देती, वह महिला कहलाती है।। अपने आँचल में पाल पोसकर, जीने की राह बताती है,... Poem · Story 1 58 Share Nitesh Shah 8 May 2024 · 1 min read इण्डिया नहीं भारत है कहना, इण्डिया नहीं भारत है कहना, अब न किसी से हमें है झुकना, भरत के नाम से बना था भारत, इण्डिया थी अंग्रेजों की कयामत, जब जापान है जापान, नेपाल भी... Poetry Writing Challenge-3 · Article · Poem 101 Share Nitesh Shah 7 May 2024 · 1 min read आधुनिक दोहे आधुनिक दोहे इंसान ही इंसान को अब, कर रहा शर्मसार, नहीं कोई दिख रहा है, अब बचावन हार।। छोटी सी है ज़िंदगी, करता कुकर्म हज़ार, ना जाने कब पाएगा, यह... Poetry Writing Challenge-3 · Article · Poem · Story 81 Share Nitesh Shah 6 May 2024 · 1 min read आओ मिलकर एक हो जाएँ !! आओ! आज हम एक हो जाएँ, आओ! हमारे काम नेक हो जाएँ, आओ! मिलकर गीत यह गाएँ, आओ! आज सबके भेद मिटाएँ।। आओ! आज एक देश बनाएँ, आओ! सुनहरा इतिहास... Poetry Writing Challenge-3 · Poem · Story 1 95 Share