निर्मला कपिला Language: Hindi 71 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 निर्मला कपिला 1 Jul 2016 · 1 min read नारी की फरियाद -- कविता नारी की फरियाद---- निर्मला कपिला1 मैं पाना चाहती हूँ अपना इक घर पाना चाहती हूं प्रेम का निर्झर जहाँ समझी जाऊँ मैं इन्सान जहाँ मेरी भी हो कोई पहचान मगर... Hindi · कविता 1 589 Share निर्मला कपिला 30 Jun 2016 · 1 min read जहां पर गलतियों का मेरी मंजर ख़त्म होता है ---ग़ज़ल। गजल जहां पर गलतियों का मेरी मंजर ख़त्म होता है वही जीवन का मुश्किल वक्त अक्सर ख़त्म होता है मगर इल्जाम से पहले न देखा आइना खुद जब जहानत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 279 Share निर्मला कपिला 30 Jun 2016 · 1 min read वो करना है जो ठाना है -- गज़ल् वो करना है जो ठाना है हर मुश्किल से टकराना है जिस धरती पर है जन्म लिया उसका भी कर्ज चुकाना है दीन दुखी की सेवा करके अब मानव धर्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 429 Share निर्मला कपिला 30 Jun 2016 · 1 min read दोहे जीवन मे माँ से बडा और नही वरदान माँ चरणों की धूल ले खुश होंगे भगवान। 2 भारत की गरिमा बचा कर के सोच विचार भगत सिंह,आज़ाद का सपना कर... Hindi · दोहा 3 601 Share निर्मला कपिला 30 Jun 2016 · 1 min read इस दानव को मानव कहलाने दो --- कविता कविता इस दानव को मानव कहलाने दो मेरी तृ्ष्णाओ,मेरी स्पर्धाओ, मुझ से दूर जाओ, अब ना बुलाओ कर रहा, मन मन्थन चेतना मे क्र्न्दन् अन्तरात्मा में स्पन्दन मेरी पीःडा मेरे... Hindi · कविता 457 Share निर्मला कपिला 30 Jun 2016 · 13 min read कहानी अनन्त आकाश ------- वीरबहुटी संग्रह से कहानी ये कहानी भी मेर पहले कहानी संग्रह् वीरबहुटी मे से है कई पत्रिकाओं मे छप चुकी है और आकाशवाणी जालन्धर पर भी मेरी आवाज मे प्रसारित हो चुकी है।... Hindi · कहानी 1 545 Share निर्मला कपिला 30 Jun 2016 · 13 min read कहानी अनन्त आकाश --- कहानी संग्र्ह वीरबहुटी से कहानी --- लेखिका निर्मला कपिला ये कहानी भी मेर पहले कहानी संग्रह् वीरबहुटी मे से है कई पत्रिकाओंओं मे छप चुकी है और आकाशवाणी जालन्धर पर भी मेरी आवाज मे... Hindi · कहानी 1 2k Share निर्मला कपिला 29 Jun 2016 · 1 min read सामने सच के चुप राहाहूँ मैं सामने सच के चुप रहा हूँ मै झूठ के साथ पर लडा हूँ मै मुस्कराहट भले हो चेहरे पर रूह से पर कहीं बुझा हूँ मैं जाएगा दूर किस तरह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 611 Share निर्मला कपिला 29 Jun 2016 · 1 min read ज़िंदगी का रहा तल्ख़ सा ये सफर ज़िंदगी का रहा तल्ख़ सा ये सफरु धूप में भी मिला कब जहां में शजर दर्द कहते तो कहते किसे हम यहाँ कर लिया हमने पत्थर का अपना जिगर आँधियाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share निर्मला कपिला 29 Jun 2016 · 1 min read मुस्कुराता हूँ तो गम बढ़ता नहीं मुस्कुराता हूँ तो गम बढता नही डर से आंसू ही मेरा निकला नहीं प्यार में रुसवा हो तो औरत ही क्यों मर्द पे इल्जाम क्यों लगता नहीं लूटने रहबर लगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 260 Share निर्मला कपिला 29 Jun 2016 · 1 min read घर बिना विशवास के चलता नहीं घर बिना विशवास के चलता नहीं 1----- घर बिना विशवास के चलता नहीं आजमाना अपनों को अच्छा नहीं ज़िंदगी की तल्खियों के खौफ से मुस्कुराता हूँ कभी डरता नहीं छाँव... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 388 Share निर्मला कपिला 16 Jun 2016 · 1 min read गज़ल हम तो सुध बुध ही भूल जाते हैं वो नजर से नजर कभी मिलाते हैं कौन उल्फत की बात करता है लोग मतलव से आते' जाते है काट दी ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 451 Share निर्मला कपिला 16 Jun 2016 · 1 min read गज़ल दर्द ग़ज़लों में गुनगुनाते है चोट खा कर भी मुस्कुराते है। फासला मौत से नहीं ज्यादा ये बुढ़ापे में डर सताते हैं दुश्मनों पे न शक करो यारो तीर अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 550 Share निर्मला कपिला 16 Jun 2016 · 1 min read गज़ल मेरे दिल पे ख्वाबों का पहरा रहा है मुहब्बत को दिल ये तडपता रहा है न तारे से पूछो कभी दर्द उसका जो अम्बर से नीचे ही गिरता रहा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 282 Share निर्मला कपिला 16 Jun 2016 · 1 min read दोहे सूरत से सीरत भली सब से मीठा बोल कहमे से पहले मगर शब्दों मे रस घोल रिश्ते नातों को छोड कर चलता बना विदेश डालर देख ललक बढी फिर भूला... Hindi · दोहा 518 Share निर्मला कपिला 15 Jun 2016 · 12 min read कहानी -----कसौटी ज़िन्दगी की कसौटी रिश्ते की --कहानी उनकी आँखों से आँसूओं का सैलाब थमने का नाम ही नही ले रहा था।मै उनको रोकना भी नही चाहती थी------- आज उनके दर्द को बह जाने... Hindi · कहानी 1k Share निर्मला कपिला 15 Jun 2016 · 12 min read कहानी -----कसौटी ज़िन्दगी की कसौटी रिश्ते की --कहानी उनकी आँखों से आँसूओं का सैलाब थमने का नाम ही नही ले रहा था।मै उनको रोकना भी नही चाहती थी------- आज उनके दर्द को बह जाने... Hindi · कविता 804 Share निर्मला कपिला 15 Jun 2016 · 1 min read दोहे कौन बिछाये बाजरा कौन चुगाये चोग देख परिन्दा उड गया खुदगर्जी से लोग लुप्त हुयी कुछ जातियाँ छोड गयीं कुछ देश \ ठौर ठिकाना ना रहा पेड रहे ना शेष... Hindi · दोहा 473 Share निर्मला कपिला 12 Jun 2016 · 2 min read चार गज़लें --- गज़ल पर गज़ल निर्मला कपिला 1------- मेरे दिल की' धड़कन बनी हर गज़ल हां रहती है साँसों मे अक्सर गज़ल इनायत रफाकत रहाफत लिये जुबां पर गजल दिल के दरपर गजल कसक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 731 Share निर्मला कपिला 12 Jun 2016 · 1 min read नारी की फरियाद -- कविता नारी की फरियाद----- निर्म्ला कपिला मैं पाना चाहती हूँ अपना इक घर पाना चाहती हूं प्रेम का निर्झर जहाँ समझी जाऊँ मैं इन्सान जहाँ मेरी भी हो कोई पहचान मगर... Hindi · कविता 706 Share निर्मला कपिला 12 Jun 2016 · 12 min read कहानी -- वीरबहुटी वीरबहुटी --- कहानी-- निर्मला कपिला साथ सट कर बैठी,धीरे धीरे मेरे हाथों को सहला रही थी । कभी हाथों की मेहँदी कोदेखती कभी चूडियों पर हाथ फेरती, और कभी घूँघट... Hindi · कहानी 1 1 700 Share Previous Page 2